नवल किशोर सिंह Tag: मुक्तक 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नवल किशोर सिंह 5 May 2024 · 1 min read *सम्मान* *मुक्तक* जोर-जोर से चिल्लाना भर, शब्दों में कुछ जान नहीं। बिना तथ्य की मिथ्या बातें, संदर्भों का ज्ञान नहीं। बगुला जैसे श्वेत वसन धर,धीर सभा में हंसों की, बैठ रहे... Hindi · Muktak · कविता · मुक्तक 191 Share नवल किशोर सिंह 2 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक 29-11-प्रथम क्रंदन एक और शिशिर बीत गया मन कुछ और रीत गया पर,जवां होने का गुरुर कायम है बदस्तूर अभी कहाँ यारो, अभी तो अर्धशतक है तीन कोस दूर। -©नवल... Hindi · मुक्तक 3 350 Share नवल किशोर सिंह 15 Oct 2018 · 1 min read जज़्बात कुछ रात थे जो सिर्फ निगाहों में गुजरे। कुछ जज्बात थे जो तेरी बाहों में गुजरे। आओ,फिर से उन रातों का हिसाब ढूंढ ले। उन जख़्मी हुए जज्बातों की किताब... Hindi · मुक्तक 1 655 Share नवल किशोर सिंह 15 Oct 2018 · 1 min read आस आलिंगन की आस में आहत हुए तेरी चाटों से। सच है,आखिर फूल भी तो छिदता है अपने ही काँटों से। ©नवल किशोर सिंह Hindi · मुक्तक 1 634 Share नवल किशोर सिंह 3 Oct 2018 · 1 min read पैसा पैसा प्रगति के लिए प्रतिभा चाहिए कुछ बदली सी नजर आती है मगर, मुझे आज यह परिभाषा। अपेक्षित नहीं, केवल प्रतिभा ही प्रगति-पथ पर पदस्थापन के लिए प्रत्युत, प्रतिभा से... Hindi · मुक्तक 2 391 Share नवल किशोर सिंह 3 Oct 2018 · 1 min read वैशाली वैशाली गणतंत्र के जन्मभूमि की नगरी है वैशाली। लिच्छिवियों के पुण्यभूमि की डगरी है वैशाली। वैशाली-है इतिहास देश का,हिन्द देश की थाती। कभी यही विशालपुरी थी,वैशाली अब कहलाती। गंडकी-तट की... Hindi · मुक्तक 1 335 Share नवल किशोर सिंह 16 Sep 2018 · 1 min read बेबस गरीब बेबस गरीब गरीब आदमी तो बेबस है बस नारा खायेगा। जो गरीबों का कर्णधार, वो चारा खायेगा। खेल,रेल,कोयला अभिशापम कहीं टॉपर तो कहीं व्यापम। मंदिर,मस्जिद और देवालय। खानेवाले खा गए... Hindi · मुक्तक 1 767 Share नवल किशोर सिंह 16 Sep 2018 · 1 min read गरीब हर गरीब एक वोट है जबतक उसमें साँस है। मर भी गया तो क्या? वोट का मुद्दा उसकी लाश है। आओ गरीबों की हिमाकत करें। बदले में,अपनी सियासत करें। -©नवल... Hindi · मुक्तक 608 Share नवल किशोर सिंह 16 Sep 2018 · 1 min read भाईचारा बन्द कर दो साँस,क्योंकि लाश और माँस ही सियासत का सहारा है। लड़ा दो कौम को कौम से, सुकून नहीं देता हमें, ये भाईचारा है। -©नवल किशोर सिंह Hindi · मुक्तक 500 Share नवल किशोर सिंह 16 Sep 2018 · 1 min read बेटियाँ बाघ काटता है,कुत्ता चाटता है इन्हें बचाओ,इनकी हस्ती है। पर मार डालो गाय और बेटियाँ इनकी जान यहाँ बहुत सस्ती है। -©नवल किशोर सिंह Hindi · मुक्तक 406 Share नवल किशोर सिंह 9 Jun 2018 · 1 min read सिद्धांत सुना था बुरी नज़र वालों का मुँह काला होता है। अब देखो सियासत में कैसे सिद्धांतों का दिवाला होता है। -नवल किशोर सिंह #नवलवाणी Hindi · मुक्तक 307 Share नवल किशोर सिंह 9 Jun 2018 · 1 min read भेद जिस थाली में खाते उसी में करते छेद हैं। ये हिन्दुस्तान है यारों, यहाँ जाति, धरम का भेद है। -नवल किशोर सिंह #नवलवाणी Hindi · मुक्तक 675 Share नवल किशोर सिंह 3 Jun 2018 · 1 min read यूँ ही भली है जिंदगी उम्र के साथ साथ कब चली है ज़िन्दगी। जब जब किया भरोसा तब छली है ज़िन्दगी। पड़ाव,दुराव,छिपाव,अभाव ज़िन्दगी तेरे कितने भाव, मत उकेर तूलिका से कुछ रंग, रहने दे पटल... Hindi · मुक्तक 364 Share नवल किशोर सिंह 3 Jun 2018 · 1 min read सिरमौर सफल वही है आजकल, वही हुआ सिरमौर। जिसकी कथनी और है, जिसकी करनी और।। Hindi · मुक्तक 437 Share नवल किशोर सिंह 3 Jun 2018 · 1 min read जिजीविषा #जिजीविषा अब तो ढर्रे पर ढल गई है जिंदगी। यूँ ही,काफी दूर तक चल गई है जिंदगी। जिजीविषा एक मृगतृष्णा सी,भटकती। हर गली मोहल्ले, चौराहे पे अटकती। आँखे मूंद-मूंद, स्वाति... Hindi · मुक्तक 555 Share