jyoti jwala 635 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid jyoti jwala 10 Mar 2022 · 1 min read गद्दार है ये सोच रहा पद पाकर खालिस्तान बना देगा , भारत के टुकड़े कर दूजा पकिस्तान बना देगा , झूठ की कश्ती पर बैठे दूर तलक न जा सकता जल्द वक़्त... Hindi · मुक्तक 2 1 293 Share jyoti jwala 25 Feb 2022 · 1 min read गुजारिश ख़्वाहिश है कि तहरीर को सम्मान देंगे आप , मतदान करके इक बेहतर योगदान देंगे आप , कोशिश है बिखरे 'हिन्द ' को समेटने की फिर करके सही चयन सुरक्षित... Hindi · मुक्तक 1 1 308 Share jyoti jwala 14 Feb 2022 · 1 min read निवेदन? ना सरहद पर जाना है ,ना तुमको लहू बहाना है, राष्ट्र सुरक्षा हेतु केवल,इतना सा फर्ज़ निभाना है , विकास पथ पर बढ़ने , आतंकवाद से लड़ने को मतदान केंद्र... Hindi · मुक्तक 1 1 308 Share jyoti jwala 14 Feb 2022 · 1 min read पुलवामा "पुलवामा" देखा था नन्हे हाथों को अर्थी पर फूल चढाए थे, माँ,बहन,बीवी,बच्चे सब बिलखे थे, चिल्लाये थे, अब ऐसे मे तुम ही कह दो कैसे हम मुस्काएं, मन है व्यथित... Hindi · कविता 1 297 Share jyoti jwala 13 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक हम मौन रहे तो भारत को ये पाक बना देंगे , शरीयत से देश चलायेंगे इसे ख़ाक बना देंगे , इन्हें रोकना है वर्ना अंजाम पीढ़ियां भुगतेंगी देश ,धर्म ,संस्कृतियों... Hindi · मुक्तक 1 483 Share jyoti jwala 12 Feb 2022 · 1 min read विनती ???????????????????????? "सच लिखने की हिम्मत दे माँ, आगे बढूं रवानी से , चंद्रबरदाई सी लेखनी हो इतिहास लिखूँ कुर्बानी से" ????????????? Hindi · शेर 464 Share jyoti jwala 12 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक मेरे भारत के सीने में नफ़रत के तीर को , छोड़ गया गांधी ही इस मर्ज़ बवासीर को , लाखों हिंदू का गला काट ज़जिया वसूले पूजते हैं आज भी... Hindi · मुक्तक 293 Share jyoti jwala 12 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक ?????????????????????? यह सोच रहे हैं मेरा हिंदुस्तान बदल देंगे ? नफ़रत फ़ैलाकर दंगाई पहचान बदल देंगे जियो और जीने दो की नीति हम अपनाते शरिया वाले चाहते हैं, संविधान बदल... Hindi · मुक्तक 480 Share jyoti jwala 11 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक जो घोला है तुमने ज़हर हिजाब का , नबी के हुक्म आसमानी किताब का , चलने ना देंगे फिर नफ़रत की आंधी दुहाई खुदा की देकर झूठे जबाब का ,, Hindi · मुक्तक 320 Share jyoti jwala 11 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक लफ्ज़ भी दर्द कहाँ कह पाते , दिल के ज़ख्म नज़र ना आते , क्यूँ जिंदगी उस मोड़ पे लाई जहाँ मरते ना ज़िंदा रह पाते Hindi · मुक्तक 1 1 319 Share jyoti jwala 9 Feb 2022 · 1 min read शेर हमाम में औरों से ख़ुद को जुदा समझ बैठे , इंसान भी न थे जो खुद को खुदा समझ बैठे " Hindi · शेर 454 Share jyoti jwala 8 Feb 2022 · 1 min read मुक्तक वतन के नाम कर साँसे जो दुनिया छोड़ के निकलूं, सफर जब आखिरी हो मै तिरंगा ओढ़ कर निकलूं , वतन की आन पर कुर्बान , मेरी जान हो जाये... Hindi · मुक्तक 330 Share jyoti jwala 7 Feb 2022 · 1 min read विजयी