विवेक प्रजापति 'विवेक' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विवेक प्रजापति 'विवेक' 31 Jul 2016 · 1 min read जिन्दगी ऐ जिन्दगी जिन्दगी ऐ जिन्दगी कैसी कयामत लाई है दोस्तों के नाम की ढेरों शिकायत लाई है। जिन्दगी ऐ जिन्दगी तेरा अलग ही फ़लसफा ख़्वाब के ही दरमियाँ तू क्यों हकीकत लाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 529 Share विवेक प्रजापति 'विवेक' 30 Jul 2016 · 1 min read इसीलिए मै लिखता हूँ खुद ही' खुद के आशियाँ को क्यों जलाते फिर रहे विश्व भर में जगहँसाई क्यों कराते फिर रहे। है वतन ये आपका और है चमन ये आपका तुम चमन के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 283 Share