Umesh उमेश शुक्ल Shukla 225 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Umesh उमेश शुक्ल Shukla 15 May 2022 · 1 min read क्यों मौन हम अपने कूचे में मुद्दतों से क्यों मौन साधे पड़े हुए हैं कौन ऐसी बेबसी है कि लब पे ताले जड़े हुए हैं जुल्म और मनमानियां क्यों बन गई हैं... Hindi · मुक्तक 178 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Jun 2022 · 1 min read मित्रों की दुआओं से... सभी मित्रों की दुआओं से मिलती ऊर्जा अपार रुक रुक याद आते रहे जीवन में मिले सभी किरदार दुश्वारियों ने बहुत कम कर दिया मिलने जुलने का दौर यादों में... Hindi 167 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 2 Jul 2022 · 1 min read सार संभार मृदा. जल औ वायु की मदद से ही हर बीज में फूटे अंकुर शीत.ताप और प्रकाश से वो ग्रहण करता ऊर्जा भरपूर समय के साथ होता जाता है उसका क्रमिक... Hindi 281 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 8 Jul 2022 · 1 min read नफरत नफरत के शोलों को निरंतर हवा दे रहे वोटों के व्यापारी जाति धर्म के खांचों में बंटी जनता की मति गई है मारी सब कुछ जान बूझकर भी लोग आफत... Hindi 177 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 9 Jul 2022 · 1 min read दुआओं की नौका... दुआओं की नौका पे होके सवार पा लेंगे हम सब बाधाओं से पार मंजिल फतह लक्ष्य जीवन का सार दुआओं की नौका... भले राह में अति सघन हो अंधेरा मगर... Hindi 315 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 20 Jul 2022 · 1 min read नहीं हंसी का खेल दुनिया की रीति औ नीति को समझना नहीं हंसी का खेल जो हो इसमें प्रवीण. सरपट चले उसके जीवन की रेल दुनियादारी के विशेष गुण हासिल कर ले जो इंसान... Hindi 269 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 21 Jul 2022 · 1 min read अब नहीं दिखता है सावन का उल्लास गांवों में अब नहीं दिखता है लोगों में सावन का उल्लास आधुनिकता की होड़ में भूले युवा परस्पर हास परिहास मोबाइल ने बना दिए घर घर में अनगिनत परिक्षेत्र मोबाइल... Hindi 70 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 22 Jul 2022 · 1 min read पग पग में विश्वास खामोश हैं लब पर पग पग में विश्वास नए मुकाम पे पहुंच रच देंगे नया इतिहास कंधे पर लटकते बैग में सिमटी यारों की दुआएं नदिया की तरह बहकर हम... Hindi 181 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 2 Aug 2022 · 1 min read अगनित उरग.. पग पग पर मौजूद हैं अगनित उरग इच्छाधारी ऐसे में बस दंश झेलना जन जन की है लाचारी एक दो हो तो पूज लें याद कर विधि विधान असंख्य उरग... Hindi 245 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 4 Aug 2022 · 1 min read चेहरे पर कई चेहरे ... चेहरे पर कई चेहरे चढे़ हो कैसे सही पहचान संशय में उलझे व्यक्ति कैसे हो सकते महान अस्मिता अब सत्य की घिरी सवालों के बीच संक्रमण काल बदस्तूर बोलें सब... Hindi 287 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 22 Sep 2022 · 1 min read समुद्र हैं बेहाल मनुष्य प्रदूषित कर रहे हैं सभी सागरों के किनारे आंखें मूंदे खामोश दिख रहे व्यवस्था के रखवारे चेतावनियों के बावजूद वे बरतते नहीं सावधानी ऐसे में बहुत भारी पड़ेगी हमें... Hindi 156 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Sep 2022 · 1 min read नदी के द्वीप अपने पुरखों की परंपरा का हम करते क्यों नहीं निर्वाह परस्पर प्रेम, सहयोग भुला बैठे जिसमें शक्ति अथाह स्वार्थ सकेंद्रित हो गया है क्यों हम सबका व्यवहार नदी के द्वीप... Hindi 110 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 26 Sep 2022 · 1 min read हे जग जननी ! हे जग जननी ! तेरी कृपा से ही हम सबका अस्तित्व तेरी महिमा गाया करते