बनाना है अगर काशी , मथुरा , अवधपुरी को बेहतर रूप में लाना है , तो मतदान केंद्र पर जाकर केवल कमल का बटन दबाना है,, Hindi · कविता 392 Share jyoti jwala 7 Feb 2022 · 1 min read " फिर भाजपा ही आएगी " " फिर भाजपा ही आएगी " टीपू टोपी बदल लिए पर जनता फिर पहनाएगी, कौम को अपनी भूल गए तुमको याद दिलाएगी, नफ़रत बोकर पाओगे तुम कैसे प्रेम के फल... Hindi · मुक्तक 229 Share jyoti jwala 31 Jan 2022 · 1 min read .. गुंडों को विकास से क्या लेना वो देश को केवल बाटेंगे , चयन में चूक हुई तो वो हर हिन्दू को चुनकर काटेंगे , गर्व है जिन धामों पर रखना... Hindi · मुक्तक 221 Share jyoti jwala 23 Jan 2022 · 1 min read ... चमन लूट ले बगवां ही अगर तो गैरों पे अंगुली उठायेंगे क्या , जिन्हें रौशनी चाहिए ही नहीं दीया अपने घर में जलायेंगे क्या , जिन्हें आदमी से मोहब्बत नहीं... Hindi · कविता 246 Share jyoti jwala 23 Jan 2022 · 1 min read .... दर्द में भी सदा मुस्कुराते रहे , मोहब्बत दिलों में जगाते रहे , मेरी राहों में खार पत्थर मगर सबकी राहें आसां बनाते रहे,, Hindi · मुक्तक 297 Share jyoti jwala 22 Jan 2022 · 1 min read .. करेंगे ना कोशिश तो पाएंगे क्या , सोचिये तो ज़रा लेके जाएंगे क्या , ख़िज़ां जिनकी यारों क़िस्मत में है बहारों के वह गीत गाएंगे क्या , Hindi · मुक्तक 1 265 Share jyoti jwala 22 Jan 2022 · 1 min read ... हर दर्द लाज़वाब है तेरा दिया हुआ मेरे दुश्मनों के संग है तू भी मिला हुआ दुश्मन तो घर को आग लगाते रहे मगर घी डालने के वक़्त तू भी... Hindi · मुक्तक 321 Share jyoti jwala 22 Jan 2022 · 1 min read ? शब रो -रो कर कटती दिन गम में गुजरता है , है खबर नहीं उसको दिल जिस पर मरता है , हर हाल में आना था लेकिन वो नहीं आया... Hindi · मुक्तक 244 Share jyoti jwala 21 Jan 2022 · 1 min read ... नयनों में अगन रखते ये अधर सवाली हैं , नाज़ुक नहीं फूलों से गुलशन के माली हैं , वो दौर नहीं हम पर कोई हुकुम चलाएगा इन हाथों ने भी... Hindi · मुक्तक 2 2 289 Share jyoti jwala 21 Jan 2022 · 1 min read .. मेरी मजबूरियों पे जश्न मनाने लगे हैं वो , जलाके जिंदगी मेरी मुस्कुराने लगे हैं वो , हमे देखके झुक जाती थी निगाहें शर्म से बन बेशर्म अब आंखें दिखाने... Hindi · मुक्तक 470 Share jyoti jwala 21 Jan 2022 · 1 min read ... यह टोपी ज़ालीदार पहन इफ़्तार की दावत खाते हैं, टुकड़े टुकड़े गैंग से मिल नफ़रत की आग लगाते हैं जो कारसेवकों पर गोली चलवाने का आदेश दिए वह मंचो से... Hindi · मुक्तक 221 Share jyoti jwala 6 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक भविष्य के झूठे ख़्वाब दिखा वर्तमान बदल देंगे हम जो चूक गए तो हमारा हिन्दुस्तान बदल देंगे, झूठे वादों के पुल पे टहलाने की कोशिश ज़ारी है जीत गए ग़र... Hindi · मुक्तक 263 Share jyoti jwala 6 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक सुनहरा पल मिलेगा आपको गीता के पन्नों में सब का हल मिलेगा आपको गीता के पन्नों में, बुद्धि, आत्मा, वाणी सभी को शुद्ध कर डाले वो गंगा जल मिलेगा आपको... Hindi · मुक्तक 274 Share jyoti jwala 4 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक