Shyam Sundar Subramanian 1535 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Next Shyam Sundar Subramanian 14 Nov 2022 · 2 min read ईर्ष्या स्व आकलन की कमी एवं असफलता की नकारात्मकता से प्रभावित हीन भावना असफल व्यक्तियों में सफल व्यक्तियों के प्रति ईर्ष्या को जन्म देती है। जीवन में महत्वाकांक्षाओं एवं अपेक्षाओं को... Hindi · Daily Writing Challenge 3 249 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Nov 2022 · 1 min read गरिमामय प्रतिफल अभिभूत भावनाओं के चरमोत्कर्ष पर जिसका उदय होता है, अंतस्थ से यह उभरता है, और व्यवहार में दृष्टिगोचर होता है , पवित्र वाणी एवं विचारों से यह सुशोभित होता है... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 3 2 222 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Nov 2022 · 1 min read जीवनामृत इस धरा में जीव की उत्पत्ति एवं विकास का सत्व , भौतिक जगत में प्राणि मात्र के अस्तित्व का मुख्य तत्व , निसर्ग की संरचना एवं पर्यावरण निर्माण का प्रमुख... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 4 4 325 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Nov 2022 · 1 min read जीने की कला जिंदगी में कुछ लोग, कुछ कर दिखाते हैं , कुछ भी ना होने पर भी सब कुछ है, ये जताते हैं, औरों के सुख में ही नही, दुःख में भी... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 307 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Nov 2022 · 1 min read आज का मानव अर्थ को अनर्थ से नष्ट करता हुआ, तर्क को कुतर्क से भ्रष्ट करता हुआ, सत्य को असत्य सिद्ध करता हुआ , यथार्थ को कल्पना ज्ञापित करता हुआ , पाप को... Hindi · कविता 1 4 360 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Nov 2022 · 1 min read महाप्रयाण माया , आसक्ति , काम, क्रोध ,लोभ, अहंकार सब मानव निर्मित बंधन है , परोपकार , प्राणी मात्र से प्रेम, आत्मज्ञान , संवेदना , निर्विकार भाव, सब मानव उत्थान के... Hindi · Daily Writing Challenge 1 204 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Nov 2022 · 1 min read जीवन अस्तित्व नियति का चक्र उदय से अस्त तक , प्रादुर्भाव से अवसान तक, उत्पत्ति से परिवर्तन के आयामों से घटित होता हुआ विनाश की अधोगति तक , जीवों के उद्भव एवं... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 4 258 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Nov 2022 · 1 min read दिशाहीन अर्थहीन ,मंतव्यहीन ,गंतव्यहीन दिशा की ओर बढ़ता जा रहा हूं , मैं अपने ही अंतस्थ मृगतृष्णा के छलावे में खोता जा रहा हूं , वर्तमान एक दिवास्वप्न की भांति प्रतीत... Hindi · Daily Writing Challenge 7 4 224 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Nov 2022 · 1 min read तलाश इस अनजान शहर में किसी अपने की तलाश में आया हूं , इस रहगुज़र की मंज़िल में किसी हमदर्द के मिलने की आस लिए आया हूं , अब तक भटकता... Hindi · कविता 2 269 Share Shyam Sundar Subramanian 7 Nov 2022 · 1 min read भीड़ न जाने क्यों मुझे भीड़ से मुझे दहशत होती है , लोगों के हुजूम मे खुद को शामिल करने से नफ़रत होती है , क्यूँकि भीड़ की सोच, मेरी अपनी... Hindi · कविता 1 328 Share Shyam Sundar Subramanian 25 Oct 2022 · 1 min read जीवन एक यथार्थ जीवन एक संघर्ष है, यह सर्वविदित तथ्य है , यह असंभावित घटनाओं से परिपूर्ण सत्य है, यह एक दिवास्वप्न की सुखद अनुभूति है , यह आकांक्षाओं एवं अभिलाषाओं की परिणति... Hindi · कविता 4 2 425 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2022 · 1 min read नव दीपोत्सव कामना पावन पर्व का दीपक