Anil Kewat Tag: कविता 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anil Kewat 25 Sep 2021 · 1 min read क्या प्रीत निभाओगे तब भी अपने बचपन की जब तुम होंगे साठ बरस के और हम पचपन की क्या तब भी प्रीत निभाओगे अपने बचपन की योवन ये ढल जाएगा खाली मन भी रोएगा होगी जरूरत लाठी की... Hindi · कविता 1 501 Share Anil Kewat 25 Sep 2021 · 1 min read राम सा संघर्ष नहीं कल स्वर्ण सिंहासन पर विराजना था हीरे जड़े मुकुट को साजना था किंतु आ गई घड़ी द्वंदोंं की श्यामल बालपन का विषमय निर्णय से सामना था राम सा संघर्ष नहीं... Hindi · कविता 400 Share Anil Kewat 25 Jul 2021 · 1 min read बरस बरस के कह रहा है सावन बरस बरस कह रहा है सावन प्रियतम तेरी मेरी प्रीत है पावन रिमझिम रिमझिम सावन बरसे पिया मिलन को मन तरसे चारों ओर सखियों का गुंजन पिया पिया मन बस... Hindi · कविता 3 2 435 Share Anil Kewat 18 Jul 2021 · 1 min read नन्हे नन्हे कदम बढ़ाए जा नन्ने नन्ने कदमों को तू बढ़ाए जा ऊंचे ऊंचे शिखरों पर ध्वजा लहराए जा हिमालय की प्रचंड ,नदियों से गतिमान अपने को बनाए जा सरस्वती का ज्ञान ,में लक्ष्मी का... Hindi · कविता 1 1 251 Share Anil Kewat 18 Jul 2021 · 1 min read वो आए थे हमसे मिलने वो आए थे हमसे मिलने बातें तो करने कुछ मेरी सुनने कुछ उनकी बुनने वक्त की मजबूरियों ने बांध रखा वरना कौन हमको कब रोक सका हम मिल ना सके... Hindi · कविता 1 1 426 Share Anil Kewat 18 Jul 2021 · 1 min read शब्द शब्द में तेरा मेरा वर्णन कलियों का गुलशन फूलों का चमन और झीलें करे तुम्हारा अभिनंदन सितारों की हो बारात नीलगगन कर ले वंदन चंचल हवा ,नदी का किनारा , हरियाली वसुधा कर ले कुमकुम... Hindi · कविता 617 Share Anil Kewat 2 Jul 2021 · 1 min read मां मां तूने जो जन्म दिया तो इस जीवन का अर्थ समझ आया उनसे पूछो मां क्या होती है जिसने बिन मां के बचपन बिताया दुखों को समेट लिया अपने सर्वर... Hindi · कविता 2 1 435 Share Anil Kewat 28 Jun 2021 · 1 min read बच्चा बनकर तो देखो छम छम मेघा बरसे नाचे झूमे हम मन ये तरसे आओ मिलकर बड़प्पन के सारे पहरे तोड़ दे बच्चा बनकर अनमोल रतन से नाता जोड़ ले जिम्मेदारियों की बेड़ियों से... Hindi · कविता 1 2 442 Share Anil Kewat 26 Jun 2021 · 1 min read गुणों की खान यह गुणों की खान कहां से लाए हो इन्हें देखकर होता है असीम सुख का अनुभव हृदय में तुम छाए हो कितनी शैली कितना संयंम इनके अंदर देखो स्प्रिंगडेल्स स्कूल... Hindi · कविता 2 456 Share Anil Kewat 26 Jun 2021 · 1 min read ये रीतियाँ क्यौ मां ऐसी कैसी ये रेतियाँँ क्यो होती है पराई ये बेटियां जिस फूल को 18,20 वर्षों तक सींंचती 1 दिन क्यौ उसे अपने कलेजे से दूर करती दूर तुझसे... Hindi · कविता 354 Share Anil Kewat 25 Jun 2021 · 1 min read एक ख्वाब एक ख्वाब हे उड़ जाने का दूर क्षितिज को छू आने का चांद पर चढ़कर आसमान के अनगिनत तारों को गिन आने का एक ख्वाब ही नीले अंबर में नीली... Hindi · कविता 2 256 Share Anil Kewat 25 Jun 2021 · 1 min read मेरा गांव मेरा छोटा सा गांव जहां है पीपल की छांव नदियों का पानी मारे हिचकोले खेतों में ताल खुशी से डोले अमवा पर कोयल की कुहू कुहू बगिया में पपिहा की... Hindi · कविता 1 531 Share Anil Kewat 22 Jun 2021 · 1 min read सुहागन रहूं 1. मैं उम्र भर सुहागन रहूं तेरे नाम का सिंदूर मेरी मांग में सजाती रहूं तुम्हारे जीवन का अंधियारा दिए कि लौ बनकर मिटाती रहूं 2. मैं नदी और तुम... Hindi · कविता 1 528 Share Anil Kewat 22 Jun 2021 · 1 min read मन का मीत तुम भोर का रवि व्याकुल ह्रदय की छवि जहां न पहुंचे रवि तुम वहां का कवि तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मेरे मन का मनमीत हो मेरी बांसुरी के... Hindi · कविता 1 643 Share Anil Kewat 21 Jun 2021 · 1 min read निशा कभी तो छटेगी उदासी भरी निशा कभी तो छटेगी खौफनाक अंधेरा कब तक मन को छलेगा खुशियों से भरी मधुकिरण कभी तो दिखेगी जो बिछड़ गए हैं राहों में एक दिन तो मिलेंगे... Hindi · कविता 308 Share Anil Kewat 20 Jun 2021 · 1 min read फिर बेटी फिर बेटी होने पर चहूँ और बेटे बेटे का गुंजन हो रहा है । ये समाज ये विचार मुझे जीवन भर के दुख का एहसास दिला रहा है ।। पर... Hindi · कविता 1 2 263 Share Anil Kewat 20 Jun 2021 · 1 min read बारिश की झड़ी 1. ये वारीश की झडि़या ये खिलती कलियांँ ये मस्तानी गलियाँँ 2. झूम उठी है फिर यह अखियाँँ कल-कल करती नदियां ये झर झर झर झरते झरने 3. ये मतवाले... Hindi · कविता 338 Share Anil Kewat 14 Feb 2021 · 1 min read हमराही वर्णमाला के पहले अक्षर से नाम शुरू होता है तुम्हारा । प्यार भरा फ़लसफ़ा भी प्रारंभ होता है यहीं से हमारा।। दिल की गहराई में इक तस्बीर सजती है ।... Hindi · कविता 5 11 451 Share Anil Kewat 14 Jan 2021 · 1 min read कोरोना काल कोरोना का काल है देखो चीन की ये कैसी चाल है मैने भी लिया प्रण है देश की जनता का भी विशवास दृण है संयम खोकर इटली ने इस सुन्दर... Hindi · कविता 1 2 318 Share