शुभ दीपावली ????????????? सजी धरती ये दुल्हन सी सिया संग राम आए हैं, प्रभु पावन रज लिए चरणों में चारों धाम आए हैं अति हर्षित अवध नगरी अधर फिर मुस्कुराए... Hindi · मुक्तक 285 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक हम भला रूकते कहाँ राहों में पत्थर देखकर, क्यूँ तुम्हें तकलीफ़ होती हाल बेहतर देखकर जब ज्योति ने की हर हाल में जलने की ज़िद आँधियों ने अपने पाँव खींचे... Hindi · मुक्तक 2 291 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक पत्थर इक रोज पिघलता है, यह सूरज भी नित ढलता है, भाग्य भरोसे ही जो बैठ गया वो केवल हाथ ही मलता है Hindi · मुक्तक 1 239 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक ज़ेहन में भर लिए नफ़रत जंग कर बैठे, खुद से ही खुद की जिंदगी तंग कर बैठे, मज़हबी रंग में रंगकर भूले हक़ीक़त को अपना धर्म छोड़ा खुद को बेढंग... Hindi · मुक्तक 1 289 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक कुछ तकलीफें है जिनके वो क़सूरवार नहीं हैं, मिट्टी वतन की बेचना उनका क़ारोबार नहीं हैं , उंगली लाख उठाओ, लगाओ नित आरोप नए सभी जानते बेदाग़ हैं तुम जैसे... Hindi · मुक्तक 254 Share jyoti jwala 3 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक सच है अब तादाद बहुत गद्दारों की घुसपैठी,दंगाइयों और मक्कारों की, मज़हब की आड़ में छिपके बैठें जो है आतंकी पैदाइश उन्हीं हज़ारों की,, Hindi · मुक्तक 1 246 Share jyoti jwala 28 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सोच कर रिश्ता बनाना सीखिए, राज अपने भी छिपाना सीखिए ज़ख्म भी हँसने लगेंगे कर यकीं दर्द में केवल मुस्कराना सीखिये Hindi · मुक्तक 494 Share jyoti jwala 26 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक कोरोना में.... जब व्यवस्था मसीहा बन कर नज़र आई वक़्त रहते ही करोड़ों जिंदगी भी बच पाई हीरे की हक़ीक़त तो परख के समझे वरना धूप में तो कांच ने... Hindi · मुक्तक 2 360 Share jyoti jwala 26 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक झलक ही देखो तो कैसे जौहर ताप बताती है, वीरों की वीरता को, पापियों के पाप बताती है गद्दारो की कमी न थी कल भी अपने खेमो में आस्तीन में... Hindi · मुक्तक 1 467 Share jyoti jwala 25 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सब लिखते हैं धीमे - धीमे तू थोड़ी रफ्तार से लिख, ज्वाला की लेखनी तू प्यार से लिख,अंगार से लिख, सब लिखते अपनी बातें बस अपने दिन अपनी रातें कलम... Hindi · मुक्तक 1 2 477 Share jyoti jwala 21 Oct 2021 · 1 min read " करवाचौथ " (सैनिक की पत्नी का करवाचौथ ) हाथों में सजी मेहंदी की लाली, माँग सजा सिंदूर, पिया की राह निहारे गोरी जो बैठे अति दूर, वतन भी प्यारा सजन भी प्यारा... Hindi · कविता 4 4 309 Share jyoti jwala 20 Oct 2021 · 1 min read इस दिवाली ? केवल दीपक ही नही साज सज्जा के सामान भी हों, उपहार,मिठाई,दीपक,बाती भारतीय परिधान भी हो, स्वदेश प्रेम के हृदय में जगमग दीप जलें दिवाली में स्वदेशी अपना,अपनों की मेहनत का... Hindi · मुक्तक 1 308 Share jyoti jwala 20 Oct 2021 · 1 min read " राम " "भक्ति, प्रेम, त्याग, धर्म, कर्तव्य, ज्ञान