मानस पटल के तम को दूर करे , अंतस्थ नकारात्मता नष्ट कर सकारात्मकता विकसित करे , द्वेष ,दुर्भावना , दुराग्रह को समाप्त कर परस्पर प्रेम, सौहार्द... Hindi · कविता 2 2 362 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2022 · 1 min read सिलसिला बंद दरवाज़ों के पीछे की सिसकियां कुछ सवाल छोड़ जातीं हैं, मज़लूमों पर ज़ुल्म़तों की कुछ अनकही अनसुलझी दास्तां पेश कर जातीं है, तवारीख़ के सियाह पन्नों पर कुछ अनमिटे... Hindi · कविता 1 201 Share Shyam Sundar Subramanian 20 Oct 2022 · 1 min read हक़ीक़त आदमी कितना लाचार है , सब कुछ हासिल करने पर भी, कुदरत के हाथो बेज़ार है, दौलत लुटाकर भी ज़िदगी के दो पल खरीद नही सकता , भरसक कोशिश करने... Hindi · कविता 2 278 Share Shyam Sundar Subramanian 14 Oct 2022 · 1 min read जड़त्व कृपण दान के महत्व को नहीं जानता, भाग्यवादी कर्म के महत्व को नहीं जानता, भौतिकवादी आध्यात्म के महत्व को नहीं जानता, उदासीन सद्भावना के महत्व को नहीं जानता, बुद्धिहीन व्यावहारिक... Hindi 3 251 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Oct 2022 · 1 min read कळस जो काहीसा दडपला आहे, आतल्या विस्कळीत भावनांच्या भोवऱ्यात बुडल्यासारखा उसासा, उगवणारा, आंतरिक संघर्षाच्या चक्रात अडकलेले, बाह्य सहजतेच्या वेषात चर्चेत असलेला विषय, प्रकट आणि अप्रकट संवाद दरम्यान त्रिशंकू बनणे, हळूहळू आत्म-साक्षात्काराने... Marathi · कविता 233 Share Shyam Sundar Subramanian 13 Oct 2022 · 1 min read परिणति वो जो है कुछ दबा दबा हुआ सा , कसमसाता, अंतस्थ उद्विग्न भावनाओं के भंवर में डूबता उभरता हुआ सा , आंतरिक द्वंद के चक्र में उलझा हुआ सा, बाह्य... Hindi · कविता 4 239 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Oct 2022 · 1 min read अर्थहीन उस ज्ञान का क्या लाभ जो पुस्तकों में बंदी होकर रह जाए, उस धन का क्या लाभ जो तिजोरी में बंद होकर रह जाए, उस सद्भावना का क्या लाभ जो... Hindi 9 10 273 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Oct 2022 · 1 min read पहलू-ब-पहलू कुछ लोग गिर- गिर कर संभलते है , कुछ लोग संभल- संभल कर भी गिर जाते हैं , कुछ दूसरों की सोच पर चलते हैं , कुछ अपनी सोच पर... Hindi · कविता 2 4 295 Share Shyam Sundar Subramanian 11 Oct 2022 · 1 min read एहसास-ए-हक़ीक़त इन साफ -शफ़्फ़ाफ़ कपड़ो के पीछे छुपे मैले दिल को तो देखो, मैले कपड़ों के पीछे पैवस्त इस दिल के हीरे को तो देखो, भटकते रहे ज़िंदगी भर झूठ के... Hindi · कविता 1 238 Share Shyam Sundar Subramanian 7 Oct 2022 · 1 min read सुभाषितानि पुस्तकेषु बद्धं तिष्ठति येन ज्ञानेन किं प्रयोजनम्? कुण्डितस्य निरुद्धं तिष्ठति यत् धनं किं प्रयोजनम् ? सद्भावेन यत् निष्क्रियं तिष्ठति किं प्रयोजनम् ? परदुःखं कृत्वा किं सुखं अर्जयितुं शक्यते ? प्रियजनविच्छेदेन... Sanskrit 4 2 260 Share Shyam Sundar Subramanian 7 Oct 2022 · 1 min read बात कुछ कहते कहते, कुछ सुनते सुनते , उम्र बीत गई ,कुछ सहते सहते, बात कभी बन गई ,कभी बिगड़ गई, कभी बतंगड़ बन गई, कुछ कही, कभी अनकही, दूर तक... Hindi · कविता 5 4 353 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Oct 2022 · 1 min read तितली तितली उड़ी उड़ उड़ कर फूल फूल पर बैठती आगे बढ़ी , छोटी मुन्नी उसके पीछे उसे पकड़ने दौड़ी दौड़ दौड़ कर थकी , रंगबिरंगी तितलियाँ मुन्नी को बहुत भातीं... Hindi · बाल कविता 2 228 Share Shyam Sundar Subramanian 3 Oct 2022 · 1 min read गोलू भालू छोटा छोटा भालू का बच्चा , गोलू गोलू लगता कितना अच्छा ,, अपनी मम्मी का वो दुलारा, मुन्नी को भी लगता प्यारा , एक जगह पर नही बैठता, इधर उधर... Hindi · बाल कविता 267 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Sep 2022 · 1 min read त'अम्मुल(पशोपेश) सरगर्मी -ए- फिज़ा में ज़ेहनी -कशमकश जारी है , हर शख़्स बेचैन है, एहसास -ए- जुनूँ तारी है, बाहम गुफ़्तगू में मसअलों पर मशवरे भारी हैं, अजीब हालात है ,... Hindi · कविता 1 242 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Sep 2022 · 1 min read Advice Keep your patience within your control and wait for appropriate time to deliver. Losing control over patience may complicate the matter and land you in troubled waters. English · Advice 1 250 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Sep 2022 · 1 min read Advice Do not allow your emotions to override your analytical thinking ability , otherwise you may commit grave mistakes influenced by your emotions. English · Advice 2 254 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Sep 2022 · 1 min read Advice Keep your physical activity in efficient order and tune your body clock functional and relative to actual time. English · Advice 227 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Sep 2022 · 1 min read Advice Be time conscious allocate time for every activity to be undertaken and arrange them in order of priority before putting them into action. English · Advice 1 279 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Sep 2022 · 1 min read Advice Do not be jealous of others’ achievements appreciate their success and never get depressed on your failures, analyse the factors responsible and try again with greater zeal and zest with... English · Advice 255 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Sep 2022 · 1 min read Advice Do not ponder into past and dream of future. Be alert in present which will make your present pleasant and help in building a good future based on your favourable... English · Advice 196 Share Shyam Sundar Subramanian 25 Sep 2022 · 1 min read मेरी दिव्य दीदी - एक श्रृद्धांजलि धैर्य , त्याग एवं शान्ति की प्रतिमूर्ति , मेरे जीवन का संबल मेरी प्रेरणा शक्ति , मेरी शिक्षक , मेरी संकटमोचक, मेरी पथप्रदर्शक , संस्कारों नैतिक मूल्यों से पोषित उसका... Hindi · कविता 2 421 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Sep 2022 · 2 min read Atma & Paramatma When the unforseen happens, set plans and programmes fail, there is utter distress in which mental faculties come to a standstill state. Then a spark of intuitional motivation is felt... English · Article 1k Share Shyam Sundar Subramanian 23 Sep 2022 · 1 min read राजू श्रीवास्तव - एक श्रृद्धांजली वो हंसमुख चेहरा, वो हंसी का पिटारा , खुशियाँ सबको लुटाता, सबका वो प्यारा, पल भर का उसका साथ, सारे गम भुलाता , जीवन के हर क्षण में, वो हंसी... Hindi · कविता 5 2 354 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Sep 2022 · 1 min read Advice Leave preoccupations about any person /place/matter, because it will affect your prudence in judgment and culminate judgmental error/flaws. English 1 2 207 Share Shyam Sundar Subramanian 12 Sep 2022 · 1 min read Advice Structure your words before you speak and deliver it at appropriate time and place when warranted. English 1 215 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Sep 2022 · 1 min read राजनीति