Ranjana Mathur 479 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 9 Next Ranjana Mathur 15 Sep 2017 · 1 min read =**इक दूजे के लिए **= न उनके बिन कोई जिन्दगी है तुम्हारी, न बिन तुम्हारे कहीं उनका गुजारा। तुम नहीं है तो उनकी हर रात अंधेरी, सूना-सूना सा लगे उन्हें हरेक सवेरा। बिना उनके न... Hindi · कविता 349 Share Ranjana Mathur 15 Sep 2017 · 1 min read =*= कुछ अच्छा हो जाए =*= तकलीफों से न तू सबक ले, जो न करे गुरूर को नष्ट। अहंकार का जोश दिख रहा, हो रहा है तू क्यों पथ-भ्रष्ट। जो तू आज कर रहा प्राणी, खुशी... Hindi · कविता 367 Share Ranjana Mathur 15 Sep 2017 · 1 min read == नतीजे आएंगे == पता नहीं क्यों आज देश के बहुत हुए बदतर हालात। हत्या, उपद्रव, बाढ़, दुर्घटनाओं से पहुंचा जन-जन को आघात। जन-जन को आघात आकाओं को नहीं है फुरसत। वोट बटोरना जनता... Hindi · कुण्डलिया 534 Share Ranjana Mathur 15 Sep 2017 · 1 min read तू क्या है मेरी नजर में घर भर की जान है बेटी। मां का अरमान है बेटी । पापा का लाड दुलार है बेटी। आंगन की किलकारी है बेटी। पूजा घर की पावन आरती है बेटी।... Hindi · कविता 506 Share Ranjana Mathur 14 Sep 2017 · 3 min read आओ सोचें ! यदि करते हैं हम हिन्दी से प्यार। सभी भारतवासियों को आज दिनांक 14सितम्बर 2017 को " हिन्दी दिवस " एवं दिनांक 14 सितम्बर 2017 से 28 सितंबर 2017 तक " हिन्दी पखवाड़ा "की हार्दिक बधाईयाँ । यह... Hindi · लेख 528 Share Ranjana Mathur 14 Sep 2017 · 1 min read "आह्वान हिन्दी का " आओ भारत वासी आओ, माँ की करुण पुकार सुनो। हिन्द देश के हिन्दुस्तानी, हिन्दी का आह्वान सुनो। बुला रही है तुम्हें तुम्हारी, मातृभाषा पुकार कर। कि मेरे बेटों मेरे... Hindi · कविता 305 Share Ranjana Mathur 14 Sep 2017 · 1 min read ____ * स्वावलंबन * _____ किसी की भी चाहत अधिक न करो। अपने रास्ते खुद तय करो।। इस संसार की यही रीत है। कोई किसी का नहीं इस जहाँ में।। इसलिए जहाँ तक हो सके... Hindi · मुक्तक 633 Share Ranjana Mathur 14 Sep 2017 · 1 min read == थोड़ी ठंड रखिए == दिल भी सही रखिए, दिमाग सही रखिए। दिल में उठने वाले, खयालात सही रखिए। उस जगह जहाँ पर न समझे कोई आपको, वहां चुप रह कर हालात सही रखिए। जहाँ... Hindi · कविता 581 Share Ranjana Mathur 13 Sep 2017 · 1 min read - - रह गया - - मेरी खातिर आप ने जो कुछ किया, उस का तो कर्ज ही चुकाना रह गया। आप ने तो संवारी मेरी जिंदगी, मुझसे ये फर्ज भी निभाना रह गया। आप ने... Hindi · गीत 545 Share Ranjana Mathur 13 Sep 2017 · 1 min read प्यारे पापा को सस्नेह समर्पित हम तो हैं इक अंश आप का, आप से मिला ये तन, ये काया।। पहला कदम पहला शब्द, आपसे ही हमने पाया।। पल- पल मिलती रही हमें, आपके प्यार की... Hindi · कविता 713 Share Ranjana Mathur 13 Sep 2017 · 1 min read श्राद्ध क्यों ? जीते जी यदि रखते होते माता - पिता में श्रद्धा तुम। तो न दिखाई देते होते, जगह-जगह पर वृद्धाश्रम। बाद मृत्यु के जागी आस्था, कर रहे तर्पण, कर रहे श्राद्ध।... Hindi · कविता 465 Share Ranjana Mathur 13 Sep 2017 · 1 min read दर्द बुरा होता है धीरे-धीरे ही तेरी सच्चाई का ,पता होता है ऐ दुनिया। बाद की तन्हाई का दर्द बुरा होता है ऐ दुनिया। बचपन का मीठा प्यार बहुत भाता था मगर युवा भाइयों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 519 Share Ranjana Mathur 12 Sep 2017 · 1 min read जीना नहीं तेरे बिना जब से साथ तुम्हारा पाया जब से तुम्हें पहचाना। तुमने मुझे सिखाया किसे कहते हैं साथ निभाना।। दुख की परछाई हो या हो मुसीबतों के अंधेरे। इनसे पहले ही आ... Hindi · कविता 449 Share Ranjana Mathur 12 Sep 2017 · 2 min read *=* एक और गृहस्थी *=* "अरी गीता। आज स्टोर की सफाई करनी थी। तू घर की रोटी पानी निबटा कर दोपहर को आ जाना जरा।"ऋचा ने आवाज दी। दीपावली में अब कुछ ही दिन बाकी... Hindi · लघु कथा 426 Share Ranjana Mathur 12 Sep 2017 · 1 min read ***दरद जिया का *** * सावन आयो सजनवा ना आयो जी ** लायो बहार संग दुःखवा भी लायो जी। *** रिमझिम बरसे बदरिया से बुंदियां **** झरझर बरसे हैं गोरिया के अंसुवा। ***** यूं... Hindi · कविता 546 Share Ranjana Mathur 12 Sep 2017 · 1 min read आया सावन झूम के फिर आयो जी मनभावन सावन धरा ने ओढ़ी धानी चुनरिया। गगन हुआ मनमगन बरसाई कारी-कारी बदरिया। पनघट पर छेड़े कान्हा जब गगरी में जल ले चली गुजरिया लाज न मुरलीधर... Hindi · कविता 458 Share Ranjana Mathur 11 Sep 2017 · 1 min read ==== तुझे अर्पण ==== सुर हैं मेरे पर गीत तेरे हैं सुर हैं मेरे पर गीत तेरे हैं भगवन आप ही मीत मेरे हैं। वाणी ये मेरी गुन तेरे ही गाये सदा इक इक... Hindi · गीत 462 Share Ranjana Mathur 11 Sep 2017 · 2 min read कसें लगाम नन्हे निर्दोष बालक की स्कूल में चाकू से गोद कर हत्या ? मासूम अबोध बालिका के साथ स्कूल के भीतर अमानवीय घृणित कुकृत्य ? स्कूल में धूप में दौड़ लगवाते... Hindi · लेख 543 Share Ranjana Mathur 11 Sep 2017 · 1 min read प्रातःकालीन वन्दन जय जय जय प्रभु दीनदयाला हर क्षण हर पल तूने संभाला तू ही है सब का रखवाला जपते हम तेरे नाम की माला। ----रंजना माथुर दिनांक 06/07/2017 मेरी स्व रचित... Hindi · कविता 694 Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read बेटा तुझको जन्म दिन मुबारक ओ लाड़ले ! राहें तेरी हो निष्कंटक, जीवन सदा रहे खुशहाल। स्वस्थ रहे तू, प्रसन्न रहे तू, जुग जुग जिए तू मेरा लाल। खुशियाँ हर पल चूमें तेरे कदम, तरक्की... Hindi · कविता 4k Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read ==कुछ तो कीजिए == चमन में खिलेंगे गुल भी, थोड़ा इंतजार तो कीजिए। कुदरत ने किया श्रृंगार , थोड़ा दीदार तो कीजिए। मानेंगे रूठे यार, थोड़ी मनुहार तो कीजिए। उड़ जाएंगे दिलों के गुबार,... Hindi · कविता 326 Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read ले लो दुआएँ माँ-बाप की (वर्ण पिरामिड) ओ मेरे लाडले तुझको दूं जी भर कर अपनी दुआएं जुग-जुग जिए तू ! ********** मांँ हूँ ना तभी तो बेचैन हूँ अपने लाल की याद करके अँखियाँ भिगोती हूँ।... Hindi · कविता 596 Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read *उम्मीद पर टिकी है दुनिया * फिज़ाओं में खुशबुएं भी हैं घुली घुली, केवल जहर ही नहीं हवाओं की उड़न में। आओ छुअन में एहसास करें जरा।। ******* दुनिया में प्रेम और नेकी भी है रची... Hindi · कविता 408 Share Ranjana Mathur 10 Sep 2017 · 1 min read बीती यादों के बसेरे तन्हा रातों में बिसरी यादों को आवाज दे बुला रहा हूँ मैं। जुबां तो हो चुकी खामोश सदा दिल की सुना रहा हूँ मैं। दवा तो हो चुकी बेअसर कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 718 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read =आओ प्रकृति की पूजा करें= प्रकृति मित्र है मानव मात्र की, वह संरक्षक है संसार की। हमारी श्वास है वह, उच्छवास है वह, जीवन का आधार है वह, प्राण वायु की वाहक है वह। प्रकृति... Hindi · कविता 595 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read यही है दुनिया कविता - - -( वर्ण पिरामिड) रे भोले मनवा दुनिया की चालबाजियां कब समझेगा ओ मूरख नादान। है सब भरम दुनिया में ना ही कुछ भी सांचा है जग में... Hindi · कविता 462 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read कुण्डलिया साथ बुरे का दोगे तो खुद भी बुरे कहलाओ। कोयले की ये कोठरी कैसे खुद को बचाओ। कैसे खुद को बचाओ बहुत कठिन है भाई। संगत की रंगत तो हरदम... Hindi · कुण्डलिया 424 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read हसरत है मेरी बिन तेरे अब तो गुजारा कहीं नहीं मेरा, भरी महफ़िल में रहकर भी तन्हां रहूँगा। तेरी यादों की खुशबू में है ऐसी तासीर हर पल उसी अहसास से महका रहूँगा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 500 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read हमें जवाब चाहिए आक्सीजन की कमी से दम तोड़ते मासूम बाढ़ों के सैलाब में बहते बेबस नर नारी ट्रेन हादसों में ढेर होती लाशें शायद हैं सारे महज तमाशे विद्यालयों में बालकों की... Hindi · कविता 772 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read जागो जागो जंगलात को काट काट हम बना रहे हैं शहर, प्रकृति का प्रकोप कभी बन कर गिरेगा कहर। कुदरत और प्राणी दोनों हैं इक दूजे के पूरक, न समझा मानव... Hindi · कविता 393 Share Ranjana Mathur 9 Sep 2017 · 1 min read *=* नारी शक्ति को समर्पित *=* नारी न कहिए उसको बेचारी। नही है बेबस न कोई लाचारी। पुरुष को देना छोडो़ दोष। वह नहीं है अत्याचारी। बुराई तो छिपी है खुद जड़ों में हमारी। पुरुष ने... Hindi · कविता 555 Share Ranjana Mathur 8 Sep 2017 · 1 min read कौन उत्तरदायी ? ब्लू व्हेल गेम से हो रही आत्महत्याएं और इस से उपजे भय के लिए कौन उत्तरदायी है ? उत्तर दायित्व हैं बच्चों के अभिभावक। पाश्चात्य संस्कृति व सभ्यता का अंधानुकरण... Hindi · लेख 1 667 Share Ranjana Mathur 8 Sep 2017 · 1 min read == वक्त को पहचान लिया हमने == तेरे गरूर को तो करके यूँ टुकड़े-टुकड़े, हमने भी तेरे उस भरम को तोड़ना शुरू कर दिया। समय ने भी शुरू किये अपने तेवर बिखेरने मैंने भी तुमसे कुछ न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 386 Share Ranjana Mathur 8 Sep 2017 · 2 min read तुझे किस नाम से पुकारूं भोलेनाथ को समर्पित (शिव जी के 51 नाम सहित कविता ) भोलेनाथ ओ शंकर त्रिपुरारी, ओ त्रिपुरारी - - - - शर्व तेरी है महिमा बड़ी न्यारी। बेलपत्र आक धतूरा... Hindi · कविता 658 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read == सपने में == सीमा पर प्रहरी बनकर, तुम्हें है अपना देश बचाना। तुम ने ही है मुझे सिखाया, दूर रह कर भी साथ निभाना। मैंने सीख लिया है प्रियवर, तुम बिन इस दिल... Hindi · कविता 1 396 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read *** थाह नहीं *** तेरा यह गांभीर्य, लिए है कितनी गहराई? है आभास नहीं। मांँ कहलाना हे वसुंधरे, क्या होता है आसान कभी? जगत् माता निज उर पर, तू सहिष्णुता की प्रतिमूर्ति बन, सहती... Hindi · कविता 617 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read ~~~~~दर्पण~~~~~ ===दर्पण=== सीखिए आईने से हिम्मत रखना। नाजुक इतना कि टूट जाता है एक पत्थर से ही। लेकिन सच्चाई की तस्वीर दिखाने में डरता नहीं। झूठ कभी बोलने की कोशिश करता... Hindi · कविता 846 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read वो भी क्या दिन थे आज के दोहे - - 1.