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Page 10
मैं तो मन से अपना काम करूंगा !
मैं तो मन से अपना काम करूंगा !
Ajit Kumar "Karn"
रक्षा बंधन है ऐसा इक पावन त्योहार !
रक्षा बंधन है ऐसा इक पावन त्योहार !
Ajit Kumar "Karn"
रक्षा बंधन का ये पावन त्यौहार !
रक्षा बंधन का ये पावन त्यौहार !
Ajit Kumar "Karn"
चकाचौंध भरी दुनिया कुछ भी नहीं है !
चकाचौंध भरी दुनिया कुछ भी नहीं है !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( कुछ फ़रमान आया है )
Ajit Kumar "Karn"
मेरे पिता ने मुझे कर्मठ बनाया !
मेरे पिता ने मुझे कर्मठ बनाया !
Ajit Kumar "Karn"
कोई आसमान छूना चाहे तो छू सकता है !
कोई आसमान छूना चाहे तो छू सकता है !
Ajit Kumar "Karn"
एक ऐसा वक्त तो ज़रूर आएगा !
एक ऐसा वक्त तो ज़रूर आएगा !
Ajit Kumar "Karn"
काश, कोई दिल की बातें गर पढ़ लिया होता !
काश, कोई दिल की बातें गर पढ़ लिया होता !
Ajit Kumar "Karn"
सारी सीढ़ियाॅं चढ़ जाऊंगा !
सारी सीढ़ियाॅं चढ़ जाऊंगा !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- (छाया था खुमार मन में....)
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( आजादी का जश्न चहुॅंओर.... )
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( हरेक बाधाओं को तोड़ेंगे )
Ajit Kumar "Karn"
किसी की भावनाओं को ठेस ना लगे !
किसी की भावनाओं को ठेस ना लगे !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( वो मान गई थी किसी तरह.... )
Ajit Kumar "Karn"
कोई अहसासों में साथ रहेगा !
कोई अहसासों में साथ रहेगा !
Ajit Kumar "Karn"
क्योंकि चूक तो चूक होती है !
क्योंकि चूक तो चूक होती है !
Ajit Kumar "Karn"
उन सभी का आभारी हूॅं मैं....
उन सभी का आभारी हूॅं मैं....
Ajit Kumar "Karn"
भरोसे का क़त्ल !
भरोसे का क़त्ल !
Ajit Kumar "Karn"
"लेखनी की चमक"
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- (आहिस्ता-आहिस्ता ही सही....)
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- (इशारों में ही समझ लो....)
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( दो बड़ी-बड़ी विभूति.... )
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( कैसे बताऊं तुझे.... )
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- (जो कुछ भी ख़्वाबों में....)
Ajit Kumar "Karn"
इक पल जो कभी ख़्वाबों में खो जाता हूॅं !
इक पल जो कभी ख़्वाबों में खो जाता हूॅं !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"-(वो कभी मानने को तैयार ही नहीं )
Ajit Kumar "Karn"
काश, हमारी ये उम्र ना झलकती....
काश, हमारी ये उम्र ना झलकती....
Ajit Kumar "Karn"
दुनिया में मैं कुछ करना चाहता हूॅं !
दुनिया में मैं कुछ करना चाहता हूॅं !
Ajit Kumar "Karn"
तो तुम पुकारती क्यूॅं हो....?
तो तुम पुकारती क्यूॅं हो....?
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( मैं तो समझ गया था.... )
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( मैं तुझे नहीं कहूॅंगा.... )
Ajit Kumar "Karn"
कुछ लोग बस, यूॅं ही लिख जाते हैं !
कुछ लोग बस, यूॅं ही लिख जाते हैं !
Ajit Kumar "Karn"
"शेर"- ( इक दिन अचानक ही.... )
Ajit Kumar "Karn"
"शेर"- (जो हम तेरे दिल का थोड़ा....)
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- (अब मुझे एक पल भी....)
Ajit Kumar "Karn"
कर्म से कदापि ना चूकें !
कर्म से कदापि ना चूकें !
Ajit Kumar "Karn"
ये दुनिया सिर्फ़ काम ही देखती !
ये दुनिया सिर्फ़ काम ही देखती !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- (मैं अपने ही अस्तित्व को....)
Ajit Kumar "Karn"
समीक्षा लेखन भी अत्यावश्यक है !
समीक्षा लेखन भी अत्यावश्यक है !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( तुझे इक ऐसी बात बताऊं )
Ajit Kumar "Karn"
ईश्वर हमारी मदद करेंगे !
ईश्वर हमारी मदद करेंगे !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( गर उस गली से.... )
Ajit Kumar "Karn"
कमी व अति दोनों ही घातक है !
कमी व अति दोनों ही घातक है !
Ajit Kumar "Karn"
तूने मुझे एकदम सही रास्ता दिखाया !
तूने मुझे एकदम सही रास्ता दिखाया !
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( गरीबों की हालत.... )
Ajit Kumar "Karn"
"मुक्तक"- ( ज़िंदगी से कितनी आस.... )
Ajit Kumar "Karn"
ताकि गर्व हो आप पर सभी भारतीयों को !
ताकि गर्व हो आप पर सभी भारतीयों को !
Ajit Kumar "Karn"
वापस आने का इंतज़ार करूॅंगा !
वापस आने का इंतज़ार करूॅंगा !
Ajit Kumar "Karn"
मन में उठे अरमानों को संजोएं !
मन में उठे अरमानों को संजोएं !
Ajit Kumar "Karn"
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