Shilpa 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shilpa 6 Jun 2018 · 1 min read दिल की दास्तान तमन्नाएं सिमटकर खोने लगे थे आपमें... और आप थे कि कश्तीयां बहाते रहे.. तबसे संवारे अश्क ए मोती इसकदर.. बुनने लगे हैं हम भी गमे एहसास की चादर.. Hindi · कविता 419 Share Shilpa 19 Jun 2018 · 1 min read भाव विश्व समय डूबा विचार पतझड़ नई पुरानी ....... प्रेम विरह बढ़ता अविरत तूफ़ानी राहें .... मर्यादा छूटी विलक्षण सुंदर नारी चल दी .... जहां में सारे मचलता फिरता मेरा आशियां ....... Hindi · हाइकु 1 329 Share Shilpa 19 Jun 2018 · 1 min read बारिश निर्वात सांझ दीदार बारिश का काव्य_जन्म पे .... मेरी रचना खुब रंग रुप ले बीच बारिश .... भावुक होने चले थे वे बादल मेरी तरह .... प्यासी रैना थी गर्म... Hindi · हाइकु 2 1 295 Share