vivek saxena Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid vivek saxena 18 Oct 2020 · 1 min read बुंदेली ग़ज़ल बुंदेली अपनी बिथा कौन से कहिए जैसो राम रखे सो रहिए जैसी बहे बखत की धारा बई के संगे संगे बहिए दोई टेम को चले गुजारो और बताओ तुम्हे का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 351 Share vivek saxena 27 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल पेट जब गीत गुन गुनाता है आदमी ज्ञान भूल जाता है मुश्किलों से न यूँ डरो प्यारे फूल काँटों में मुस्कुराता है तन मन बिखेरता खुशबु जिक्र उसका जो चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 265 Share vivek saxena 13 Apr 2017 · 1 min read प्यारे जिंदगी की किताब में प्यारे क्या क्या आया हिसाब में प्यारे वक्त पूछेगा जब कभी उत्तर दोगे क्या क्या जबाब में प्यारे दर्द कब तक छिपा के रख्खोगे यूँ ख़ुशी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 492 Share vivek saxena 13 Apr 2017 · 1 min read दर्दे दिल अपनों से बाँटें दर्दे दिल अपनों से बाँटें पर अपनों को कैसे छांटें रही स्वार्थी नजर सदा ही, कैसे खुलतीं मन की गांठें जो आदर्श बने थे अपने वे दूजों के तलवे चाटें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 221 Share vivek saxena 13 Apr 2017 · 1 min read बताओ का करिए बेजा पर रओ घाम, बताओ का करिए कैसे हूँ हैं काम बताओ का बताओ का करिए कैसे मिलन करें राधा से यू पी में सोच रहे घनश्याम बताओ का करिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 291 Share