Yogendra Singh Rajput 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Yogendra Singh Rajput 5 Sep 2022 · 1 min read *तमन्ना* है मेरे मालिक जमीन- ए- हिंद ही पाएं अगर इंसान बनकर के जहां में फिर कहीं आएं *तमन्ना* है मेरे मालिक जमीन- ए- हिंद ही पाएं कई मजहब कई जाति कई मतभेद दिखते हैं हिफाज़त हिन्द की हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 126 Share Yogendra Singh Rajput 30 Aug 2022 · 1 min read अपनी ही धड़कनों से अनजान हो गया हूं अपनी ही धड़कनों से अनजान हो गया हूॅं। तेरे बगैर ये दिल बेजान हो गया हूॅं।। सर्दी हो या हो गर्मी बारिस का तेज मौसम। पड़ता नहीं असर क्या पाषाण... Hindi 145 Share Yogendra Singh Rajput 11 Jan 2022 · 1 min read सुनले बिनती मेरी शारदे मां सुनले बिनती मेरी शारदे मां मैं हूं तेरी शरण, मेरी मैया मुझे तार दे मां तेरा गुणगान लिखता रहूं में शब्द सागर है तू , मुझ्को शब्दों का भंडार दे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 334 Share Yogendra Singh Rajput 11 Mar 2020 · 1 min read यार पुराने जब मिलते हैं यार पुराने जब मिलते हैं फूल दिलों में तब खिलते हैं आँख खुलेना नींद से जब तक ख्वाब सुहाने ही पलते हैं मुमकिन हो गर बापस होना लौट के बचपन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 327 Share Yogendra Singh Rajput 25 Feb 2020 · 1 min read आ गई है सामने अब हर हकीकत आपकी आ गई है सामने अब हर हकीकत आपकी देख ली आंखों से हमनें अब शराफ़त आपकी साथ रहकर तेरी फितरत मैं समझ पाया नहीँ प्यार के पर्दे के पीछे की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 307 Share Yogendra Singh Rajput 25 Feb 2020 · 1 min read बदला है आजकल ये इंसान हद से ज्यादा बदला है आजकल ये इंसान हद से ज्यादा रहता है आजकल ये हैरान हद से ज्यादा उजड़े हुये चमन में आते कहाँ परिंदे जबसे हुआ चमन ये वीरान हद से... Hindi · कविता 531 Share Yogendra Singh Rajput 22 Dec 2019 · 1 min read गज़ल उसे मैं भूल जाऊं पर भुलाया भी नही जाता पराया है उसे अपना बनाया भी नहीं जाता दिये जो प्यार से तोहफे उन्हें तूने जला डाला तेरा मै खत जला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 267 Share Yogendra Singh Rajput 22 Dec 2019 · 1 min read अरे रे यारा हाँ यारा बदली है समय की धार, अरे रे यारा हाँ यारा स्वारथ मय हुआ व्योहार, अरे रे यारा हाँ यारा पैसा ही आज ख़ुदा है पैसे बिन कौन सगा है पैसा... Hindi · कविता 1 477 Share Yogendra Singh Rajput 23 Oct 2019 · 1 min read चले भी आओ कि महफ़िल सजाये बैठा हूँ चले भी आओ कि महफ़िल सजाये बैठा हूँ तुम्हारी याद में खुद को भुलाये बैठा हू ज़रा सी बात पर क्यों मुझसे रूठ जाते हो तेरी रुसबाई भी दिल से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 411 Share Yogendra Singh Rajput 22 Oct 2019 · 1 min read मुझको रुलाने वाले तू भी तो रोया होगा मेरा चैन छीनकर कुछ तूने भी खोया होगा मुझको रुलाने बाले तू भी तो रोया होगा अपना अतीत अक्सर आता है सबके आगे बचपन में तितलियों को कांटा चुभोया होगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 379 Share Yogendra Singh Rajput 18 May 2019 · 1 min read कल्पतरू गीत ??✍? *कल्पतरू गीत*✍??? *कल्पतरू ने हर इक़ दिल में अद्भुत अलख जगाया है।* *पर्यावरण सुरक्षा हेतु उत्तम कदम उठाया है।।