Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2758 posts
Page 10
जिगरी पुराने वो यार गुजर गए
जिगरी पुराने वो यार गुजर गए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"कुछ तेरे कुछ मेरे ख्वाब हैं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*******फ़ायदा उठाते हैं लोग*********
*******फ़ायदा उठाते हैं लोग*********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**मार कर अरमान जलती आस है**
**मार कर अरमान जलती आस है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**हर पल बदलते ढंग हैं**
**हर पल बदलते ढंग हैं**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*बिखरा जीवन का ताश है*
*बिखरा जीवन का ताश है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कितने दिल के करीब हो
कितने दिल के करीब हो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*जब जीना ही हर हाल है*
*जब जीना ही हर हाल है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*जब जीना ही हर हाल है*
*जब जीना ही हर हाल है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
किसी नजर को  तेरी तलाश है
किसी नजर को तेरी तलाश है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं*
*मै ही हूँ आपका कोई दूजा नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है*
*अब हाल क्या पूछना घाव तो मर गए है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते*
*जमीनें हैँ महंगी जमीर बहुत ही सस्ते*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*प्रीत पराई की बुरी पीर घड़ी*
*प्रीत पराई की बुरी पीर घड़ी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बस इतनी सी कहनी बात है
बस इतनी सी कहनी बात है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो*
*चुपके-चुपके खोई प्रोफाइल देखती हो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*इश्क तो सदा यारों भरी रवानी में होता है*
*इश्क तो सदा यारों भरी रवानी में होता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*हँसना चाहूँ  तो रो पड़ता हूँ*
*हँसना चाहूँ तो रो पड़ता हूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**तीर सी सीधी चुभती बातें खरी-खरी**
**तीर सी सीधी चुभती बातें खरी-खरी**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
***** नीले नशीले नैन कटोरे *****
***** नीले नशीले नैन कटोरे *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*पेड़ों की छाँव बहुत शीत है*
*पेड़ों की छाँव बहुत शीत है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*नदिया किनारे मेरे गाँव में*
*नदिया किनारे मेरे गाँव में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**तुम क्या जानो दास्तां**
**तुम क्या जानो दास्तां**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी*
*अंग गौरी तेरे जैसे गहने हों भारी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*जरा आगोश  मे तो  आओ हम होश में नहीं
*जरा आगोश मे तो आओ हम होश में नहीं"
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*हमे अब भी गुजरा जमाना याद है*
*हमे अब भी गुजरा जमाना याद है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*बसते हो तुम साँसों में*
*बसते हो तुम साँसों में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
***जाने कैसे ये हादसा हो गया***
***जाने कैसे ये हादसा हो गया***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हम पंछी गगन के हैँ तेरे
हम पंछी गगन के हैँ तेरे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**तंग  करने  लगी खुद की परछाई है**
**तंग करने लगी खुद की परछाई है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले*
*बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है**
**फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा****
***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है
जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है
जी ली जिंदगी अब मरने की बारी है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा****
***मन में बहती रहे प्रेम की गंगा****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है**
**फूलों सा सुन्दर गांव मेरा है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले*
*बहुत मिलेंगे खुशियों में जहर घोलने वाले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
************* रोटियां ************
************* रोटियां ************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
************* रोटियां ************
************* रोटियां ************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**तंग  करने  लगी खुद की परछाई है**
**तंग करने लगी खुद की परछाई है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अपने सपने खुद चुन लो
अपने सपने खुद चुन लो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*जिंदा हो तो जिंदापन का अहसास जरूरी है*
*जिंदा हो तो जिंदापन का अहसास जरूरी है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम भरे कभी लिखते खत थे
प्रेम भरे कभी लिखते खत थे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*सत्य तोलना हो तो जगदीश तुम बनो*
*सत्य तोलना हो तो जगदीश तुम बनो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
********* रंग बदलते लोग *********
********* रंग बदलते लोग *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
निगाहों निगाहों में पाया है तुझको
निगाहों निगाहों में पाया है तुझको
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**शिक्षक की बना दी बॉल**
**शिक्षक की बना दी बॉल**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*आंखों में अश्क समाये हैं*
*आंखों में अश्क समाये हैं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
********मिट्टी की खुश्बू******
********मिट्टी की खुश्बू******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Page 10
Loading...