vivek saxena 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid vivek saxena 11 Jan 2024 · 1 min read बाल कविता शेर को मिलते बब्बर शेर शेर को मिलते बब्बर शेर बिल्ली बोली म्याऊं म्याऊं शेर की मैं मौसी कहलाऊँ चुपके से मैं घर में आती दूध मलाई चट कर जाती हैं चूहे मुझसे घबराते मुझे... Hindi · कविता 256 Share vivek saxena 6 Jan 2024 · 1 min read मेरे हिंदुस्तान में (1) वीरों को जनम देती धरती हमारी प्यारी, इतिहास पलटाओ आप प्रमान में। पुत्र पीठ पर बाँध, शत्रु को छकाया खूब, झांसीवाली रानी मशहूर है जहान में। शब्दभेदी बाण चला... Hindi · कविता 1 136 Share vivek saxena 6 Jan 2024 · 1 min read पति पत्नी संवाद (हास्य कविता) कानों में मिश्री सी गोली मॉडर्न पत्नी पति से बोली कहो आज क्या तुमको खाना श्रीमान जी मुझे बताना झटपट किचन में जाऊंगी जो बोलो सो लाऊंगी खिचड़ी या की... Hindi 1 301 Share vivek saxena 18 Oct 2020 · 1 min read बुंदेली ग़ज़ल बुंदेली अपनी बिथा कौन से कहिए जैसो राम रखे सो रहिए जैसी बहे बखत की धारा बई के संगे संगे बहिए दोई टेम को चले गुजारो और बताओ तुम्हे का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 390 Share vivek saxena 22 Apr 2020 · 1 min read कोरोना के खतरे से देश को बचाइये भारी महामारी प्रभु, फैली हाहाकारी प्रभु, भक्तन की पीड़ा देख कृपा बरसाइये। नाम सुमिरन तेही रोग दोष दूर होते, तुलसी उवाच सच करके दिखाइए। भक्त अरदास लिए द्वार पे खड़े... Hindi · घनाक्षरी 1 357 Share vivek saxena 2 Apr 2020 · 1 min read राम नाम महिमा राम नाम का प्रभाव, अपने हिये में लाओ, इससे असम्भव के भाव घबराते हैं। राम जी पे जिनको भरोसा है अटूट वह, किसी ठौर मुश्किलों से नहीं खौफ खाते हैं।... Hindi · घनाक्षरी 617 Share vivek saxena 2 Apr 2020 · 1 min read कोरोना के खतरे से देश को बचाइये ताड़का मारीच व सुबाहु को संहारे आप, वही दया दृष्टि नाथ फिर दिखलाइये। रावण को मार सुर भय हीन कीन्हे सभी, एक बार फिर तीर धनु पे चढ़ाइये। लेकर पुकार... Hindi · घनाक्षरी 526 Share vivek saxena 29 Mar 2020 · 1 min read कोरोना के खतरे से देश को बचाइये विनय नाथन के नाथ दीनानाथ मुरली बजइया, संकट में भक्त पड़े कृपा दिखलाइये। एक महामारी ने है सुख चैन छीन लिया, मन में भरा है डर उसको भगाइये। बंसी को... Hindi · घनाक्षरी 308 Share vivek saxena 8 Apr 2018 · 1 min read हास्य कविता नाम बाद में रख लेंगे कानों में मिश्री सी घोली मॉडर्न पत्नी पति से बोली कहो आज क्या तुमको खाना श्रीमान जी मुझे बताना झटपट किचन में जाऊंगी जो बोलो... Hindi · कविता 668 Share vivek saxena 6 Apr 2018 · 1 min read महिला और मोबाईल महिला और मोबाईल जियो वाले दफ्तर में महिला ने फोन किया, मेरी तकलीफ इसी वक्त सुलझाइए। मोबाइल में ना मेरे नेट आज चल रहा, हो रही हूं बोर कोई युक्ति... Hindi · घनाक्षरी 523 Share vivek saxena 6 Apr 2018 · 1 min read महिला और मोबाईल महिला और मोबाईल जियो वाले दफ्तर में महिला ने फोन किया, मेरी तकलीफ इसी वक्त सुलझाइए। मोबाइल में ना मेरे नेट आज चल रहा, हो रही हूं बोर कोई युक्ति... Hindi · घनाक्षरी 304 Share vivek saxena 6 Apr 2018 · 1 min read बाबाओं का दौर बाबाओं का दौर बाबाओं का दौर है ये सिर्फ बाबाओं का दौर, धर्म वाली नौका भक्ति सागर में खे रहे। मरने के बाद साथ धन नहीं जाता कभी, यही अनमोल... Hindi · घनाक्षरी 1 329 Share vivek saxena 27 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल पेट जब गीत गुन गुनाता है आदमी ज्ञान भूल जाता है मुश्किलों से न यूँ डरो प्यारे फूल काँटों में मुस्कुराता है तन मन बिखेरता खुशबु जिक्र उसका जो चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 315 Share vivek saxena 13 Apr 2017 · 1 min read प्यारे जिंदगी की किताब में प्यारे क्या क्या आया हिसाब में प्यारे वक्त पूछेगा जब कभी उत्तर दोगे क्या क्या जबाब में प्यारे दर्द कब तक छिपा के रख्खोगे यूँ ख़ुशी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 551 Share vivek saxena 13 Apr 2017 · 1 min read दर्दे दिल अपनों से बाँटें दर्दे दिल अपनों से बाँटें पर अपनों को कैसे छांटें रही स्वार्थी नजर सदा ही, कैसे खुलतीं मन की गांठें जो आदर्श बने थे अपने वे दूजों के तलवे चाटें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share vivek saxena 13 Apr 2017 · 1 min read बताओ का करिए बेजा पर रओ घाम, बताओ का करिए कैसे हूँ हैं काम बताओ का बताओ का करिए कैसे मिलन करें राधा से यू पी में सोच रहे घनश्याम बताओ का करिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 329 Share vivek saxena 13 Mar 2017 · 1 min read जिंदगी में गलतियों से सीखते चलो जिंदगी में गलतियों से सीखते चलो जीत की उड़े फुहार भीगते चलो कोई गलती ऐसी नहीं जिसका ना हल सही रास्ते को चुन उस पे निकल दुनिया से डरने का... Hindi · गीत 438 Share vivek saxena 23 Feb 2017 · 1 min read हिंदी जन जन की है भाषा हिंदी भारत की अभिलाषा हिंदी विश्व पटल पर कदम बढ़ाती एक नई आशा है हिंदी विश्व गुरू का मान है हिंदी निज गौरव की आन... Hindi · कविता 588 Share vivek saxena 22 Feb 2017 · 1 min read क्षणिकायें खजाना उसकी तरक्की को दुनिया ने माना है जिसके पास उम्मीद का खजाना है। 2- आंसू मौन नहीं होता है आंसू उसमें भी स्वर गाते हैं आंसू की आवाज सिर्फ... Hindi · कविता 312 Share vivek saxena 18 Feb 2017 · 1 min read विवेक सक्सेना के दोहे उनसे क्या निभ पायेंगे,प्रेम, प्रीत,संबंध। जिनको भाती ही नहीं, ये माटी की गंध।। सत चरित्र संगति सदा, शुभ होता परिणाम। ज्यों कोयल की कूक से, मीठे हो गये आम।। डा... Hindi · दोहा 548 Share