Niharika Verma 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Niharika Verma 20 Jul 2024 · 1 min read आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है, आधा ही सही, कुछ वक्त तो हमनें भी गुजारा है, तभी इन आँखों में दिखता, आज भी नशा तुम्हारा है !! तू फेर नजरें कर नजरअंदाज, हमें ये सब गवारा... Quote Writer 85 Share Niharika Verma 19 Jul 2024 · 1 min read बैठ सम्मुख शीशे के, सखी आज ऐसा श्रृंगार करो... बैठ सम्मुख शीशे के, सखी आज ऐसा श्रृंगार करो... खूबियों के साथ, अपने कमियों से भी प्यार करो ! बाह्य आंडबर से दूर, अपने अंर्तमन का आह्वान करो... छोड़ कर... Quote Writer 89 Share Niharika Verma 18 Jul 2024 · 1 min read बिगड़े हुए मुकद्दर पर मुकदमा चलवा दो... बिगड़े हुए मुकद्दर पर मुकदमा चलवा दो... ख़ुदा से कहकर हाथों की लकीरें पढ़वा दो !! ना जाने उसकी इनायतों का कारवां कहाँ है यारों , मेहरबानी हो आपकी, जो... Quote Writer 76 Share Niharika Verma 12 Jul 2024 · 1 min read कलयुग की छाया में, कलयुग की छाया में, पैसों की माया पनप रही है ! यहाँ जिसकी है जेब गर्म, केवल उसकी हर बात बन रही है !! भ्रष्टाचार की आग में, क़ाबिल की... Quote Writer 1 62 Share Niharika Verma 11 Jul 2024 · 1 min read पीड़ाएँ पीड़ाएँ.... कठिनाइयों से भरे जीवन में, हर कदम पर साथ चलकर, मेरे सफर के हर किरदार को स्वयं ही निभाते ये चले गई, शिद्दत तो इतनी इसकी कि, हर रिश्तें... Hindi · Hindi Kavita 73 Share Niharika Verma 2 Jul 2024 · 1 min read उलझन !! उलझी हुई गाँठो में सुलझता एक धागा ढूंढ रही हूँ , युहीं बैठ ख्यालों में, खोई खुशी दुबारा बुन रही हूँ । बढ़ते उम्र के कदमों से, पीछे छूटे निशां... Hindi · कविता · जीवन 94 Share Niharika Verma 19 Jun 2024 · 1 min read पहली बारिश..! बारिश की हल्की फुहारों से मैंने पुनः स्मृतियों को संजोया है, देखो तो कैसे एक अनछुई सी तड़पन लिए मानसून आया है !! हृदय में सख्त हो चुके वेदनाओ को... Hindi · कविता · बारिश 1 1 101 Share Niharika Verma 16 Jun 2024 · 1 min read आज कल !! उलझी हुए परिस्थितियों के जकड़न में हूँ... क्या कहूँ किस हाल में हूँ , मैं आजकल !! तुम न देख पाओगे, मेरे हंसी के पीछे की उदासी , कुछ इस... Hindi · कविता · जीवन · यादें · वक्त · हिंदी 81 Share Niharika Verma 14 Jun 2024 · 1 min read उमड़ते जज्बातों में, उमड़ते जज्बातों में, आज अल्फ़ाज़ सहम से गए है ! कुछ यूं बढ़ रही है दिल की बेचैनी की हम केवल आपकी नजरों में खो गए है !! Quote Writer 1 2 76 Share Niharika Verma 14 Jun 2024 · 1 min read भटकता पंछी ! मैं आसमाँ में भटकता पंछी हूँ...! जो सांझ की समयसीमा में गंतव्य पर लौट ना सका हूँ , दिनभर उड़ता फिरता आज इन अंधेरो में भटक सा गया हूँ ,... Hindi · Hindi Kavita · कविता · ख्याल · पंछी · विचार 2 2 82 Share Niharika Verma 14 Jun 2024 · 1 min read दिल कहे..! सूरज सा तेज पा लूं या चांद सी शीतल हो जाऊं , दिल कहे..तारों पर खूबसूरत आशियाना सज़ा लूं !! फूलों की महक ले लूं या फलों की मिठास चुरा... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · ख्याल · जीवन · प्रकृति · हिंदी 2 125 Share Niharika Verma 13 Jun 2024 · 1 min read क्या कहूँ ? क्या कहूँ ? दिल ...उदास ! मन ....बेचैन ! लब ... खामोश ! आंखे ...नम ! क्या कहूँ...कि , जाने ये कैसी माया है ? जहां हर कुछ मैंने गवाया... Hindi · Zindagi · कविता · ख्याल · विचार · शायरी हिंदी 2 87 Share Niharika Verma 8 Jun 2024 · 3 min read उपहास ~लघु कथा डरी सी , सहमी सी रहा करती थी वो ! क्या हुआ पूछने पर, मौन ही रहती थी वो ! मानो उसका ह्रदय किसी पीड़ा से गहरी खाई में खो... Hindi · लघु कहानी · लघु लेख · समाज 130 Share