Vijay kumar Pandey 65 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Vijay kumar Pandey 8 Mar 2023 · 1 min read रंगों की बरसात की होली रंगों की बरसात की होली ख़ुशी -पर्व -आह्लाद की होली हिरण्यकश्यप को था हराया, विष्णु -भक्त प्रह्लाद की होली। --"प्यासा" Quote Writer 285 Share Vijay kumar Pandey 5 Mar 2023 · 1 min read "प्यासा"मत घबराइए , "प्यासा"मत घबराइए , जो हो दुख की बात। हिम्मत औ हरि नाम से, कटते सब आघात।। --"प्यासा" Quote Writer 1 496 Share Vijay kumar Pandey 21 Jan 2023 · 1 min read चराग बुझते ही..... चराग बुझते ही अंधेरा छा गया। कहे बिना खुद की हैसियत बता गया। समझ सके ना खुद की नादानियों को, जल के दे गया क्या बुझ के बता गया। --"प्यासा" Hindi · मुक्तक 1 334 Share Vijay kumar Pandey 21 Jan 2023 · 1 min read नववर्ष नई आशा, नूतन उल्लास, संघर्षरत तू अनवरत। हे कर्मवीर!तू कर्मरत, जीवन तू जीया समझ व्रत। मैं चला पुराना साल तुम्हें दे नववर्ष! तू जी सहर्ष, तू जी सहर्ष, तू जी... Hindi · कविता 203 Share Vijay kumar Pandey 20 Jan 2023 · 1 min read चार पैसे भी नही.. चार पैसे भी नही है पास अपने क्या करें? टूट कर बिखरे पड़े सब, आस -सपने क्या करें? शेष दिल में कुछ कहीं पे कर गुजरने का जूनुं, ले चला... Hindi · मुक्तक 262 Share Vijay kumar Pandey 20 Jan 2023 · 1 min read चार पैसे भी नही.... चार पैसे भी नही है,पास अपने क्या करें? टूट कर बिखरे पड़े सब, आस सपने क्या करें शेष दिल में कुछ कहीं पे, कर गुजरने का जूनुं, ले चला हमको... Hindi · मुक्तक 1 180 Share Vijay kumar Pandey 20 Jan 2023 · 1 min read तीन दोहे हारी पुस्तक पोथियां,जीत गया हथियार। ब्यर्थ तपस्या प्रेम का, ढूंढ रहा पतवार।।१। कविता रोटी दे नही, फिर भी कविता गान। कवि का कैसा रोग यह, करता नित हैरान।।२। "प्यासा"प्यासा क्यों... Hindi · दोहा 1 249 Share Vijay kumar Pandey 20 Jan 2023 · 1 min read कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं। ~प्यासा के ग़ज़ल~ ----------------- कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं। कुदरत से जो सीख मिले हैं अच्छे हैं। मौत की काली रातों से न डर जाना, आना जाना... Hindi · गजल · ग़ज़ल/गीतिका 1 526 Share Vijay kumar Pandey 20 Jan 2023 · 1 min read गजल आओ खुद को सम्हाल लेते हैं। हंस के नतीजे निकाल लेते हैं जिन्दगी होश में रहे तो अच्छा, बेकार में क्यों बवाल लेते हैं। उनकी हर बात अंधेरों वाली, हम... Hindi · गजल 2 264 Share Vijay kumar Pandey 20 Jan 2023 · 1 min read माँ (ममता की अनुवाद रही) हे माँ ! तेरी है छवि उच्च, जग भर के रिश्तेदारों में। तु देव तुल्य गंगा जल सी, बसती मानव संस्कारों में। है कहाँ कोई तेरे सम जो, अपने पद... Hindi · कविता 2 329 Share Vijay kumar Pandey 20 Jan 2023 · 1 min read माँ हे माँ ! तेरी है छवि उच्च, जग भर के रिश्तेदारों में। तु देव तुल्य गंगा जल सी, बसती मानव संस्कारों में। है कहाँ कोई तेरे सम जो, अपने पद... Hindi 198 Share Vijay kumar Pandey 19 Jan 2023 · 1 min read आनंद में सरगम.. आनंद में सरगम दोस्त होते हैं। कड़की में दरहम दोस्त होते हैं। बताती जोड़ी कृष्ण सुदामा की, हर दर्द में मरहम दोस्त होते हैं। --"प्यासा" Hindi · मुक्तक 246 Share Vijay kumar Pandey 15 Jan 2023 · 1 min read हौसला (हाइकु) हौसला हारे मंजिल ही पुकारे उठो दुलारे! (१) निराशाओं में हौसला बढाता सा कहीं कोई है! (२) --"प्यासा" Hindi 227 Share Vijay kumar Pandey 15 Jan 2023 · 1 min read बिखरा था बस.. कुतरा हुआ अंश बचा टूकड़ा था बस। खत्म थी खुशीयां केवल दुखड़ा था बस। गुजारे दौर ना मुकम्मल कभी गुजरे, सम्हलने में ही हरदम बिखरा था बस। --"प्यासा" Hindi · मुक्तक 298 Share Vijay kumar Pandey 8 Jan 2023 · 1 min read ~पिता~कविता~ पहचान पिता संतानों की, जो घर का बोझ उठाता है। बच्चों की इक मुस्कानों पर, अपना सर्वस्व लुटाता है। संस्कार,सभ्यता, मानवता, रग -रग में डाले प्यार करे। संघर्ष पिता का... Hindi · कविता · दोहा 1 281 Share Previous Page 2