की आशा है केवल शब्द 'राम ' ही सारे सद्गुणों की परिभाषा है" Hindi · शेर 1 284 Share jyoti jwala 19 Oct 2021 · 1 min read शेर लाख मोहब्बत कर लो लेकिन नफ़रत कहाँ बदलती है, गद्दारी लहू में शामिल हो तो फ़ितरत कहाँ बदलती है Hindi · शेर 1 290 Share jyoti jwala 19 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सत्य को वर्णित कर दे आओ मिलके कुछ खास लिखें राम-कृष्ण को समझे हम शिवशंकर का सन्यास लिखें कुछ वीर सपूतों की कुर्बांनी गुप्त रहीं जो अमर कहानी उनकी वीर... Hindi · मुक्तक 1 315 Share jyoti jwala 18 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक हवाओं में दीपक जलाने की कोशिश हथेली में उसको छुपाने की कोशिश, न उलझे तो सुलझेगी उलझन भी कैसे ये उलझन भी है सुलझाने की कोशिश Hindi · मुक्तक 269 Share jyoti jwala 18 Oct 2021 · 1 min read शेर सब तो अपना दे दिया तुझे और क्या दें ज़िंदगी, तू ही बता कैसे भला कहीं सिर झुका दें ज़िंदगी? Hindi · शेर 1 2 327 Share jyoti jwala 18 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक यह उलझनों से तो कभी प्यार से गुज़रती है हमारी ज़िंदगी हर रोज़ रफ़्तार से गुज़रती है, बड़ा मुश्किल होता रिश्तों को संभाले रखना रिश्तों की डोर शब्दों के तलवार... Hindi · मुक्तक 256 Share jyoti jwala 18 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक ये माना हमारी जिंदगी, आसान नहीं है इंसान कौन है जो, यहाँ परेशान नहीं है, वक़्त कब ठहरा,जो ठहर जायेगा अभी सब वक़्त के प्यादें कोई सुल्तान नहीं है " Hindi · मुक्तक 404 Share jyoti jwala 14 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सब के बस की बात नहीं जीना भी इक फ़न होता है, अंतरमन में झाँक के देखें, मन में इक दरपन होता है, पूरा भारत ही लगता है ऐसा, जैसे... Hindi · मुक्तक 2 2 323 Share jyoti jwala 14 Oct 2021 · 1 min read शेर लोग कहते हैं मुझे दुनियादारी निभाना नहीं आता, क्योंकि मुझे हर चौखट पे सर झुकाना नहीं आता, Hindi · शेर 1 2 294 Share jyoti jwala 13 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक अगर फूलों की चाहत है तो फिर खारों से बचना है, मज़हब ओढ़कर निकलें उन अदाकारों से बचना है, बचाना है जरूरी ग़द्दार देशद्रोहियों से इस वतन को नक़ाबपोश, आतंकी,... Hindi · मुक्तक 280 Share jyoti jwala 13 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक कल तलक तो खेत थे जो आज बंज़र से हुए वो फूल से क़िरदार थे जो आज खंजर से हुए वक़्त जब बिगड़ा तो महसूस ये मुझको हुआ दिल, दिमाग,... Hindi · मुक्तक 1 280 Share jyoti jwala 13 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक जाने कितनी ज़ालिम हो जाती है जज़्बात की ताप होश ठिकाने कर देती है अक्सर एहसासात है ताप उनसे पूछो जो झुलसे हैं सावन की घनघोर घटा में हम न... Hindi · मुक्तक 285 Share jyoti jwala 12 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक दूसरों के वास्ते जो खुद को उलझाते रहे, भीड़ में तन्हा रहे पर दिल को बहलाते रहे जब भी तनहाई मिली अपने ग़म पे रो लिये वो महफिलों में तो... Hindi · मुक्तक 1 290 Share Page 1 Next