Vivek shrivastava Tag: कविता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vivek shrivastava 21 Apr 2020 · 1 min read जल्दी भाग जाएगा कोरोना जल्दी भाग जाएगा कोरोना चिंता न करो जल्दी भाग जाएगा कोरोना थोड़ा धैर्य, संयम और दूरी रखो ना घरों में रहो, एक दूसरे का ख्याल रखो ना यह तो एक... Hindi · कविता 1 288 Share Vivek shrivastava 8 Sep 2018 · 1 min read सास-बहू आज फिर छिड़ी है सास बहू में जंग घर घर का है यही प्रसंग घर के सदस्यों का एक दूसरे से हो रहा मोह भंग लेकिन मुझे उस दिन का... Hindi · कविता 1 682 Share Vivek shrivastava 19 Aug 2018 · 1 min read जख्म इस जख्म को हरा रहने दो यह मुझे कमजोरी बताता है आगे मुझे क्या करना है इसका हमेशा बोध कराता है जिंदगी के कठिन रास्ते कैसे करूँ में पार कुछ... Hindi · कविता 1 516 Share Vivek shrivastava 10 Aug 2018 · 1 min read मां से अनुरोध मुझे मत मारो, मैं जीना चाहती हूं मां यदि तुम मुझे जन्म लेने दोगी तो मैं तुम्हारा जीवन भर दुंगी खुशियों से तुम्हारे जीवन की बगिया महकेगी मेरी खुशबू से... Hindi · कविता 265 Share Vivek shrivastava 9 Aug 2018 · 1 min read तुम रहनुमा हो मेरे सदियों से हम साथ हैं फिर क्यों मन उदास है तुम रहनुमा हो मेरे फिर क्यों नहीं है खुशी जिंदगी कहां ठहर गई, क्या रह गई है कमी तुम रहनुमा... Hindi · कविता 268 Share