छत पर जल छिड़काय के, बिस्तर दियो लगाय। पड़ते ही आती थी निंदिया, प्रभु ए सी दियो चलाय।। 2.रखते छत पर रोज इक, पानी भरी... Hindi · दोहा 1 1 661 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read = तेरा साथ है तो = अगर तुम झुकने से खुश हो, तो हम झुक जाएंगे। बिन साथ के तुम्हारे तो, दिल के तार ही रुक जाएंगे। हो तुम पास मेरे, तो है जिन्दगी। बिना तुम्हारे... Hindi · कविता 525 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read जय हे! वीणा पाणि माता जय हो जय माता शारदे ! ओ शारदे ! हमें तार दे। तेरे ही चरणों में है, मेरा स्वर-स्वर, मेरा शब्द-शब्द, तू इन्हें उद्धार दे। माता शारदे ! मांँ शारदे,... Hindi · कविता 1 1 375 Share Ranjana Mathur 7 Sep 2017 · 1 min read सुन सैनिक प्यारे ऐ रणबांकुरे सपूत हमारे! ऐ वीर बहादुर सैनिक प्यारे! अब तुझको तेरा देश पुकारे, अब तुझको तेरा वतन पुकारे। एक मांँ कह रही यह तुझसे बेटा। अब नहीं है तुझ... Hindi · कविता 400 Share Ranjana Mathur 6 Sep 2017 · 1 min read ===हम गांव वाले हैं === ===हम गांव वाले हैं === कतरा-कतरा अपनी ढूंढ रहे हैं हम पहचान, टुकड़ा टुकड़ा ढूंढ रहे हम अपने लिए स्थान। हम शहरों में रहने आए हमें न रास आई ये... Hindi · कविता 460 Share Ranjana Mathur 6 Sep 2017 · 2 min read =सुन रहा है न तू= ===सुन रहा है न तू=== (एक असहाय वृद्धा माँ के दर्दनाक अंत की कहानी) जिस दिन तेरा एहसास हुआ, न पांव जमीं पर पड़ रहे थे मेरे। नौ माहों... Hindi · कविता 676 Share Ranjana Mathur 5 Sep 2017 · 1 min read -=- आशीर्वाद - =- जब जब मुझ पर संकट आया मैंने तुझको सम्मुख पाया विघ्न विनाशक कष्ट निवारक बन बिगड़ा हर काज बनाया। मेरे कानों में गुंजित है प्रतिपल तेरा यह मीठा आशीष। कि... Hindi · कविता 315 Share Ranjana Mathur 5 Sep 2017 · 1 min read == करना ही होगा ==# *** करना ही होगा *** न जाने हम अपने धर्म को कितना जानते हैं आजकल। उसके विषय पर बात करना हंसी-खेल मानते हैं आजकल। देवी-देवताओं के कार्टून बनाते हैं और... Hindi · कविता 459 Share Ranjana Mathur 5 Sep 2017 · 1 min read *** प्रीत की आस *** सावन की अलमस्त ये भीगी भोर, हरित है अवनि, कजरारा है अम्बर। नभ समझे निज को तो कान्हा, और वसुधा को राधा रानी। रिझा रहा श्यामल चितचोर, धरती का नाचे... Hindi · कविता 305 Share Ranjana Mathur 4 Sep 2017 · 1 min read ----धोखा ---- धोखा, शब्द है बड़ा अनोखा। जो हो गया माहिर इसमें, वह कभी भी चूकता नहीं मौका। जब भी होती जरा सी गुंजाइश, दिखा देता है दुनिया को, अपनी खुराफातों का... Hindi · कविता 477 Share Ranjana Mathur 4 Sep 2017 · 1 min read = प्यार की खातिर = खुशियाँ ही खुशियाँ होती जिन्दगी में, तो गम बेचारा कहां जाता। इसीलिये हमने जोड़ लिया उससे नाता। जीत ही जीत होती अगर दुनिया में, तो हार बेचारी कहां जाती। इसीलिए... Hindi · कविता 1 1 746 Share Ranjana Mathur 4 Sep 2017 · 1 min read #=#=# हौसला जिन्दगी का #=#=# दुख की घड़ी में तो आंसू भी आंखों का साथ नहीं देते। मुश्किल वक्त हो तो अपने भी बढ़ कर हाथ नहीं देते। जब इतना समझते हो तो न दुख... Hindi · कविता 446 Share Ranjana Mathur 4 Sep 2017 · 1 min read **पृथ्वी तेरे नाम अनेक** हे माँ वसुंधरा ! ह्रदय तेरा अतुल्य स्नेहिल ममत्व से भरा, तभी कहलाती है तू धरा। तेरे विशाल उर पर हे मही, काल ने असंख्य कथाएं कही। धन्य है तू... Hindi · कविता 703 Share Previous Page 9 Next