VEDANTA PATEL 106 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next VEDANTA PATEL 18 Nov 2023 · 1 min read *** सिमटती जिंदगी और बिखरता पल...! *** " आज क्यों, मैं स्वच्छंद नहीं...? आज क्यों, मैं स्वतंत्र नहीं...? टिक-टिक करते... सरकती हुई ये पल...! दिन-तारीख-महीनों के सीमाओं में... गुजरता हुआ ये आज और कल...! बोझ तले बढ़ते... Hindi 235 Share VEDANTA PATEL 26 Sep 2023 · 1 min read *** आकांक्षा : एक पल्लवित मन...! *** " कहती है बेटी पांव पसार... मुझे चाहिए प्यार-दुलार...! मैं हूँ बे-जोड़ रचना की... एक अनमोल आकार...! प्राकृत मन की... हूँ मैं, एक अनुपम उपहार...! कलियों की तरह, इस दुनिया... Hindi 136 Share VEDANTA PATEL 15 Sep 2023 · 1 min read *** तस्वीर....! *** " किसी न किसी जज़्बात की... एक निशानी होती है ये तस्वीर..! कितना कुछ जुड़ा होता है... अंतःकरण मन में उद्भव विचार..! और पांव पसारते... ये समय के अनवरत चाल..,... Hindi 295 Share VEDANTA PATEL 9 Sep 2023 · 1 min read *** रेत समंदर के....!!! *** " माना कि कुछ सुकून है... इस किनारे पर...! शीतल हवाओं के कुछ इशारे भी हैं... इस किनारे पर...! मगर कहता है... ये रेत समंदर के...! मत देख सपने इस... Hindi 420 Share VEDANTA PATEL 9 Sep 2023 · 1 min read * रेत समंदर के...! * * रेत समंदर के...! * " माना कि... कुछ सुकून है, इस किनारे पर..! शीतल हवाओं के इशारे भी हैं, इस किनारे पर..? मगर कहता है... ये रेत समंदर के...... Quote Writer 134 Share VEDANTA PATEL 1 Sep 2023 · 1 min read " ये धरती है अपनी... " ये धरती है अपनी... ये अंबर है अपनी...! और चाँद में... ओ " शिव-शक्ति " आंगन भी है अपनी..! अब है आदित्य मिशन हमारी... चाचा सूरज से मिलने की... Hindi · Quote Writer 346 Share VEDANTA PATEL 26 Aug 2023 · 1 min read *** मेरे सायकल की सवार....! *** " गौर से देख... ओ कुटिल राष्ट्र (विदेशी)...! मत रख अपने दिल में... ऐसे कोई विचार..., जैसे दृष्टि-अंध धृतराष्ट्र..! हम सायकल पर हो सवार... आज कर गए चाँद की दरिया... Hindi 265 Share VEDANTA PATEL 26 Feb 2023 · 1 min read *** " ये दरारों पर मेरी नाव.....! " *** " जब तक था मैं , जल तल में... होकर मुझ पर सवार...; चल पड़ते थे गतंब्य को , हर यार..! कुछ ख़फा लहरों के ज़ोर... कर गए किनारे मुझे...;... Hindi 305 Share VEDANTA PATEL 25 Feb 2023 · 1 min read *** " कभी-कभी...! " *** * " कभी-कभी सोचा करती हूँ मैं... तेरा-मेरा साथ कब तक है , पता नहीं..! हम में विकास की नशा इतनी प्रबल है... कब कम होगा , कुछ पता नहीं..!!... Hindi 370 Share VEDANTA PATEL 17 Dec 2022 · 1 min read *** " मन बावरा है...!!! " *** * " मन में , कुछ आस है... मन में , न जाने क्यों...? कुछ और अधिक प्यास है...! हलचल सी झलक है कुछ... मेरे मन की चाह में...? आहट... Hindi 375 