Uma Vaishnav 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Uma Vaishnav 21 Feb 2019 · 1 min read भूला न सकोगें.... रहूंगी जो यादों में, मैं तस्वीर बनके, तुम मेरी हस्ती, मिटा न सकोगें, मुझे तुम कभी भी , भूला न सकोगें। रहूंगी जो साथ में, मैं साया बनके, तन्हा कभी... Hindi · कविता 3 1 513 Share Uma Vaishnav 17 Dec 2018 · 1 min read प्रकृति प्रकृति फल - फूल, पेड़ और ये पती, प्रकृति की इन में, खुशबू आती, चाँद - तारे सूरज और ये गगन, प्रकृति इन से ही, दिखती सुंदर, नदी - नाले... Hindi · कविता 1 1 271 Share Uma Vaishnav 2 Dec 2018 · 1 min read माँ और बीवी खामोश खड़ा हूँ, कोई बोल नहीं हैं, इधर माँ, उधर बीवी है कोई और नहीं है, जनता हूँ, इन रिश्तों का, कोई मोल नहीं है, चाहती है दोनों मुझे, बात... Hindi · कविता 2 2 417 Share Uma Vaishnav 12 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ ****************** जैसे दिये में, ज्योति होती , माँ भी तो बस, ऎसी ही होती, ख़ुद जल कर,घर रोशन करती, तेरी व्याख्या, किसी से न होती, तू जीवन का, आधार... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 124 843 Share Uma Vaishnav 11 Nov 2018 · 1 min read प्रेम प्रेम मेरी कमजोरी, प्रेम ही मेरी ताकत है। प्रेम ही मेरी चाहत, प्रेम ही मेरी राहत है। प्रेम ही दिल की धड़कन, प्रेम ही साँसों की डोर हैँ। प्रेम ही... Hindi · कविता 5 8 327 Share