Umesh Kumar Sharma Tag: Poem 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Umesh Kumar Sharma 5 Jul 2022 · 1 min read मुद्दतों बाद मिले पुरानी बातों का जनाजा उठाने आये हैं चार काँधों पर ये रस्म निभानी होगी, देखले माज़ी के गुजरते हुए गलियारों में कहीं बीता हुआ बचपन तो औंधी सी जवानी होगी... Hindi · Poem 212 Share