हैं ऋषि, मुनि औ सिद्ध नित्य नवरात्रि के पर्व पर करते हैं भक्त सब व्रत... Hindi 146 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 29 Sep 2022 · 4 min read कहानी.... विनम्रता विद्या विनय यानी विनम्रता देती है। यह मनुष्य को पात्रता भी देती है। विद्या मनुष्य को जीवन की विविध समस्याओं का समाधान देती है। वह समस्याओं से उबरने का विकल्प... Hindi 166 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 18 Nov 2022 · 1 min read चरैवेति चरैवेति का संदेश तदवीर से ही फिर गढ़ी जा सकती किस्मत की लकीरें किताबों में कर्म के महत्व पे दर्ज हैं महापुरुषों की तकरीरें कर्मवीर सदा पलटते रहे हैं समूची दुनिया का इतिहास... Hindi 175 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 19 Nov 2022 · 1 min read वक्र यहां किरदार दुनिया यह गोल मानता है संसार फिर भी इंसां का वक्र यहां किरदार मानवता को घोलकर गटक गए धनलोभी ऐसे में फिर अंत्येष्टि भी बुकिंग पर होगी Hindi 185 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Dec 2022 · 1 min read दोस्तों से... दोस्तों से होती है हर व्यक्ति की पहचान अच्छे, बुरे का आकलन भी कर लेता है जहान सही दोस्त बदल देते हैं जीवन का रंग और ढंग बदमिजाजों की संगति... Hindi 82 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 2 Jan 2023 · 1 min read बड़े गौर से.... बड़े गौर से कीजिए उम्मीदों की पहचान तभी आपको मिलेगा सपनों का नव जहान आकलन में कहीं हुई जो थोड़ी भावनात्मक चूक विपरीत नतीजे उपजा देंगे दिल में बड़ी हूक... Hindi 171 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 25 Jan 2023 · 1 min read करिए विचार गणतंत्र दिवस पर गौर से करिए आप विचार देश औ समाज निर्माण में आप कितने भागीदार चिंतन, मनन से ही मिलेंगे आप को प्रश्नों के जवाब तब शायद कभी नहीं... Hindi 254 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Jan 2023 · 1 min read जान का नया बवाल श्रीराम और कृष्ण के देश में मोबाइल गेम की तीव्र चाल बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों सभी के जान का नया बवाल आभासी संसार कर रहा है सबके मानस को अति... Hindi 128 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Jan 2023 · 1 min read कैसा समाज महात्मा गांधी की आत्मा सिसक रही होगी आज भारत के राजनीतिकों ने गढ़ दिया कैसा समाज जाति,पाति और धर्म की खाई लेती जा रही विस्तार संसद और विधानसभाओं में अब... Hindi 271 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 5 Feb 2023 · 1 min read निगल रही ग्राम्य जीवन को निगल रही है धूर्त बाजारुओं की चाल ढाल विडंबना यह कि लोग समझ ही नहीं रहे सिर पर मंडराते काल विकास की सभी गतिविधियां ही मिटा रहीं... Hindi 200 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 16 Feb 2023 · 1 min read ईश्वर से यही अरज अपनों से नहीं कह सका कभी अपने मन की बात ऐसा करने से रोकते रहे सदा मेरे ही कहीं जज़्बात ना सुनने का माद्दा ईश्वर ने बख्शी हमें जरूरत से... Hindi 145 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Feb 2023 · 1 min read पीड़ाओं से व्याकुल महंगाई और बेरोज़गारी के दंश से आम आदमी त्रस्त पर सियासत विहंस रही है सत्ता मद में होकर मस्त जिन संस्थाओं को बनाया गया जनकल्याण के लिए जिम्मेदार वो ही... Hindi 164 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 6 Mar 2023 · 1 min read रंगों की सुखद फुहार हे नारायण! कर जोड़ आप से विनती यही करता मैं बारंबार जहां जहां मेरे मित्र बसें, मिलें उनपे करो रंगों की सुखद फुहार रंगों संग सराबोर करे सबके मन मानस... Hindi 152 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 8 Mar 2023 · 1 min read गाओ शुभ मंगल गीत रंग,अबीर,गुलाल उड़ाकर गाओ शुभ मंगल गीत मन के कलुष और बैर भाव मिटा गाढ़ी कर लो प्रीत शुभ मुहूर्त की चार घड़ी यूं ही व्यर्थ न जाए बीत गाओ शुभ... Hindi 369 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 9 Mar 2023 · 1 min read दलदल में फंसी अब दिखते ही नहीं हैं कहीं गली के जादूगर सूचना तकनीकी ने कर दिया है उन्हें बेअसर हाथों को दिनभर व्यस्त रखते अब मोबाइल फोन उनके जाल में उलझे लोग... Hindi 207 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 11 Mar 2023 · 1 min read कान में रुई डाले मानवीय लोभ ने कर दिया अधिकांश जंगलों का नाश पश्चिम के विचारक मानते इसे ही औद्योगिक विकास जल,जंगल और जमीन पर बढ़ रहा मानव का अत्याचार दुनिया में सतत पनप... Hindi 290 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 1 Apr 2023 · 1 min read उमेश शुक्ल के हाइकु नई शिक्षा नीति का शोर कक्षाएं तज शिक्षक हो गए हैं मोर युवा रोजी के लिए चकोर रुपये रुपया को खींचते हैं भरोसा न हो तो कुछ दांव लगाओ यत्न... Hindi 267 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 1 Apr 2023 · 1 min read पसोपेश,,,उमेश के हाइकु पसोपेश में नागराज की संतति भूमंडल पर नेताओं में पनपी अजब प्रवृत्ति निठल्लों को पुनर्नियुक्ति की संस्तुति पुस्तकालय की पुस्तकों में निराशा पान की दुकानों पर विद्यार्थियों का तमाशा अभिभावक... Hindi 169 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 2 Apr 2023 · 1 min read हैंडपंपों पे : उमेश शुक्ल के हाइकु निर्लज्जता भी मांग जाती पानी नेता सुनाता जब धुआंधार विकास की कहानी जलहीन हैंडपंपों पे मची खींचातानी यात्री शेल्टर पर सजी दुकान पूछताछ खिड़की के बोर्ड करा देते पहचान कुछ... Hindi 279 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 4 Apr 2023 · 1 min read जागो तो पाओ ; उमेश शुक्ल के हाइकु हिसाब किताब में कच्चे हम जन्म से झेल रहे तमाम सियासी मनमानियांं संसद पे हाबी पूंजीपति, माफिया चुनाव की घड़ी में बेपरवाही धर्म,जाति,भाषा, क्षेत्र की देते दुहाई बोया बबूल कांटों... Hindi 136 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 6 Apr 2023 · 1 min read कुटुंब के नसीब प्रभु की कृपा से हर व्यक्ति को मिले हमसफर अनुकूल अन्यथा संबंधों के निर्वहन की राह में बिछ जाते अनेक शूल हमनवां जिसका भी रहता है सतत मानसिक रूप से... Hindi 146 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 Apr 2023 · 1 min read श्रीराम पे बलिहारी एक जादुई शाम की प्रतीक्षा पल पल कर जिंदगी बदलती गई दिशा जाना कहां बस जानें श्रीराम सुना है सबकी सुनते प्रभु अध्येता और साधु संत कहते उन्हें विभु सद्बुद्धि... Hindi 204 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 8 Apr 2023 · 1 min read ,...ठोस व्यवहारिक नीति बहुत जरूरी है अर्थव्यवस्था की खोई हुई चाबी की खोज वर्ना हर आदमी के जीवन में दुश्वारियां बढ़ती जाएंगी हर रोज कुटीर,लघु उद्योगों के लिए सरकार को बनानी होगी ठोस... Hindi 354 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 8 Apr 2023 · 1 min read तरस रहा हर काश्तकार धरतीपुत्रों से कर रहे जो सब आज फरेब कल वो कुर्सी खोएंगे ले डूबेंगे उनके ही ऐब झूठे दावों से हरे हुए कब खेत, खलिहान पीड़ाओं से व्यथित हैं समूचे... Hindi 270 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Apr 2023 · 1 min read धन बल पर्याय निकाय चुनाव धन बल पर्याय निठल्लों की हो जाएगी विधि से ताजपोशी जनता रह जाएगी ठगी सी स्थानीय निकाय कैसे बनें कारगर मतदाता इन सवालों पर डालता नहीं नजर बस... Hindi 210 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 11 Apr 2023 · 1 min read सुकून की चाबी ख़ज़ाने की तलाश में लगा हर