विनय कुशवाहा 'विश्वासी' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विनय कुशवाहा 'विश्वासी' 10 May 2020 · 1 min read एक और ग़ज़ल ग़ज़ल(221 1221 1221 122) तरकश के अभी तीर न बेकार करो जी। मासूम दिलों पर न ऐसे वार करो जी। मैं आशिक़ हूँ सिर्फ तिरा ही इक जानम, ख़त इश्क़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 448 Share विनय कुशवाहा 'विश्वासी' 30 Apr 2020 · 1 min read दिल लगाकर तो देखो 2122 2122 2122 212 यूँ न जाओ दूर अब तुम,दिल लगाकर तो देखो। इश्क़ सच्चा है ये मेरा , आजमाकर तो देखो। तुम क्यों रखती हो इतना अजब मुझसे फासला,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 433 Share विनय कुशवाहा 'विश्वासी' 8 Jun 2020 · 1 min read क्या बात है जो बताते नहीं हो ग़ज़ल(122 122 122 122) ये क्या बात है जो बताते नहीं हो। कभी तुम मेंरे पास आते नहीं हो। लबों पर हँसी रोज रहता तुम्हारे, मुझे देखकर मुस्कुराते नहीं हो।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 224 Share विनय कुशवाहा 'विश्वासी' 21 Apr 2020 · 1 min read एक ग़ज़ल एक ग़ज़ल (2122 1122 1122 22) प्यार में अब हम तो हद से गुज़र जायेंगे। गर मिली तू न हमें तो हम मर जायेंगे। एक तुम्हीं पर तो है ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 221 Share विनय कुशवाहा 'विश्वासी' 13 Aug 2020 · 1 min read मिले यार तुमसे जमाने हुए हैं मिले यार तुमसे जमाने हुए हैं। बहुत दूर जबसे ठिकाने हुए हैं। जरा पास आओ दरस तुम दिखा दो, कि तस्वीर सारे पुराने हुए हैं। कभी बात करने अगर हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 6 215 Share