सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2758 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 13 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jan 2023 · 1 min read कोई भी बहाना नही चलेगा *कोई भी बहाना नहीं चलेगा* ************************ क़ोई भी बहाना नहीं चलेगा| तीखा सा निशाना नहीं चलेगा| वादा जो किया निभाया नहीं, झूठा दो दिवाना नहीं चलेगा| पास आओ जरा बतायेंगे... Hindi · कविता 205 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jan 2023 · 1 min read जो जलता है जलने दीजिए *जो जलता है जलने दीजिए* *********************** जो जलता हैं जलने दीजिए, पर हद में न गुजरने दीजिए| दर पर आए जो कोई गुहारी, दिल उसका न दुखने दीजिए| जो कुछ... Hindi · कविता 172 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jan 2023 · 1 min read जो जलता है जलने दीजिए ****** कैसे हो जाते हैं अमीर ***** ***************************** गरीबों की लड़ाई लड़ने वाले फकीर, लड़ते - लड़ते कैसे हो जाते हैं अमीर| मुंह में राम बगल में रखते हैं वो... Hindi · कविता 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jan 2023 · 1 min read कैसे हो जाते हैं अमीर ****** कैसे हो जाते हैं अमीर ***** ***************************** गरीबों की लड़ाई लड़ने वाले फकीर, लड़ते - लड़ते कैसे हो जाते हैं अमीर| मुंह में राम बगल में रखते हैं वो... Hindi · कविता 1 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jan 2023 · 1 min read रिश्तों में गहरी छांव है *रिश्तों में गहरी छांव हैं* ******************* हमें देते वही ही घाव हैं, जिनसे हमको लगाव है| खुल से जुदा कैसे करें, मन में बहुत से चाव है| दिल में भरी... Hindi · कविता 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jan 2023 · 1 min read छोटी सी उम्र को जी भर जी लो छोटी सी उम्र को जी भर जी लो ************************** छोटी सी उम्र को जी भर जी लो, गम के आंसू खुशियों संग पी लो| कोई पल छोड़िए न कभी बाकी,... Hindi · कविता 190 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jan 2023 · 1 min read विदाई ******* विदाई ******** ********************* झड़ी आंसुओं की है आई, नम आंखों से दें हम विदाईا सच्ची निष्ठा से फर्ज निभाया, पथ भटकों को भी दिखाया, प्रीत से हर रीत सदा... Hindi · गीत 141 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jan 2023 · 1 min read यही मिलता सिला हमको यही मिलता सिला हमको ******************** बता दो बात जरा हम को, बिताई रात खफा हम को| मिले जब भी हुए भटके, दिखाई राह सदा हम को| कहूं कैफे हुई मुश्किल,... Hindi · ग़ज़ल 97 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jan 2023 · 1 min read तिरंगा *********** तिरंगा ********* ************************** तिरंगा मेरे देश की है शान दोस्तों, जन गण की है आन- बान दोस्तो| देशभक्तों ने थी निज जान वार थी, जीवन की खुशियाँ भी थी... Hindi · कविता 1 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jan 2023 · 1 min read हलक पर ही टिकी सांसें हलक पर ही टिकी सांसें ******************* थमी धड़कन रुकी सांसें हलक पर ही टिकी सांसें| उधारी में कटा जीवन, बिना कीमत बिकी सांसें| डगर से क्यों रही भटकी, सही पथ... Hindi · ग़ज़ल 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jan 2023 · 1 min read करूं क्या काम ऐसा *करूं क्या काम ऐसा उसकी हां हो जाए* ********************************* करूं क्या काम मैं ऐसा उसकी हां हो जाए, कहीं जीवन बिना उसके यूंं तबाह हो जाए| कोई करिश्मा कोई करामात... Hindi · कविता 1 108 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jan 2023 · 1 min read बहुत कुछ है सहा हमने *बहुत कुछ है सहा हमने* ******************** यकीं कर लो कहा हमने, बहुत कुछ हैं सहा हमने| मिले हो तुम रजा कुदरत, सबर का फल लिया हमने| समझ आया नहीं मसला,... Hindi · ग़ज़ल 188 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jan 2023 · 1 min read तुम बिन हम नही "तुम बिन हम नही* *************** तुम बिन हम नहीं होम बिन तुम नही| जिंदगी रहगुजर में अब कोई गम नही| यादों के जंजाल में आंखें हैं नम नहीं| तू ही... Hindi · कविता 80 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jan 2023 · 1 min read कोई हिसाब समझ न् आया कोई हिसाब समझ न आया ********************** कोई गुलाब नजर न आया, कोई हिसाब समझ न आया| हां ढ़ूंढने निकला मै खुद को, टूटे दिल को सबर न आया| जिस राह... Hindi · कविता 100 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jan 2023 · 1 min read हर शजर पहरेदार हैं **हर शजर पहरेदार हैं** ******************** श्वेता धुंध सा ये प्यार है, प्रेम की बसती बयार है| चुपके-चुपके चोरी-चोरी, प्रहार करने को तैयार हैं| तूफानी रफ्तार में रौंदता, कोई भी न... Hindi · कविता 96 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jan 2023 · 1 min read ज़ब आपने साथ छोडते है जब अपने साथ छोड़ते है ******************** जब अपने साथ छोड़ते हैं, मुख उनसे खास मोड़ते हैं| राहें नजरों से दूर ओझल, रास्तों के बीच रोकते है| वो सुनते भी नहीं... Hindi · ग़ज़ल 100 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jan 2023 · 1 min read लगी नैनों में सावन झड़ी *लगी नैनों में सावन झड़ी* ********************* लगी नैनों में सावन झड़ी, गौरी जिद्द पर अपनी अड़ी। खिलौना जान कर है तोड़ा, किया नहीं तरस भी थोड़ा, टूटे दिल की कीमत... Hindi · कविता 114 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jan 2023 · 1 min read रूह * रूठे - रूठे से हैं वो लगे * ********************* रूठे - रूठे से हैं वो लगे, फीके-फीके से हैं वो लगे। नजरों से नजरें मिली नहीं, तीखे - तीखे... Hindi · ग़ज़ल 123 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jan 2023 · 1 min read घड़ी दो घड़ी ही सही ******** घड़ी दो घडी ही सही ********* ********************************** बैठ जाओ सामने घड़ी दो घड़ी ही सही, देख लूं जी भर तुझे घड़ी दो घड़ी ही सही। जिंदगी तो मेल है... Hindi · कविता 142 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jan 2023 · 1 min read इंतहा इंतजार की ** इंतहा इंतजार की ** ******************* इंतहा हुई इंतजार की, सूरत नहीं दिखी यार की। कोई जीते कोई भी हारे, बाजी लगी है प्यार की। हुआ है ये हाल ए... Hindi · कविता 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jan 2023 · 1 min read शजर सी ढह गई तकदीर है शजर सी ढह गई तस्वीर है ********************** शजर सी ढ़ह गई तकरीर है, जब से देखी सुंदर तस्वीर है। मैं तो खो गया हूं तन्हाई में, दरिया दिल की गहराई... Hindi · गीत 181 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jan 2023 · 1 min read तू नहीं तो तेरी यादें आती है तू नहीं तो तेरी यादें आती है ********************** तू नहीं तो तेरी यादें आती है, दिन-रात हमको तड़फाती हैं। खुली आंखें देखूं हसीं सपने, यही सोचूं कभी होंगे अपने, ख्वाबों... Hindi · गीत 139 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jan 2023 · 1 min read रेशमी जुल्फों का घना साया *रेशमी जुल्फों का घना साया* ************************ रेशमी जुल्फों का घना साया, किस मोड़ पर है हमें ले आया। काले गेसुओं की गहरी छाँव में, मखमली मुलायम गोरे पांव में, जहाँ... Hindi · कविता 260 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jan 2023 · 1 min read काली जुल्फ़ें सूरमेदानी *काली जुल्फ़ें सूरमेदानी* ******************** काला तिल बेमिसाल है, रंग-रूप वाह कमाल है। काली जुल्फ़ें सूरमेदानी, जादू भरी अदा मस्तानी, मस्त मतवाली चाल है| काला तिल बेमिसाल हैं| गोरे-गोरे लाल रुखसार,... Hindi · गीत 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jan 2023 · 1 min read पावन पर्व मकर संक्रान्ति *** पावन पर्व मकर संक्रांति *** ************************** पावन पर्व मकर संक्रांति आया, नूतन वर्ष मनोहर चला आया। तिल खिचड़ी का दान करो तुम, दान पुण्य से भला होता आया। गुड़... Hindi · कविता 