'अशांत' शेखर Language: Hindi 534 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 11 'अशांत' शेखर 7 Jun 2022 · 1 min read ✍️माटी का है मनुष्य✍️ ✍️माटी का है मनुष्य✍️ ------------------------------// तू सृष्टि,कलुषित उत्पत्ती है मानव । तू दृष्टी पापहीन वृत्ती है दानव..।। तू अधीर लोभ चित्त मोह है मनुष्य । तू हृदयी भावनाहीन लिन भोग... Hindi · कविता 4 9 260 Share 'अशांत' शेखर 7 Jun 2022 · 1 min read ✍️डर काहे का..!✍️ ✍️डर काहे का..!✍️ -------------------------------------------------------// सैया भये कोतवाल तो फिर डर काहे का..! जो जुबाँ में है,वो बक जाओ,डर काहे का..! सवालो पर बवाल,जवाब पर चुप्पी साधे है। सिर्फ गूँगा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 625 Share 'अशांत' शेखर 7 Jun 2022 · 1 min read ✍️लोग जमसे गये है।✍️ ✍️लोग जमसे गये है।✍️ -----------------------------------------------------------// दुनियां को जीतकर मैं घर में हार जाता हूँ। उन्हें खुशिया देने,मैं हर दर्द के पार जाता हूँ।। जुबाँ जुबाँ में सिर्फ कड़वाहट ही मिलती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 355 Share 'अशांत' शेखर 6 Jun 2022 · 1 min read ✍️क्या क्या पढ़ा है आपने ?✍️ ✍️क्या क्या पढ़ा है आपने ?✍️ --------------------------------------------// क्या क्या पढ़ा है आपने ? रामायण,महाभारत,गीता खण्ड खण्ड अखंड पढ़ी है! क्या पाखंड पढ़ा है आपने ? क्या क्या पढ़ा है आपने... Hindi · मुक्तक 2 8 490 Share 'अशांत' शेखर 6 Jun 2022 · 1 min read ✍️मेरा मकान भी मुरस्सा होता✍️ ✍️मेरा मकान भी मुरस्सा होता✍️ --------------------------------------------------------------------// ये कहानी ना लिखते वो,यदि मैं भीड़ का हिस्सा होता। ना कोई फ़साना ना अफ़साना ना कोई किस्सा होता।। झूठ यहाँ महंगा बिकता सच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 377 Share 'अशांत' शेखर 6 Jun 2022 · 1 min read ✍️जिंदगी क्या है...✍️ ✍️जिंदगी क्या है...✍️ --------------------------------------------------------// जिंदगी क्या है, ढलते दिन पल की क़िताब है। जिंदगी क्या है, गुजरे रात लम्हो का हिसाब है। यहाँ समझ के परे है,पराये जाने,अपने अंजाने जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 568 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैं जब पी लेता हूँ✍️ ✍️मैं जब पी लेता हूँ ✍️ --------------------------------------// मैं जब थोड़ीसी पी लेता हूँ । अस्सल जिंदगी जी लेता हूँ ।। मुझे दुर तक कोई डर नहीं सताता है। मेरे पास... Hindi · मुक्तक 2 369 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैंने पूछा कलम से✍️ ✍️मैंने पूछा कलम से ✍️ --------------------------------------// मैंने पूछा कलम से किसके लिये क्या लिखूं ? कलम ने कहाँ राम के लिये "मर्यादा" सीता के लिये "अग्निपरीक्षा" कृष्ण के लिये "वरदान"... Hindi · मुक्तक 6 19 729 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️"सूरज"और "पिता"✍️ ✍️"सूरज"और "पिता"✍️ --------------------------------------// आप सभी को ऐसा लगता होगा के "सूरज" संध्या समय डूब जाता होगा । ये सच नहीं है... वो धरा की दुसरे हिस्से में बसे अपने बच्चों... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 3 6 416 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️वो पलाश के फूल...!✍️ ✍️वो पलाश के फूल...!✍️ ------------------------------------// वो पलाश के फूल...! गहरे केसरी लाल जैसे जंगल में हो आग वो पलाश के फूल...! फ़ागुन का संकेत दर्शाते हैं बसंत का एहसास जगाते... Hindi · मुक्तक 4 7 1k Share 'अशांत' शेखर 4 Jun 2022 · 1 min read ✍️हे शहीद भगतसिंग...!✍️ ✍️हे शहीद भगतसिंग...!