Share VEDANTA PATEL 11 Dec 2022 · 1 min read *** " मनोवृत्ति...!!! *** " जरा सा मन बहकता है मेरा.. बस चले आता हूँ मैं यहाँ...! कुछ ख़्वाब-ख़्यालों से मेरा.. बस मन संवर जाता है यहाँ...! इरादा है कुछ.. बहुत दूर तक चले... Hindi 241 Share VEDANTA PATEL 28 Oct 2022 · 1 min read *** सागर की लहरें........!!! *** *** न जाने ओ कौन-सी बात है , जो सागर की लहरें... मुझसे कुछ कह जाती है..! धीरे-धीरे कुछ पल में.... मेरे पांव तल से रेत सरक जाती है..!! कभी... Hindi 1 2 305 Share VEDANTA PATEL 17 Jul 2022 · 1 min read *** चल अकेला.......!!! *** " न आयेगा कोई इधर मदद करने ... बस कुछ रोशनी के इशारे चलने होंगे.....! पांवों में होंगे थकान.... मन भी होगा कुछ परेशान.....; नजरों में उम्मीद के झलक भी...... Hindi 1 2 302 Share VEDANTA PATEL 11 Dec 2021 · 1 min read *** " वक़्त : ठहर जरा.. साथ चलते हैं....! " *** ** ऐ गुजरते हुए वक़्त.. ठहर जरा.... मेरे करीब आ.... साथ चलते हैं । आने वाले इस पल को... हम दोनों साथ में गले लगाते हैं । खट्टे-मीठे यादों को....... Hindi · कविता 2 2 622 Share VEDANTA PATEL 29 Aug 2021 · 2 min read *** पेड़ : अब किसे लिखूँ अपनी अरज....!! *** * घने आबादी के घेरे , तेरे कुल्हाड़ी के ज़ोर प्रहार ; मेरे तन-मन और अंग-अंग को , कर गए कमजोर । तू है शायद...! विकास के कुछ नशे में... Hindi · कविता 552 Share VEDANTA PATEL 20 May 2021 · 2 min read *** " बरसात के मौसम में........!!! " *** ** बरसात में जब बरखा रानी आती है , तन-मन भीग जाती है , मन मचल जाये ऐसी , खुशियाँ अनमोल लाती है । सुखी-प्यासी धरती की प्यास भी बुझा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 8 533 Share VEDANTA PATEL 13 Feb 2021 · 3 min read *** " एक और ख़त के इंतजार में........!!! " *** *** : कितने ख़त लिखा था मुझे , उसने.....! मेरे अबूझ दिल को रिझाने....! । थे ओ शायद आशिकी के , अज़ब-गज़ब अफ़साने परवाने......! । ख़तों में लिखे हर एक... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 64 515 Share VEDANTA PATEL 9 Jan 2021 · 2 min read *** " कोरोना : तू है कौन.......? " *** ** : तू है कैसा रोग , या है किसी का कोई अनैतिक प्रयोग । मानव के अंतरात्मा में कर गया है , तू कैसा वियोग । तू है अदृश्य... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 30 425 Share VEDANTA PATEL 31 Dec 2020 · 2 min read *** " अभिनंदन : - नव वर्ष........!!! " *** *** : नये बरस के , ऐ नूतन किरण नंदन ; आज मेरा , तूझे है कोटि-कोटि अभिनंदन । नवीनता की नव प्रभा से , मेरे उर में नव राग... Hindi · कविता 2 3 350 Share VEDANTA PATEL 4 Oct 2020 · 2 min read *** " लेकिन...! सिर्फ मेरी कविता हो तुम " *** *** :: कैसी विशिष्ट रचना हो तुम , प्रकृति की अनुपम देन हो तुम । नर की