151 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jan 2023 · 1 min read वो हूर नजर आती *** वो हार नजर आती *** ********************** बे-मौसम बरसात बरसती है, दो आँखें हर बार तरसती है। भीनी-भीनी आन रही खुश्बू, फूलों जैसी गंध महकती है। नजरों से हो दूर... Hindi · ग़ज़ल 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jan 2023 · 1 min read मन मे गम के ठिकाने * मन मे गम के ठिकाने * ******************** मन में गम के ठिकाने हैं, खुश होने को बहाने हैं। जो भी पल थे गुजारे वो, किस्से वो सब सुनाने हैं।... Hindi · ग़ज़ल 146 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jan 2023 · 1 min read गोदी मे सिर रख दूँ *** गोदी में सिर रख दूं *** ********************** कहो तो गोदी में सिर रख लूँ, मन की बातें मै सारी बक दूँ। बहुत दिनों से थी अभिलाषा, दिल की कह... Hindi · गीत 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jan 2023 · 1 min read आन मिल जाओ सजना ****** आन मिल जाओ सजना ******** ********************************** दो कदम ही सही दौड़े चले आओ सजना, आये हैं तेरे दर पर आन मिल जाओ सजना। बेला चली आई है प्यारी प्रेम... Hindi · कविता 113 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jan 2023 · 1 min read मैं औरत मेरा वजूद है कहाँ *मैं औरत मेरा वजूद हैं कहाँ* *********************** मैं औरत मेरा वजूद हैं कहाँ, थककर हारी देख सारा जहां। मायके से मैं ससुराल् आ गई, छोड़ बाबुल घर-बार आ गई ,... Hindi · कविता 87 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jan 2023 · 1 min read अभी दो सांस बाकी है ***** अभी दो सांस बाकी हैं ***** ***************************** चलें आओ अभी दो सांस बाकी है, प्रेम की फंसी गले में फांस बाकी है। खुली कब से दोनों बाहें मेरी यूँ... Hindi · कविता 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jan 2023 · 1 min read भाव दिल में थे न कभी घटे ** भाव दिल में थे न कभी घटे ** ************************** रात-भर बदलते रहे हम करवटें, बिस्तर पर पड़ी बहुत सी सिलवटें। पहली नजर की देखनी का सिला, देखते ही प्यारी... Hindi · कविता 206 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jan 2023 · 1 min read बंद डायरी के पन्ने **** बंद डायरी के पन्ने **** *********************** झूठा था तू झूठ बोल गया, झूठे सारे बोल बोल गया। खिलौना जानकर खूब खेला, खेल खेल कर मुंह मोड़ गया। हर सुंदर... Hindi · कविता 140 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jan 2023 · 1 min read प्रेम से प्यारा नजारा नहीं *प्रेम से प्यारा नजारा नहीं* ********************** प्रेम से प्यारा नजारा नहीं, प्यार बिन कोई गुजारा नहीं। देख ली दुनिया नहीं आसरा, आप सा कोई हमारा नहीं। जी न पाएंगे बिना... Hindi · ग़ज़ल 179 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jan 2023 · 1 min read बाबुल मैं तेरे सिर की पगड़ी बाबुल मं तेरे सिर की पगड़ी ********************** बाबुल मै तेरे सिर की पगड़ी, पगड़ी का सम्मान बढ़ाऊंगी, तेरे ही तो आंगन की गुड़िया, हर हाल मैं फर्ज निभाऊंगी। तेरे सी... Hindi · कविता 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jan 2023 · 1 min read बेटी मॉ की है परछाई **बेटी मां की है परछाईं** ********************* बेटी मारके से चली आई, ससुराल में आ कर समा्ई, दो घरों से वो आने वाली, होती हर घर में बेटी पराई। बिन बेटी... Hindi · कविता 138 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jan 2023 · 1 min read सुनो सखी एक बात बताऊँ *सुनो सखी एक बात बताऊं* *********************** सुनो सखी एक बात बताऊँ, जन्म - जन्म तेरा साथ पाऊं। पत्ता-पत्ता डाली-डाली गवाह, हवा बन कर मै समा जाऊं। तितली सी तू फूलों... Hindi · कविता 141 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jan 2023 · 1 min read ऐसी क्या बात हुई *ऐसी क्या बात हुईं* **************** ऐसी क्या बात हुई, दिन मे ही रात हुई। कैसी यह चाल चली, क्यों भीतर घात हुई। बादल