Vivek saswat Shukla Tag: Vivek Saswat 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vivek saswat Shukla 19 Sep 2024 · 1 min read जयघोष पथ-पथ कांटे पड़े हुए हैं नग्न पांव में जाऊंगा होगा विलम्ब आने में शायद किन्तु लौट मैं आऊंगा था सुना, धरा मतवाली है ? है गगन, मगन अपनी धुन में... Best Hindi Kavita · Best Hindi Poetry · Vivek Saswat · Vivek Saswat Kavita · Vivek Saswat Shukla 47 Share Vivek saswat Shukla 22 Mar 2024 · 1 min read दो पंक्तियां थी आरज़ू मुकम्मल इश्क की हमें, है ग़म की मुंतशिर भी हो ना पाए,, दस्तक दी है, दरवाजे पर किसी ने फिर, इतनी रात में अब बाहर कौन जाए,, गला... Isq · Sayri · Sher · Vivek Saswat · Vivek Saswat Shukla 102 Share Vivek saswat Shukla 15 Feb 2024 · 1 min read श्री शूलपाणि मद चंद कंठ भुजंग शोभित, तन भस्म देखते डोलत धरा। मृगछाल धार कालों के काल, शोभित कर शूल निकलें जटा से सुरसुरि धरा।। नर,नाग, किन्नर,सुर-असुर, गंधर्व, ऋषि, मुनि देखैं दिगम्बरा।... Poetry Writing Challenge-2 · Best Hindi Kavita · Best Hindi Poetry · Vivek Saswat · Vivek Saswat Kavita · Vivek Saswat Shukla 159 Share Vivek saswat Shukla 15 Feb 2024 · 1 min read बचपन मेरा भी एक बचपन था, छोटा था मैं अल्हड़पन था,, मैं भी एक छोटा लड़का था, मेरा भी एक बचपन था। कुछ सपने थे जो भूल गया हूं, कुछ यादें... Poetry Writing Challenge-2 · Best Hindi Kavita · Top Hindi Poetry · Vivek Saswat · Vivek Saswat Kavita · Vivek Saswat Shukla 217 Share Vivek saswat Shukla 24 Jan 2024 · 2 min read अवध हैं राम राम का देश यही, तुलसी का है उपदेश यही। यही भागीरथ परिपाटी है, हां यही अवध की माटी है।। है धाम पुण्य यह धामो का, श्रीरघुवर के बलिदानों... Poetry Writing Challenge-2 · Best Hindi Kavita · Vivek Saswat · Vivek Saswat Kavita · Vivek Saswat Shukla · अयोध्या 107 Share