✍️ ----------------------------------------// इस उम्र में तो जीवन के प्रति कोई सूझबूझ भी विकसित नहीं होती, आपने तो सामंतवादी साम्राज्य को ललकारा, फाड़ दिया काली सियाही से लिखा काले... Hindi · मुक्तक 1 4 537 Share 'अशांत' शेखर 4 Jun 2022 · 1 min read ✍️जंग टल जाये तो बेहतर है✍️ ✍️जंग टल जाये तो बेहतर है✍️ ----–--------------------------------// कल मैं अकेला चला था, आज उस राह कारवाँ चला है । अंजाम मंजुर है चाहे कुछ भी हो, वो होकर बेपरवाह चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 493 Share 'अशांत' शेखर 4 Jun 2022 · 1 min read ✍️दिल बहल जाता है।✍️ ✍️दिल बहल जाता है।✍️ -------------------------------------// मानव गर जंग कलम से करना सिख ले, तो हथियार जंग खा जायेंगे । कितना अच्छा होगा बेवजह लोग मारे नही जायेंगे। मानव गर तंग... Hindi · मुक्तक 4 4 281 Share 'अशांत' शेखर 4 Jun 2022 · 1 min read ✍️आओ गुल गुलज़ार वतन करे✍️ .✍️आओ गुल गुलज़ार वतन करे✍️ ---------------------------------------------// आओ थोड़ी अच्छाइयाँ पठन करे । आओ थोड़ी सच्चाइयाँ मनन करे ।। विश्वास में क्या कमी रह गयी है,। आओ इस विषय पर भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 215 Share 'अशांत' शेखर 4 Jun 2022 · 1 min read ✍️कबीरा बोल...✍️ .✍️कबीरा बोल...✍️ ---------------------------------// मन खोजे चारो ओर सत् पर खुद अंदर झांक ना पाय । बोल जिव्हा के खुद तोल ना पाय दूजे कटु वानी सुन पीड़ा करे।। जग जग... Hindi · दोहा 1 2 526 Share 'अशांत' शेखर 3 Jun 2022 · 2 min read ✍️✍️धूल✍️✍️ ✍️✍️धूल✍️✍️ -------------------------------------// साल बाद लौटा हूँ गहरी नींद थी पलकें भारी थी फिर भी सोचा आज घर की सफाई कर ली जाए, पाँच कमरे की ना सही कम से कम... Hindi · मुक्तक 2 453 Share 'अशांत' शेखर 3 Jun 2022 · 1 min read ✍️किसान के बैल की संवेदना✍️ ✍️किसान के बैल की संवेदना✍️ ---------------------------------------------------// मालक सूली पर अपने आपको ना चढ़ाईये मुश्किल के कीचड़ में परिवार के पाँव ना गढ़ाईये इस दफ़ा इंसान से ईश्वरअल्ला की इबादत और... Hindi · मुक्तक 2 2 255 Share 'अशांत' शेखर 3 Jun 2022 · 4 min read ✍️ये केवल संकलन है,पाठकों के लिये प्रस्तुत ईरानी मजदूर साबिर हका की कविताएं तडि़त-प्रहार की तरह हैं. साबिर का जन्म 1986 में ईरान के करमानशाह में हुआ. अब वह तेहरान में रहते हैं और इमारतों में निर्माण-कार्य... Hindi · मुक्तक 1 287 Share 'अशांत' शेखर 3 Jun 2022 · 1 min read .✍️वो थे इसीलिये हम है...✍️ ✍️वो थे इसीलिये हम है...✍️ ---------------------------------------------------- // पिता..! हमारे जीवन सृष्टि के है शिल्पकार... वो है जनक हम उनका अविष्कार... बिना उनके कैसे मिलता व्यक्तित्त्व को नया आकार... संसाररूपी कश्ती... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 6 12 347 Share 'अशांत' शेखर 2 Jun 2022 · 1 min read ✍️वास्तविकता✍️ ✍️वास्तविकता✍️ ------------------–-------------------// गुजरा बचपन उस चाल में जहाँ पुलिस का काफी पहरा होता था पीछे चाल सामने थाना होता था पिता मेरे कर्तव्यदक्ष पुलिसवाले थे घर में कमही थाने में... Hindi · मुक्तक 2 355 Share 'अशांत' शेखर 2 Jun 2022 · 1 min read ✍️अहज़ान✍️ ✍️अहज़ान✍️ --------------------------------------------------// काश सब्र से तेरी कड़वी बात मान लेता दुनियां एक आइना है ये सच जान लेता सारे क़िताबी दावे सच नहीं होते ज़नाब यहाँ अपना ही तर्क अपना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 272 Share 'अशांत' शेखर 2 Jun 2022 · 1 min read ✍️जीवन की ऊर्जा है पिता...!✍️ ✍️जीवन की ऊर्जा है पिता...!✍️ -----------------------------------------------------------// यदि आप अपने जीवनी के आरंभ को याद करोगे तो सबसे पहले उँगली थामे हुए पिता को पाओगे नन्हें नन्हें झकोलते कदमो के प्रारंभ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 8 332 Share 'अशांत' शेखर 2 Jun 2022 · 1 min read ✍️आझादी की किंमत✍️ ✍️आझादी की किंमत✍️ --------------------------------// अपनी आझादी छीन जाने के डर से ज्यादा पीड़ादायीं और तकलीफ़देह कुछ भी नहीं हो सकता.... अपनी नाजायज़ ताकतो पे दुनियां के जालीमो ने मजलूमो के... Hindi · मुक्तक 463 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️मुमकिन था..!