Vinod Kumar 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vinod Kumar 12 Jul 2016 · 1 min read "मोहन से मिलने को आयी राधा मोहिनी" "मनहरण घनाछरी छंद" काजल लगा के चक्षु,शशि रुप धरे हुये, मोहन से मिलने को,आयी राधा मोहिनी। लोचन से लोचन का,मिलन होते ही राधा, नाची जैसे नाचे मेघ देख,कोई मोरनी। अधरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 568 Share Vinod Kumar 5 Jul 2016 · 1 min read फ़लक से चाँद किसी दिन जमीं पे लायेंगे "गज़ल" मतला- जरा सा सब्र करो हम हुनर दिखायेंगे। फलक से चाँद जमीं पे किसी दिन लायेंगे। गुरुर कर न ए तूफान खुद पे तू इतना, तेरी गली में भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 433 Share Vinod Kumar 1 Jul 2016 · 1 min read जीत कहानी है ये हार कहानी है "गज़ल" जीत कहानी है ये हार कहानी है। कुछ स्याही है,बाकी तो सब पानी है। ऐ मेरे हमदम मुझको न कहो बूढा, साथ अभी तक मेरे याद पुरानी है। हुनर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 806 Share Vinod Kumar 15 Jun 2016 · 1 min read आँखो में चाँदनी है चेहरे पे सादगी है मतला- आँखो में चाँदनी है चहरे पे सादगी है। तितली हवा नदी जैसी मेरी हमनशी है। माना कि बंद रखता है तू जुबान अपनी, पर राज सारे दिल के आँखे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 419 Share Vinod Kumar 13 Jun 2016 · 1 min read दोहा लालच की होती नहीं,जग में कोई थाह। जो इसमें जितना गया,उतना हुआ तबाह। होती है क्यूँ प्यार में,अक्सर ऐसी बात। जिसको दो दिल में जगह,करे वही आघात। Hindi · दोहा 1 850 Share