नारी हो तुम , माया की सरिता हो तुम । लेकिन..! सिर्फ मेरी... Hindi · कविता 2 4 378 Share VEDANTA PATEL 4 Oct 2020 · 1 min read *** " तितली : प्रकृति की अनुपम उपहार...!!! " *** *** :: ओ पतरीली , नभ न्यारी , जग प्यारी ; " तितली " है केवल नाम तुम्हारी । मंजू है मन , सुरभि है रंग ; " तिली "... Hindi · कविता 2 4 699 Share VEDANTA PATEL 2 Oct 2020 · 2 min read *** " पत्नी : अमर आत्मा की अनुबंध ...! " *** *** किसकी कल्पना हो तुम... कौन..? बताये मुझे..! कैसी विचित्र रचना हो तुम... संरचना, कौन..? समझाये मुझे..! दूर-दूर तक दौड़ाया नजर.. कोई सीमा कभी तय न कर पाया..! अनंत-असीम मेरे... Hindi · कविता 4 360 Share VEDANTA PATEL 2 Oct 2020 · 2 min read *** " महात्मा गांधी : आज की पुकार.......!!! " ***?????? *** :: धन्य-धन्य है वह धरा , जिस पर तू ने जन्म लिया । धन्य-धन्य है वह " माँ " अतुल्य , जिसने शांति के अग्रदूत को अपने गोद लिया... Hindi · कविता 2 292 Share VEDANTA PATEL 27 Sep 2020 · 3 min read *** " चिड़िया : घोंसला अब बनाऊँ कहाँ....??? " *** ***: बहुत ढूंढ़ी है मैंने... आज कई ठीकाना , पर.. बन न पाया मेरा , कोई एक आशियाना । गांवों में.... न कोई मिट्टी-खपरैल वाली छत देखा , जंगलों में...... Hindi · कविता 2 857 Share VEDANTA PATEL 13 Sep 2020 · 2 min read *** " हिंदी और हिंदी दिवस.........!!! " *** *** :: राष्ट्र की अभिलाषा हूँ मैं , भारत माँ की मधुर भाषा हूँ मैं । विद्या की एक पाठशाला हूँ मैं , हिमालय की किरीट , और हिन्दुस्तान की... Hindi · कविता 2 4 510 Share VEDANTA PATEL 5 Sep 2020 · 1 min read *** " गुरु...! गूगल दोनों खड़े काके लागूं पांय् .....? " *** *** आधुनिकता में कुछ भ्रम हुआ....... ; गुरु गूगल दोनों खड़े काके लागूं पांय् ......! आधुनिकता की सोच बन गई है ; गूगल इंजन को सर्च करो तो , सब... Hindi · कविता 1 4 336 Share VEDANTA PATEL 14 Aug 2020 · 2 min read *** " तिरंगा प्यारा.......!!! " *** ** तीन रंग का मैं , तिरंगा प्यारा ; लोगों के अरमान हूँ मैं , भारत की शान हूँ मैं । आजादी की अंगड़ाई लेकर ; ऊँचे आसमान पर ,... Hindi · कविता 3 6 385 Share VEDANTA PATEL 2 Aug 2020 · 3 min read *** "आज नदी क्यों इतना उदास है .......? " *** *** मैं नदी हूँ नदी , मुझे कुछ कहना है कहने दो......! सदियों से बहती रही , साथ सब कुछ लेकर मैं चलती रही ; आज भी मुझमें निर्मल नीर... Hindi · कविता 4 8 718 Share VEDANTA PATEL 10 May 2020 · 2 min read *** " माँ........