Umesh उमेश शुक्ल Shukla 234 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Umesh उमेश शुक्ल Shukla 29 Nov 2024 · 1 min read कवि और कविता भावों को शब्दों में ढाल के रखें सबके सम्मुख साक्षात दुनिया भर वो शख्स होते कवि के रूप में ही प्रख्यात कविता होती है भावनाओं की ही संघनित शब्द पुंज... Hindi · कविता 1 291 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 14 Sep 2024 · 1 min read देश के रास्तों पर शूल जो बोएंगे वो ही काटेंगे इसे भारतवासी गए भूल अपने कर्मों से ही बिछाते गए देश के रास्तों पर शूल दिन पर दिन बढ़ता रहा इस देश में अंग्रेजी का... Hindi 327 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 13 Sep 2024 · 1 min read रखो माहौल का पूरा ध्यान अपनों का दिल खुश कर सकती आपकी मुस्कान आप सकुशल हैं उनको हो जाएगा ये इत्मीनान मगर विघ्न संतोषियों के दिल पे लोट जाएंगे सांप वे जज्ब नहीं कर पाते... Hindi 209 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 Sep 2024 · 1 min read हिंदी कब से झेल रही है हिंदी कब से झेल रही है सौतेलेपन का व्यवहार सरकारी महकमों में भी मिले इसे उपेक्षा की मार शीर्ष पर अरसे से जमे हैं जो बड़े नामवर हुक्काम वो ही... Hindi 253 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Jun 2024 · 1 min read उन व्यक्तियों का ही नाम सिर्फ तुम्हारे लिए ही नहीं बनी यह दुनिया याद रहे भारत के सूबों में अर्से से करोड़ों लोग आबाद रहे जनता याद रखती है बस उन व्यक्तियों का ही नाम... Hindi 244 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 Jun 2024 · 1 min read हुईं मानवीय संवेदनाएं विनष्ट कभी हर व्यक्ति सुनता रहा बुलबुलों का गीत पर अब की पीढ़ी नहीं है बुलबुलों से ही परिचित आज युग की आपाधापी में खोए हुए हैं सब युवा प्रकृति औ... Hindi 222 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 24 Jun 2024 · 1 min read सकारात्मक ऊर्जा से लबरेज आषाढ़ मास में कीजिए ईश्वर की भक्ति भरपूर दैहिक, दैविक, भौतिक ताप आप से रहेंगे दूर दूर यादों का पिंजरा आप को देगा नहीं मानसिक क्लेश जब अपने आराध्य की... Hindi 213 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 18 Jun 2024 · 1 min read धनिकों के आगे फेल पूंजीपतियों औ अपराधियों के चंगुल में फंसी हुई है राजनीति ऐसे में नागरिकों को पीड़ाओं से यहां भला मिलेगी कैसे मुक्ति आम जनता को बड़ी शिद्दत से लोकतंत्र की करनी... Hindi 242 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 23 May 2024 · 1 min read इंद्रदेव समझेंगे जन जन की लाचारी रोज ब रोज होते जा रहे गर्मी के तेवर अति कड़क लू की लपटें सुखा रही हैं जीवों, जंतुओं का हलक सूर्यदेव के ताप से विकल हुए हर शहर,गांव के... Hindi 286 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Apr 2024 · 1 min read रोशनी का रखना ध्यान विशेष डूबता सूर्य हर शख्स को देता है हमेशा एक संदेश अंधेरा सन्निकट है रोशनी का रखना ध्यान विशेष सबको दिल से आश्वस्त वो कर जाता है हर दिन अंधकार का... Hindi 274 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 5 Apr 2024 · 1 min read ताउम्र करना पड़े पश्चाताप समय का चक्र घूमता रहता देता सबको यही एक सीख होकर सतर्क सदा आगे बढ़ो और बनाओ अपनी एक लीक समय की गति समझ साधना होगा उससे बेहतर तालमेल तभी... Hindi 337 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Mar 2024 · 1 min read भ्रष्टाचार ने बदल डाला हर गली, गांव में गूंजेगा अब बुलबुलों का गीत हर दल के नेता बताएंगे खुद को जनता का मीत वोट औ समर्थन पाने को वो देंगे लंबी लंबी तकरीर बड़े... Hindi 221 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 27 Mar 2024 · 1 min read अर्थार्जन का सुखद संयोग जनादेश का पूर्व आकलन भी ज्यों गुफा का रहस्य फिर भी टीवी पर जारी रहे इसका क्रम अवश्य तय एजेंडे पर काम कर रहे मीडिया के सब लोग उनके लिए... Hindi 355 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 2 Mar 2024 · 1 min read खोटे सिक्कों के जोर से खोटे सिक्कों के जोर से सियासत बदनाम इन्हें चलन से बाहर कर सकता है अवाम जो संसद में खामोशी ओढ़े रहते हैं पांच साल उनको नेतृत्व सौंप कर क्यों हम... Hindi 2 247 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 7 Feb 2024 · 1 min read खोया है हरेक इंसान सपनों की दुनिया में ही खोया है हरेक इंसान सपनों के पीछे भाग के वो पा रहा नए मुकाम सपने