Rahul Singh Tag: ग़ज़ल/गीतिका 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rahul Singh 26 Mar 2024 · 1 min read "होली है आई रे" बजे ढोल, बजे ताशा, होली है आई रे, रंग बिरंगे हैं गाने, खुशियाँ मनाई रे। रंगों का त्योहार है, हर दिल में प्यार है, खुशियों की बौछार है, हर दिल... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · फागुन होली फागुन होली · होली 98 Share Rahul Singh 12 Feb 2024 · 1 min read जन्मभूमि बारिश की बूँदें गिरती हैं, खेतों को सजाती हैं। मिट्टी की खुशबू छाती है, जन्मभूमि की महक बिखराती है। पेड़-पौधों की छाया सुहावनी, पक्षियों का गीत सुनाती है। नदी की... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · Trending Poetry · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · लेख 103 Share Rahul Singh 9 Feb 2024 · 1 min read मानवता मानवता का यह सफर, हर रूप में है प्यारा। दर्द में भी साथ निभाना, प्रेम से जीना, प्रेम से जाना। मधुर भाषा, शरीर की सेवा, नेकी की राह में चलना।... Hindi · Manavta · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 155 Share