Vivek saswat Shukla Tag: Gazal ग़ज़ल 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Vivek saswat Shukla 30 Oct 2024 · 1 min read करना क्या था, मैं क्या कर रहा हूं! करना क्या था, मैं क्या कर रहा हूं! रेशे वक्त के पिरोकर, जिंदगी बुन रहा हूं!! पहले मंजिल तो एक ही थी, दोनों की! वो कहां जा रहा है, मैं... Hindi · Gazal ग़ज़ल · Shero Shayar · Viveksaswat · Viveksaswatsher · Viveksaswatshukla 19 Share