का सर्कस राजनीति का सर्कस कुछ समझ में नहीं आता है, कभी इस पार्टी से कभी उस पार्टी में जमूरा खिसक जाता है, कभी करोड़ों की बोली का है प्रलोभन , कभी... Hindi · कविता 3 4 284 Share Shyam Sundar Subramanian 7 Sep 2022 · 1 min read आव्हान उषा किरणों ने अलसाई हुई कलियों से कहा उठो खिलो, अपनी मुस्कान से नवदिवस का अभिनंदन करो , अतीत के तम के अवसान का संदेश प्रस्तुत करो , नवविचारों ,नवसंभावनाओं... Hindi · कविता 2 2 372 Share Shyam Sundar Subramanian 5 Sep 2022 · 1 min read ए'तिराफ़-ए-'अहद-ए-वफ़ा दर्दे दिल दे गया वो ही , मेरी वफ़ाओं का सिला दे गया वो ही, चाहा था जिसे हमने ज़िंदगी से बढ़कर , चला गया मुंह फेर वो ही अजनबी... Hindi · कविता 1 2 262 Share Shyam Sundar Subramanian 1 Sep 2022 · 1 min read कटुसत्य धर्म निरपेक्ष राष्ट्र का संकल्पित भाव परिकल्पना बनकर रह गया है , समाजवाद का नारा शनैः शनैः पूंजीवाद में बदल रहा है , जनप्रतिनिधियों का चुनाव जहां जाति एवं धर्म... Hindi · कविता 5 4 381 Share Shyam Sundar Subramanian 29 Aug 2022 · 1 min read आग़ाज़ आजकल यह क्या हो गया है ? आदमी क्या कठपुतली या जमूरा बन गया है ? जो अपने आकाओं के इशारों पर नाचता फिर रहा है , खुदगर्ज़ी में डूबा... Hindi · कविता 1 2 157 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Aug 2022 · 1 min read आस्था ये दिल मांगता है जिससे दुआ , क्या उस तक पहुंचेगी मेरी सदा ? उसकी हस्ती है कहां ? मैं उसे ढूंढू ज़मीं में , या फिर आसमां में ,... Hindi · कविता 1 2 369 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Aug 2022 · 1 min read जज़्बा ग़र्दिश -ए-अय्याम में कोई भी सहारा न था , इस सफर में कोई भी हम-नफ़स, न हम-नवा था , चारों तरफ तीरगी थी, रोश़न श़ु'आ' का कोई निशां न था... Hindi · कविता 2 4 245 Share Shyam Sundar Subramanian 4 Aug 2022 · 1 min read मूकदर्शक आजकल मैं देखता हूं सभी कल्पना लोक में जी रहे हैं , वास्तविकता को नकार , तथ्यों को झुठला, झूठ की पैरवी कर रहे हैं , यथार्थ का कधन कड़वा... Hindi · कविता 5 6 402 Share Shyam Sundar Subramanian 31 Jul 2022 · 1 min read दुविधा उस दिन एक युवा से बातचीत करने का अवसर मिला , वर्तमान परिपेक्ष पर चर्चा करने पर उसने कहा , आजीविका कमाने का उद्देश्य उसके लिए सर्वोपरि है , अन्य... Hindi · कविता 2 4 304 Share Shyam Sundar Subramanian 28 Jul 2022 · 1 min read प्रश्न चिन्ह राष्ट्र की धमनियों में द्वेष एवं घृणा रूपी विष का प्रभाव प्रकट हो रहा है , जो रह- रह कर उत्तेजक वैमनस्य प्रेरित प्रलापों एवं नृसंश हत्याओं में प्रस्तुत हो... Hindi 1 6 418 Share Shyam Sundar Subramanian 26 Jul 2022 · 1 min read व्यावहारिक सत्य कुछ समझ में नहीं आता क्या गलत है ? क्या सही ? सही को गलत सिद्ध किया जाता है , और गलत को सही , अब तो यही लगता है... Hindi · कविता 2 4 515 Share Shyam Sundar Subramanian 24 Jul 2022 · 1 min read आत्मज्ञान कुछ तो है अंदर छुपा हुआ , जो हम अब तक जान न पाए, खुद के अंदर झांककर ,अभी तक पहचान ना पाए, इधर उधर ढूंढते रहे , कहां छुपा... Hindi · कविता 3 4 499 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Jul 2022 · 1 min read नियमन सुबह की किरणों ने आकर मुझे जगाया, कहा भोर हो गई, उठो, सूरज उग आया , मैं उनींदा सा उठा, तो सामने मुस्कुराती किरणों को पाया , मैंने कहा, नाहक... Hindi · कविता 3 2 202 Share Shyam Sundar Subramanian 19 Jul 2022 · 1 min read बग़ावत राख़ को खाक़ न समझो, इसमें अब भी कोई दबी चिंगारी बाकी है , भड़केगी जब शोला बनकर कहर बरपा जाएगी , Hindi · कोटेशन 4 2 398 Share Previous Page 10 Next