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Tag: Quote Writer
13k posts
इतनी भी
इतनी भी
Santosh Shrivastava
जिसके पास
जिसके पास "ग़ैरत" नाम की कोई चीज़ नहीं, उन्हें "ज़लील" होने का
*Author प्रणय प्रभात*
3204.*पूर्णिका*
3204.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
👍👍👍
👍👍👍
*Author प्रणय प्रभात*
यादों का बसेरा है
यादों का बसेरा है
Shriyansh Gupta
हाथ पसारने का दिन ना आए
हाथ पसारने का दिन ना आए
Paras Nath Jha
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
Gouri tiwari
3202.*पूर्णिका*
3202.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"एक जंगल"
Dr. Kishan tandon kranti
"अपेक्षा"
Dr. Kishan tandon kranti
"जागो"
Dr. Kishan tandon kranti
राहों में
राहों में
हिमांशु Kulshrestha
3201.*पूर्णिका*
3201.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"स्मार्ट विलेज"
Dr. Kishan tandon kranti
"मेरी नज्मों में"
Dr. Kishan tandon kranti
3200.*पूर्णिका*
3200.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"औकात"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
आर.एस. 'प्रीतम'
बुझ गयी
बुझ गयी
sushil sarna
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
DrLakshman Jha Parimal
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
मिलेंगे इक रोज तसल्ली से हम दोनों
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
3199.*पूर्णिका*
3199.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
"सुपारी"
Dr. Kishan tandon kranti
"जाल"
Dr. Kishan tandon kranti
"शाश्वत"
Dr. Kishan tandon kranti
3198.*पूर्णिका*
3198.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुनों....
सुनों....
Aarti sirsat
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
*Author प्रणय प्रभात*
याद अमानत बन गयी, लफ्ज़  हुए  लाचार ।
याद अमानत बन गयी, लफ्ज़ हुए लाचार ।
sushil sarna
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
DrLakshman Jha Parimal
3197.*पूर्णिका*
3197.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
Keshav kishor Kumar
कलियुग में सतयुगी वचन लगभग अप्रासंगिक होते हैं।
कलियुग में सतयुगी वचन लगभग अप्रासंगिक होते हैं।
*Author प्रणय प्रभात*
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
👌👌👌
👌👌👌
*Author प्रणय प्रभात*
"हर कोई अपने होते नही"
Yogendra Chaturwedi
बघेली कविता -
बघेली कविता -
Priyanshu Kushwaha
"जगदलपुर"
Dr. Kishan tandon kranti
"छलनी"
Dr. Kishan tandon kranti
"सूप"
Dr. Kishan tandon kranti
3196.*पूर्णिका*
3196.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
3196.*पूर्णिका*
3196.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"कवि के हृदय में"
Dr. Kishan tandon kranti
"उम्मीद का दीया"
Dr. Kishan tandon kranti
3195.*पूर्णिका*
3195.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)*
*भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"सदियों का सन्ताप"
Dr. Kishan tandon kranti
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