* कल तक हमने खुशियां मनाई घर की चारदीवारी में ।... Hindi · गीत 393 Share Yogendra Singh Rajput 25 Jan 2019 · 1 min read ख़ुदा मिलेगा कहाँ ढूंढूं किन ठिकानों में 1122 1212 122 22 ख़ुदा मिलेगा कहाँ ढूंढूं किन ठिकानो में या वो है महलों में या है यतीमखानो में वो गीत ग़ज़लों में है या भजन की संध्या में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Yogendra Singh Rajput 10 Jan 2019 · 1 min read रिस्तों को दिल से निभाना चाहिये रिश्तों को दिल से निभाना चाहिये अपने गर रूठें मनाना चाहिये उगते सूरज को सभी सजदा करें ढलते को भी सर झुकाना चाहिये जीता जाता है दिलों को प्यार से... Hindi · कविता 232 Share Yogendra Singh Rajput 6 Jan 2019 · 1 min read अदभुत अलख जगाया है कल्पतरु ने हर एक दिल में, अदभुत अलख जगाया है पर्यावरण सुरक्षा हेतु ,उत्तम कदम उठाया है कलतक हमनें खुशियाँ मनाई, घर की चार दीवारी में खुशी ढूढ़ने आ पहुँचे... Hindi · गीत 2 2 284 Share Yogendra Singh Rajput 24 Dec 2018 · 1 min read राहे वफ़ा पर चला कीजियेगा 2212/2122/122 राहे वफ़ा पर चला कीजियेगा होगा भला जो भला कीजियेगा दुनियां चले अपने नक़्शे कदम पर जीने में ऐसी कला कीजियेगा होठों पे चाहत नफ़रत है दिल में यारो... Hindi · कविता 1 1 417 Share Yogendra Singh Rajput 27 Nov 2018 · 1 min read बेटियाँ भगवान का वरदान होती हैं बेटियाँ भगवान का ,वरदान होती हैं बेटियाँ अपने पापा की ,जान होती है बाबुल का ये घर महकाऐं, रोज़ नई खुशियां बरषाऐं आज बेटियां हैं सबसे आगे, इनमें छुपी अगनित... Hindi · कविता 4 3 441 Share Yogendra Singh Rajput 19 Nov 2018 · 1 min read हमको मस्ती में अपनी रहने दो जो भी कहती है, दुनिया कहने दो हमको मस्ती में,अपनी रहने दो जाति मजहब की ,जो है दीवारें वक्त के साथ ,इनको ढहने दो नफरतों से न होगा ,कुछ हासिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 232 Share Yogendra Singh Rajput 30 Oct 2018 · 1 min read दिल है.नादाँ. समझ न पाया है दिल है नादाँ समझ न पाया है। अपना है कौन और पराया है।। दीं खुशी हमने जिसे गम लेकर। आज उसने ही दिल दुखाया है।। इक्तिजांअब नहीं मुहब्बत की। हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 324 Share Yogendra Singh Rajput 28 Sep 2018 · 1 min read वो गिरगिट सा रंग, बदलने लगे हैं वो गिरगिट सा रंग अब, बदलने लगे हैं मगर उनसे अब हम, सम्हलने लगे हैं।। नवाज़ा जो मालिक ने थोड़ा सा उनको। अभी से ही तेवर, बदलने लगे हैं।। कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 322 Share Yogendra Singh Rajput 21 Sep 2018 · 1 min read मोबाइल द्वारा मोबाइल निंदकों से शिकायत अगर दोष मुझमें है तो फिर, क्यों मुझको अपनाते हो। मेरे सदगुण छोड़ महोदय, अवगुण क्यों गिनवाते हो।। नहीं सिखाया झूठ बोलना, मैंने पति प्रजाति को नहीं सिखाया रखवाली करना,... Hindi · कविता 1 324 Share Yogendra Singh Rajput 28 Aug 2018 · 1 min read ऐसे दिल को लगाने से क्या फायदा दिल लगाने से गर चैन मिलता नहीं ऐसे दिल को लगाने से क्या फायदा। उम्र भर के लिये जो निभा न सको ऐसे रिश्ते बनाने से क्या फायदा ।। पास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 590 Share Yogendra Singh Rajput 25 Aug 2018 · 1 min read वो ख्वाबों में आकर वो ख्वाबों में आकर, मेरा चैन चुराते हैं। हम तारे गिनगिन कर, सारी रात बिताते हैं।। इन प्यार के भौरों से, कभी प्यार नही करना ये होते हैं मतलब के,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 479 Share Yogendra Singh Rajput 20 Aug 2018 · 1 min read चलो सब साथ मिलकर, स्वर्ग धरती पर बनाये हम चलो सब साथ मिलकर, स्वर्ग धरती पर बनाये हम न अपने दिल में कोई भाव रक्खें जाति पांति का न अपने दरमियाँ दीवार रक्खें भाषा मज़हब की। न अपने दिल... Hindi · गीत 1 369 Share Yogendra Singh Rajput 20 Aug 2018 · 1 min read संभल जाओ जहाँ वालो,क़यामत आने वाली है ईंट पत्थर के महलों से, जमी तुमने भर डाली है। सम्हल जाओ जहाँ वालो,क़यामत आने वाली है।। जिन्होंने काटकर जंगल, महल अपने बनाये हैं। कि जैसे हाथ से खुद ही,चिता... Hindi · कविता 1 388 Share Yogendra Singh Rajput 14 Aug 2018 · 1 min read मैंने कहा जो यार से, कितना बदल गया मैंने कहा जो यार से, कितना बदल गया कहने लगा कि वक्त के ,साँचे में ढल गया नजरें मिली जो उनसे मेरी ,इत्तफाक से मुरझाया कबसे दिल था,फ़ूलो सा खिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 289 Share