शशांक तिवारी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid शशांक तिवारी 15 Jun 2017 · 1 min read लड्डू जैसे गालों वाली मतभेदों के बीच हमारे , जागा है इक भाव प्रिये ! इन आँखों में दिखता मुझको , इक प्यारा ठहराव प्रिये !! और तुम्हारे गानों में है , कुछ ऐसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 296 Share