तूझे मैं क्या लिखूँ.........!!! " *** *** प्रकृति की , अतुल्य रचना है तू । संस्कृति की , अनमोल संरचना है तू । जगत की , जनन बिंदु है तू । अनुपम ममता की , संसार... Hindi · कविता 3 4 570 Share VEDANTA PATEL 24 Apr 2020 · 1 min read *** " अलविदा कह गया कोई........!!! " *** *** अज़नबी हूँ शायद , अनाड़ी बना गया कोई । मीठे-मीठे बातें बोल , फ़रेब का गुल खिला गया कोई । चमन की अनुपम लाली , नरमी-नरमी , मखमली ;... Hindi · कविता 490 Share VEDANTA PATEL 21 Apr 2020 · 3 min read *** " बूढ़ी माँ की ओ बातें......!!! " *** *** कुछ अटपटी , कुछ चटपटी ख़बर सुनाता हूँ ; आओ आज एक हकीकत से परिचय कराता हूँ । नई-नई डगर थी , और बस की सफर थी। मैं भी... Hindi · कविता 1 2 842 Share VEDANTA PATEL 12 Apr 2020 · 2 min read *** " विवशता की दहलीज पर , कुसुम कुमारी....!!! " *** *** असीम रौनक , नत नयन , रेशम-सी बाल , बिखरी हुई ; आँखों में अश्कों की अविरल धारा बह रही । बैठी बे-पनाह ओ , जग से करती फरियाद... Hindi · कविता 1 4 529 Share VEDANTA PATEL 6 Apr 2020 · 2 min read *** " एक अनुप्रयोग......!!! " *** # कोई बड़ा हो या छोटा , सबका अपना एक अस्तित्व होता है । लेकिन....! '" मय " का सफर , और अहंकार का डगर , पतन के साथ गर्त... Hindi · कविता 3 624 Share VEDANTA PATEL 21 Mar 2020 · 1 min read *** " तेरे साये में गुजरती जिंदगी......! " *** ## कहती है कुछ .....! , ये नदी , नाले और ये चमन-झरनें । हम सब हैं , प्रकृति की सगी बहनें ।। हमें ना बिखरो तुम । हमें ना... Hindi · कविता 422 Share VEDANTA PATEL 16 Mar 2020 · 2 min read *** " नाविक ले पतवार....! " *** # भोर हो चला है , कश्ती संवार ; नाविक ले हाथों में पतवार । चल आगे बढ़ , सागर की लहरों को चीर , कर उस पर वार ।... Hindi · कविता 1k Share VEDANTA PATEL 14 Mar 2020 · 3 min read *** " नदी तट पर मैं आवारा..!!! " *** # नीम की पेड़... ओ नदी का किनारा...! अपने ही विचारों में खोया... ये मन आवारा...! विकास की गति कहूँ ... या प्रगति का पथ कहूँ...! कितना अजीब है.... मेरे... Hindi · कविता 2 896 Share VEDANTA PATEL 10 Mar 2020 · 1 min read *** " होली के रंग में......! " *** # : आओ मिलकर खेलें होली , सब एक-दूजे के संग। हर घर में खुशियों की शोर मचे , जैसे कोई प्रेम रंग तरंग। हर गलियों में बजे नगाड़े-ढोल, और... Hindi · कविता 259 Share VEDANTA PATEL 25 Feb 2020 · 3 min read *** " मन चला क्यों...? मधुशाला की ओर....! " *** # : कैसा अज़ब है यह आज का दौर , टूट रहा अब सद्भावना की डोर। बिखरता संबंध , विचलित मन , सिमटता ये प्रेम-बंधन ; और गुंजता अब ,... Hindi · कविता 1 369 Share VEDANTA PATEL 16 Feb 2020 · 2 min read *** "" बारिश की बूंदें , प्रकृति और मैं.....! "" *** # उष्ण वाष्प से , मैं गगन छू जाऊँ ; शीतलता से , मनुहार-तुषार बूंदें बन जाऊँ । बहती मंद-मंद शीतल हवाओं से मिल , मनभावन-शीतल समीर हो जाऊँ। पहाड़ी... Hindi · कविता 2 259 Share VEDANTA PATEL 11 Feb 2020 · 2 min read *** " हमारी इसरो शक्ति...! " *** * सोंच के पंखों से हमने , उड़ना कैसे है , अंतरिक्ष में... ; सबको दिखा दिया । अकेले