सच होते तब जब वो करे शिद्दत से प्रयास अपनी... Hindi 296 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 30 Jan 2024 · 1 min read गिरगिट को भी अब मात राजनीति में नैतिकता का अब नहीं है कोई स्थान सारी मर्यादाएं लांघ कर नेता करते निज उत्थान नेताओं के कृत्य ने दे दी गिरगिट को भी अब मात सत्ता के... Hindi 251 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 25 Jan 2024 · 1 min read राह बनाएं काट पहाड़ युवाओं की दुनिया में ऊर्जा का अजब भंडार यदि मन से वो ठान लें राह बनाएं काट पहाड़ ऊसर को भी कर देते वो फसलों से गुलजार रेगिस्तान में बहा... Hindi 332 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 23 Jan 2024 · 1 min read बस नेक इंसान का नाम कोरा कागज हाथ लेके भव में उतरा हर इंसान बल, बुद्धि औ विवेक से वो उसमें भरे रंग तमाम ईश्वर कृपा से ही मनुष्य को मिलती है सही राह उस... Hindi 1 293 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 20 Jan 2024 · 1 min read प्रभु शुभ कीजिए परिवेश राम कृपा से दिख रहा है देश में अद्भुत आहृलाद नव प्रासाद में विराज कर रामलला देंगे आशीर्वाद सदियों से जन जन के मन में व्यापा रहा जो मलाल उसे... Hindi 298 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Jan 2024 · 1 min read मेरी लाज है तेरे हाथ जीवन एक खुली किताब सा छुपे नहीं हैं कोई राज जो भी चाहे देखे औ पढ़े नहीं कभी कोई एतराज जिस समाज में भी रहते रखें उनके मान का ध्यान... Hindi 283 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 10 Jan 2024 · 1 min read मेरी लाज है तेरे हाथ जीवन एक खुली किताब सा छुपे नहीं हैं कोई राज जो भी चाहे देखे औ पढ़े नहीं कभी कोई एतराज जिस समाज में भी रहते रखें उनके मान का ध्यान... Hindi 332 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 4 Jan 2024 · 1 min read खांचे में बंट गए हैं अपराधी सियासत में अपराधी का खूब होता रहा घालमेल समस्या अब बहुत जटिल कौन डाल पाएगा नकेल अपराधीतत्व ही आज जब हैं सियासी सत्ता के सरताज फिर समाज से खत्म कैसे... Hindi 300 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 22 Dec 2023 · 1 min read हौंसले को समेट कर मेघ बन केवल रूदन से बदला नहीं जग का इतिहास कर्मवीरों ने बदले युग के सभी ढर्रे सोल्लास जो हालात के सामने सहज घुटने देते हैं टेक इतिहास उनके नाम को देता... Hindi 298 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 21 Dec 2023 · 1 min read शांति से खाओ और खिलाओ हर जन प्रतिनिधि के हाथ लग जाती रहस्यमयी चाबी जीतने के कुछ दिन बाद ही दिखते हैं उनके ठाट नवाबी कारों और कोठियों की बन जाती लंबी लंबी सी कतार... Hindi 315 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 29 Nov 2023 · 1 min read सुकर्मों से मिलती है प्रयत्नों से मिल सकता है कभी खोया हुआ सामान लाख जतन से वापस नहीं होता खोया हुआ सम्मान बड़ी शिद्दत से कायम रखें निज गरिमा और सम्मान यही आपको दिला... Hindi 337 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 28 Nov 2023 · 1 min read मन वैरागी हो गया ग़म का सागर नहीं सकता उस शख्स का कुछ बिगाड़ जो अधिकतम खोने के लिए हर समय मन से रहता तैयार मन वैरागी हो गया जिसका उसको दुनिया की नहीं... 251 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 16 Nov 2023 · 1 min read अधिकांश होते हैं गुमराह आत्मा अजर अमर बतलाते सभी पुराण वो नित्य, निरंतर ईश वश रहती है गतिमान विधि के आदेश पर वो धरे वसुधा पर कोई देह नियत समय के बाद ही वो... Hindi 2 431 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 13 Nov 2023 · 1 min read सच समझने में चूका तंत्र सारा सवालों में छिपे रहते आम इंसानों के दर्द इन्हें हल करके बढ़ाता इंसान विकास की हद मुश्किलें तभी सुलझें जब सवाल हों शीशे से साफ अन्यथा समाधान खोजने में इंसान... Hindi 2 400 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 11 Nov 2023 · 1 min read जीवन से तम को दूर करो दीपों का हरेक हिस्सा हरे दिल और दिमाग का तम मानवता के आदर्शों को जी सकें हम सब हरदम हर उज्ज्वल रश्मि देती सब के मन को प्रकाश खुद को... Hindi 407 Share Umesh उमेश शुक्ल Shukla 11 Nov 2023 · 1 min read वोट की खातिर पखारें कदम माल ए मुफ्त, दिल ए बेरहम वोट की खातिर पखारें कदम कोष की चाबी वोटरों के हाथ पर उनको ही रहे हैं ललचाय उन्हें इल्म है कि कुछ तोहफों से... Hindi 1 268 Share Page 1 Next