✍️ ✍️मुमकिन था..!✍️ ---------------------------------------------// उस हादसे को टालना मुमकिन था तुझे पाने का लालच भी हसींन था मेरा तो कोई कद था ना किरदार था फिर भी आपको मुझ पर यक़ीन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 270 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️शराब का पागलपन✍️ ✍️शराब का पागलपन✍️ -----------------------// उसने कल चिल्लाते हुए अपना सारा गुस्सा रूस पे निकाला उसको यूक्रेन से बड़ी हमदर्दी थी केवल... अच्छा हुवा दो पेग ही पिया था वरना चीन... Hindi · मुक्तक 1 384 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️शरारत✍️ ✍️शरारत✍️ ------------------// ये किसकी शरारत थी सूरज ने बग़ावत की उजाला अँधेरे की चाहत में खो गया और दुनिया का अंतिमसंस्कार हो गया ---------------------// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 01/06/2022 Hindi · मुक्तक 281 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️अजनबी की तरह...!✍️ ✍️अजनबी की तरह...!✍️ ----------------------------------------------------// ये दर-ओ-दीवार किसी अजनबी की तरह ये शहर मुझसे मिलता है अजनबी की तरह उसके दीवार पे पाठशाला वाली तस्वीर थी आज वो दोस्त मिला था,अजनबी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 287 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️याद✍️✍️ ✍️✍️याद✍️✍️ --------------------------// कल रात बेपनाह उनकी याद आयी... आईने में मैंने चाँद का दीदार कर लिया। ----------------------------// ✍️"अशांत"शेखर✍️ Hindi · शेर 302 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️जुर्म संगीन था...✍️ ✍️जुर्म संगीन था...✍️ ……………………………………………………………// उम्मीद पे खरा उतरु ये तेरा अज़ीब यकीन था मैं खुदा नहीं,खुदा के लिए भी ये नामुमकिन था आसमाँ के बुलंदियों को छूना आसाँ नहीं होता... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल/गीतिका 2 7 297 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️तर्क✍️ ✍️✍️तर्क✍️✍️ --------------------------// तू सिर्फ तर्क की बात कर... सभी क़िताबी दावे सच नहीं होते...! -----------------------------// ✍️"अशांत"शेखर✍️ Hindi · शेर 1 2 348 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️तलाश ज़ारी रखनी चाहिए✍️ ✍️तलाश ज़ारी रखनी चाहिए✍️ ---------------------------------// कल तक मुझे लगता था उम्र छोटी,वक़्त ज्यादा है आज वक़्त कम और उम्र कुछ ज्यादा ही लंबी है... शायद वक़्त से पहले कुछ काम... Hindi · मुक्तक 193 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️आज फिर जेब खाली है✍️ ✍️आज फिर जेब खाली है✍️ ------------------------------------// आज तन्हा फिर जेब खाली है कमबख़्त जिंदगी जैसे गाली है वो बुझा ना पाया प्यास अपनोकी नीर की भरी सुराई आज खाली है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 445 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 1 min read ✍️लौटा हि दूँगा...✍️ ✍️लौटा हि दूँगा...✍️ …………………………………………………// अग़र धोख़ा हुवा है तेरी ज़मी पे तो तुम क्यूँ मेरा ही आसमान छिनते हो जो देखे वो ख़्वाब ही खुदगर्ज़ थे तो तुम क्यूँ मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 457 Share 'अशांत' शेखर 1 Jun 2022 · 2 min read ✍️बुलडोझर✍️ .✍️बुलडोझर✍️ ----------------------------------------// मैं कैसे मान लूँ तुम्हारे इल्तिज़ा फर्मान को । आप शक के नज़र से देख रहे हो मेरे ईमान को । किसका ज़ुर्म है एक दफ़ा बता तो... Hindi · मुक्तक 202 Share Previous Page 11