तो पास नहीं, पल् मे बरसात हुई।... Hindi · ग़ज़ल 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Jan 2023 · 1 min read चाँद सितारे झूठे हैं *** चाँद सितारें झूठें हैं *** ********************** सभी चाँद सितारें झूठे हैं, खाली दिल प्रेम के भूखे है। गैरों से उम्मीद क्या करनी, खुद अपने हम से रूठें हैं। पंछी... Hindi · कविता 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jan 2023 · 3 min read अधूरा प्रेम प्रस्ताव ********** अधूरा प्रेम-प्रस्ताव (लघु कहानी) ************* ************************************************ बात उन दिनों की है जब मदन आगरा महाविद्यालय् मे बतौर प्रवक्ता हिंदी विषय का अध्यापन कार्य करता था।उस दौरान वह शौकिया कविता,कहानी,गजल... Hindi · लघु कथा 126 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jan 2023 · 1 min read रूठे रूठे से हैं वो लगे * रूठे - रूठे से हैं वो लगे * ********************* रूठे - रूठे से हैं वो लगे, फीके-फीके से हैं वो लगे। नजरों से नजरें मिली नहीं, तीखे - तीखे... Hindi · ग़ज़ल 71 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jan 2023 · 1 min read सर्दी की छुट्टियां *** सर्दी की छुट्टियां *** ******************* हो गई सर्दी की छुट्टियां, मनाओ मौज मस्तियां। ठंड पड़ रही पुरजोर है, कांप रही बड़ी हस्तियां। गर्म रखो अपनी रजाई, लो चाय की... Hindi · कविता 110 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jan 2023 · 1 min read नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक *नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक* ***************************** नशा तेरे प्यार का है छाया अब तक, वही नगमा गीत ही है गाया अब तक। लगे है हम ढूंढनें ना... Hindi · ग़ज़ल 239 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jan 2023 · 1 min read आओ मिलकर नया साल मनाएं *आओ मिलकर नया साल मनाएं* *************************** आओ मिल कर नया साल मनाएं। गीत ख़ुशी के सभी मिल कर गाएं। शिकवे - शिकायतें भूल कर सारी, फिर से हम सभी एक... Hindi · कविता 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Dec 2022 · 1 min read दिल के करीब है तू **दिल के करीब है तू** ******************* मेरा नसीब है तू, दिल के करीब है तू। गम छू सके न् मन को, दुःख में हबीब है तू। मन के आमिर हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 282 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Dec 2022 · 1 min read रोशन सारी हवालात हुई *** रोशन सारी हवालात हुई**** ************************** ★ प्रियतम से थी आज बात हुई, रुक रुक कर जैसे बरसात हुई। झम - झम बरसा बदरा नभ से, दिन के बाद काली... Hindi · कविता 86 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Dec 2022 · 1 min read धरती पर ही रब हुआ ** धरती पर ही रब हुआ ** ********************** तू ही मेरा सब कुछ हुआ, धरती पर ही रब हुआ। मन मंदिर में है धर लिया, दिल में ही कब से... Hindi · कविता 119 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Dec 2022 · 1 min read हर प्रीत अवतरन दिवस **** हरप्रीत अवतरण दिवस **** **************************** अवतरण दिवस हरप्रीत का आया, गीत जन्म दिवस का सब ने गाया। माँ- बापू का बेटा बहुत है लाडला, खुशियों भरा दिन फिर से... Hindi · कविता 178 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Dec 2022 · 1 min read मिले दो चार यार पुराने मिले दो चार यार पुराने हैं ******************** मिले दो-चार यार पुराने हैं, याद आये गुज़रे जमाने हैं। भरा जो भावों का पिटारा, खुले बातों के तहखाने हैं। जाम से जाम... Hindi · कविता 1 87 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Dec 2022 · 1 min read उठ जाग मुसाफिर सुबह होने वाली है * उठ जाग मुसाफिर सुबह होने वाली है * ******************************** उठ जाग मुसाफिर सुबह होने वाली है, भीड़ बहुत संसार मे जगह खोने वाली है। हर कोई खोया है खुद... Hindi · कविता 80 Share Previous Page 13 Next