शख्स व्यक्ति बदहवास ख़ज़ाने दे सकते नहीं सबको शांति और सुख यूं अनायास पीड़ाओं से घिरे हुए हैं दुनिया के बड़े बड़े रईस औ... Hindi 185 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 Apr 2023 · 1 min read मचले छूने को आकाश दोस्तों का साथ देता हरेक को अनूठा अहसास मन प्रफुल्लित होके मचले छूने को आकाश सुर्ख गुलाब को लेकर यूं रखते सब जुदा ख्याल पर दूजों के मन कुरेद वो... Hindi 251 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 12 Apr 2023 · 1 min read सधे कदम धरती पर दिखाई पड़ती बस सधे कदम की छाप सुधिजन खुद को संभालें ताकि फिर न हो पश्चाताप सफल वही जो समय की नजाकत को ले पहचान अन्यथा चूक पर... Hindi 349 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 14 Apr 2023 · 1 min read हमनवां जब साथ हमनवां जब साथ हो तो बात कुछ और ही होती है सिर्फ लम्हों को ही नहीं औरों को भी इसकी खबर होती है द्रुपदसुता की चीर से बढ़ जाते यादों... Hindi 154 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 15 Apr 2023 · 1 min read सदा बेड़ा होता गर्क पागल दिल के मालिकों का सदा बेड़ा होता ग़र्क ये तथ्य इतिहास के पन्नों में बड़ी प्रमुखता से है दर्ज दिल जिनके संतुलन में रहे जग में उनको मिली प्रसिद्धि... Hindi 200 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 15 Apr 2023 · 1 min read बड़े मिनरल वाटर पी निहाल : उमेश शुक्ल के हाइकु गर्मी तीखी जीव जंतु बेहाल बिजली, पानी संकट हर जी का जंजाल बड़े मिनरल वाटर पी निहाल अंधी कमाई को अनुचित चाल बस, रेलवे स्टेशन टोटियों से हुए कंगाल पानी... Hindi 171 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 19 Apr 2023 · 1 min read तीखा सूरज : उमेश शुक्ल के हाइकु तीखा सूरज बरसा रहा आग अनदेखी से विलुप्त हुए अनेक कूप तालाब तंत्र सजाए तरक्की के ख्वाब निकाय चुनाव दावतों का दौर समर्थकों के नारों में गुम पीड़ाएं चहुंओर विकास... Hindi 156 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 20 Apr 2023 · 1 min read वास्तविक प्रकाशक वक्त ही होता हर इंसान का वास्तविक प्रकाशक वह अच्छा है तो दूसरों को दिखे सब चकाचक वह बुरा है तो साया भी दिखने लगता भयानक दुर्दिन में बस परमात्मा... Hindi 239 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 20 Apr 2023 · 1 min read केहरि बनकर दहाड़ें शब्दों में ही ब्रह्म बसे समझा गए हैं सयाने सुर,लय और तालबद्ध हो ये बन जाते तराने कभी किसी प्रेमी के लब पर थिरक थिरक इतराते कभी विरह से पीड़ित... Hindi 218 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 21 Apr 2023 · 1 min read हे माधव हे माधव तुमको समर्पित वैशाख का समूचा मास जप, पूजा, ध्यान सहित करें लोग व्रत औ उपवास यद्यपि जग माने हर जीव में सदा ही तुम्हारा निवास फिर भी वैशाख... Hindi 263 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 23 Apr 2023 · 1 min read अनेक को दिया उजाड़ जादुई जंगलों की रही कभी देश में भरमार विकास के पहरूओं ने अनेक को दिया उजाड़ अब गिने चुने क्षेत्रों में ही अवशेष घने जंगल उन पर कब्जे को मची... Hindi 172 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Apr 2023 · 1 min read जागरूक हो हर इंसान पर्यटकों की मनमानी से त्रस्त हैं देशभर के समुद्र लगातार बढ़ते कूड़े कचरे से पारिस्थितिकी अशुद्ध तमाम चेतावनी संदेश भी आम पर्यटकों पर बेमानी आगे कई जीव जंतुओं के कुनबे... Hindi 117 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Apr 2023 · 1 min read दलदल दलदल में तब्दील हो गई वर्तमान राजनीति दूजों की ईंटें झटककर सब दल बना रहे भीत ईंटें अव्वल या दोयम हैं ये वोटर को करना पहचान जो चुनाव में चूके... Hindi 234 Share Previous Page 2 Next