विवेक प्रजापति 'विवेक' Language: Hindi 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विवेक प्रजापति 'विवेक' 3 Jan 2017 · 1 min read देशभक्त लिखे कलम यह देशगान ही यही हृदय की अभिलाषा लिखने आज चला हूँ मैं तो देशभक्ति की परिभाषा। यदि आघात धरा पर हो तो तभी खौलता शोणित हो देशद्रोह की... Hindi · कविता 508 Share विवेक प्रजापति 'विवेक' 1 Aug 2016 · 1 min read सच्चाई रोने लगी सच्चाई रोने लगी, हँसता देखा झूठ। फिर भी सबकुछ जानकर, बने खड़े हैं ठूँठ।। बने खड़े हैं ठूँठ, हृदय में चोर भया है। मानुष का व्यवहार, पतन की ओर गया... Hindi · कुण्डलिया 1 516 Share विवेक प्रजापति 'विवेक' 1 Aug 2016 · 1 min read धन धन की खातिर आदमी, करता क्या क्या काम। श्रम बिन धन कहुँ कब मिले, कैसे हो आराम।। कैसे हो आराम, बड़ी है आपाधापी। धन ने जग में यार, बनाये हैं... Hindi · कुण्डलिया 2 506 Share विवेक प्रजापति 'विवेक' 31 Jul 2016 · 1 min read जिन्दगी ऐ जिन्दगी जिन्दगी ऐ जिन्दगी कैसी कयामत लाई है दोस्तों के नाम की ढेरों शिकायत लाई है। जिन्दगी ऐ जिन्दगी तेरा अलग ही फ़लसफा ख़्वाब के ही दरमियाँ तू क्यों हकीकत लाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 529 Share विवेक प्रजापति 'विवेक' 30 Jul 2016 · 1 min read इसीलिए मै लिखता हूँ खुद ही' खुद के आशियाँ को क्यों जलाते फिर रहे विश्व भर में जगहँसाई क्यों कराते फिर रहे। है वतन ये आपका और है चमन ये आपका तुम चमन के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 283 Share