विशाल प्रजापति Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid विशाल प्रजापति 10 Jun 2020 · 1 min read अधूरी ग़ज़ल है अगर मीर की जो ग़ज़ल तू कोई , मैं तुझे रात दिन गुनगुनाता रहा । तेरी आंखों का काजल जो ना बन सका , तेरे ख्वाबों में हर रोज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 292 Share