राहों पर चलना है कैसे... , अब हमने दुनिया को बता... Hindi · कविता 1 417 Share VEDANTA PATEL 9 Feb 2020 · 2 min read *** " बसंती-क़हर और मेरे सांवरे सजन......! " *** * नहीं न नहीं आज रुठो साजन..! , कंचन साज में सज-धज आई है बसंती , मेरे हृदय घर आंगन..। यही है एक पावन मिलन की बेला.. , शायद...! जिसे... Hindi · कविता 3 1 757 Share VEDANTA PATEL 9 Feb 2020 · 2 min read *** " मनचला राही...और ओ...! " *** * कटनी तक , बिलासपुर से ; ट्रेन का एक सफ़र था। मौसमी बारिश की " फुहार " , और मस्तमय क़हर था। ट्रेन की चाल , औसत से ;... Hindi · कविता 2 2 497 Share VEDANTA PATEL 9 Feb 2020 · 2 min read *** " पुकार मेरे मन की....... एक औरत " *** * ओ मेरे सांवरे सजन , सुन ले एक विरहणी के मन। तरस रही है अंतर्मन , पाने को तेरे एक दर्शन ; निर्मल हो जायेगा , ये पुलकित चितवन।... Hindi · कविता 1 2 523 Share VEDANTA PATEL 8 Feb 2020 · 2 min read *** " कच्चे मकान ......! " *** * मकान कच्चे थे , पर अपने इरादे बुलंद और पक्के थे। न कोई चाह , और न ही कोई अपना सपना ; पर.. जिन्दगी के सफ़र बहुत ही अच्छे... Hindi · कविता 1 2 947 Share VEDANTA PATEL 29 Jan 2020 · 1 min read *** " निर्झर........!!! " *** * कल-कल -छल-छल बहती तू , हे निर झर निर्मल । न गरल , अति सरल , हो प्रबल , तू बहती सतत्-अविरल ।। न जाने कितने चट्टान-शिखर , तेरे... Hindi · कविता 2 322 Share VEDANTA PATEL 27 Jan 2020 · 3 min read *** " पागल पथिक...........!!! " *** ## : मेरे चंचल मन में एक भ्रम था , विचारों में चिंतन का अनवरत क्रम था। क्या है...? , " जीवन " जीने का आधार ; कैसे होना है...?,... Hindi · कविता 1 2 697 Share VEDANTA PATEL 19 Jan 2020 · 2 min read *** " आओ सोंच के देखें जरा........! " *** * जिंदगी के कई रंग देखो , बे-तुका जीवन जीने के ढंग देखो। कहीं है , मौज-मस्ती ; कहीं-कहीं है, मौत सस्ती । फर्राटे से चलते हैं , अपने आप... Hindi · कविता 2 620 Share VEDANTA PATEL 18 Jan 2020 · 2 min read *** " हम तीन मित्र .........! " *** * मेरे दो मित्र , शेखर और विशाल , तीसरा मैं स्वयं काँजीलाल । थे ' माँ-बाप ' के एक अकेला-लाड़ला संतान , और मूर्खता में भी थे अति महान।... Hindi · कविता 2 309 Share VEDANTA PATEL 16 Jan 2020 · 2 min read *** " नसीहत - ऐ - पाक.......! " *** ऐ मेरे प्यारे वतन , ऐ मेरे प्यारे सजन। कर ले तू अपनी जतन , सजा ले अपनी धरती - चमन। सदा ही पैग़ाम रहा है, और सदा ही रहेगा... Hindi · कविता 2 551 Share VEDANTA PATEL 15 Jan 2020 · 2 min read *** " हौंसले तुम्हारे और मेरे प्रयास.......! : ISRO " *** * है अदम्य हौंसले तुम्हारे , और मेरे अथक प्रयास । न हो , हिन्दुस्तानी भाई ; आज तुम , गुमसुम-सा उदास। ठान ली है जो हमने , घर बसाना... Hindi · कविता 613 Share Previous Page 2 Next