Dr Mukesh 'Aseemit' Tag: कविता 31 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Mukesh 'Aseemit' 12 Sep 2024 · 1 min read हिंदी से बेहतर कोई जबान नहीं ‘हिंदी से बेहतर कोई जबान नहीं’ हिंदी बोली से बेहतर कोई जबान नहीं, भटके नौजवानों को इसका गुमान नहीं । जो बोलते हैं दिल से अपनी विरासत की भाषा ,... Hindi · कविता · गजल 1 256 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 7 Sep 2024 · 1 min read गणेश वंदना छंद गणेश वंदना करहूँ स्तुति तोरे, श्री गणपति, दीन दुखी के नाथ। दारुण दूर करहुं, मंगलकारी, तुम हो दीनों के साथ।। विघ्न विनाशक नाम तुम्हारा, शुभ करहुं हर बार। दीनदयालु, कृपा... Hindi · कविता · छंद काव्य · छंद गीतिका 1 257 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 5 Sep 2024 · 1 min read shikshak divas **शिक्षक दिवस ** **शिक्षक दिवस ** ज्ञान का दीप, नव-दृष्टि का दान, तिमिर से युद्ध रत , वह शिक्षक महान। तटस्थ नहीं, विचारों का योद्धा, मानव प्रगति का सिपाही। शब्दों के शस्त्र से... Hindi · कविता 1 335 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 19 Aug 2024 · 1 min read **रक्षा सूत्र का प्रण** पुकार रही हूँ, शब्दों में लिपटी करुणा के साथ , मेरी स्निग्ध आशा की अनुगूँज, तुम्हारी आत्मा के भीतर कहीं, घुल जाए, इस रक्षा सूत्र का संकल्प। दरवाजों पर दस्तक... Hindi · RAKSHABANDHAN · कविता 1 225 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 12 Aug 2024 · 1 min read क़दमों के निशां घाव दिलों के गहरे ,जमाने के तानों से रिसते चले गए, मेरे क़दमों के निशाँ ,वक्त की लहरों से मिटते चले गए ! समेटी जिंदगी भर की तन्हाइयां इन बेबस... Hindi · कविता · ग़ज़ल 1 211 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 10 Aug 2024 · 1 min read बरसात की बूंदे बरसात की धीमे से गिरती बूँदें, मानो धरती को एक प्रेम पत्र लिखा जा रहा हो। मैं और तुम, इस अमृतमयी प्रभात के साक्षी, जहां हर बूँद में छिपी एक... Hindi · कविता · गीत 1 324 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 8 Jul 2024 · 1 min read अक्स मेरा कहते हैं वक़्त हर ज़ख़्म को भर देता है, उड़ते पंक्षी को शजर भी बसर देता है ! अपने कर्मों का हिसाब हर इंसान , कोई इधर देता है ,कोई... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 197 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 7 Jul 2024 · 1 min read कहूँ तो कैसे कहूँ - कैद पिंजरे में दिन और रात, कहूँ तो कैसे कहूँ, कैद कर दिए हैं जज्बात ,कहूँ तो कैसे कहूँ ! हक़ है हमें भी फिजा की खुली साँसो का ,... Hindi · कविता · कुण्डलिया · गीत 230 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 29 Jun 2024 · 2 min read एक डॉक्टर की अंतर्वेदना हर दिन होता है सामना, अस्पताल की गलियों में गूंजती चीखों से , बेजान बिस्तरों पर पड़े जिन्दा मुरझाए चेहरों से , समय की परछाइयों में गुम खुद के स्वप्न... Hindi · Doctor · कविता · गीत 293 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 24 Jun 2024 · 1 min read पहली बारिश मेरे शहर की- राहत तीखी धुप से ,राहत सूखे नल और कूप से ! तृप्त तपते रास्ते, सजल सूखी कलियाँ , भीगी धुल से धूसरित शहर की गलियां । आकाश में चुनरिया ओढ़े... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 22 Jun 2024 · 1 min read तू अपना सफ़र तय कर -कविता वाटर स्लाइड की तरह है जन्दगी का सफ़र , हर मोड़ पर रुकावटें और फिसलने का डर। हिम्मत और जुनून के पानी के बहाव में, तू अपना सफर तय कर।... Hindi · कविता · गीत 248 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 21 Jun 2024 · 1 min read अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग सीखें लोग सब ,रोग भगे दूर तब , भारत की भूमि का ये रत्न निराला है। बैठ सब आसन पे,नियमित सांसन पे, चारों और देखो योग का बोलबाला है... Hindi · कविता · कुण्डलिया 208 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 20 Jun 2024 · 1 min read गजल ए महक हम इश्क के नशे में इस कदर महक रहे हैं, दो पंछी एक डाल पर जैसे चहक रहे हैं। तेरे आने की खबर से दिल का आलम महका , तेरे... Hindi · कविता · ग़ज़ल 284 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 18 Jun 2024 · 1 min read सरकारी जमाई -व्यंग कविता रुक गए तीर बाप के ताने के , आने लगे रिश्ते घरजमाई बनाने के। हर तरफ बधाई और वाह वाही है , मुस्कुराइए कि आप सरकारी जमाई हैं। मोहाले की... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 260 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 18 Jun 2024 · 1 min read **कविता: आम आदमी की कहानी** राशन की लम्बी लाइन, थकान से चूर काम हूँ, किश्तों की मार में, पिसता सुबह और शाम हूँ, रेल ,बस की धक्कामुकी और ट्रैफिक जाम हूँ , क्या करूँ में... Hindi · कविता · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 409 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 17 Jun 2024 · 1 min read दिल के फ़साने -ग़ज़ल अब वो दिल का फ़साना नहीं रहा, इश्क़ करने का जमाना नहीं रहा। वो मोहब्बत की दीवानगी का आलम , दिल में अब किसी का ठिकाना नहीं रहा। जो कभी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 212 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 16 Jun 2024 · 1 min read "हर बाप ऐसा ही होता है" -कविता रचना गली के नुक्कड़ पे खिलौना बेचता, टूटी चप्पल में भी सपनों को सहेजता , बिजली के बिल की लम्बी कतारों में खोता है , हर बाप ऐसा ही होता है... Hindi · कविता · गीत 267 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 16 Jun 2024 · 1 min read **ग़ज़ल: पापा के नाम** ज़िन्दगी में खुशियों की लड़ी , हैं पापा अनमोल उपहारों की झड़ी , हैं पापा धरती सा धीरज, आसमां सी महक, जमीनी हकीकत की कड़ी , हैं पापा जब भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 14 Jun 2024 · 1 min read " कैसा हूँ " " कैसा हूँ " जनाब पूछना ही है तो , आकर पूछो कैसा हूँ, हाल अपने दिल का भी , सुनाकर पूछो कैसा हूँ। जज्बात बिखरे पड़े हैं बेखबर से... Hindi · कविता · ग़ज़ल 248 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 12 Jun 2024 · 1 min read जीवन की रंगीनियत जीवन की रंगीनियत बदल ना जाए , ये हसीं शाम कहीं ढल ना जाए | मयखाने से निकले बहके हुए कदम, दुनिया के रस्मो रिवाज में संभल न जाए |... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 10 Jun 2024 · 1 min read जज्बात की बात -गजल रचना जज्बातों का सिलसिला कुछ इस कदर चला है , तेरे मेरे दरमियाँ बहार ए गुलिश्ता खिला है। मुलाकातों की वो महफिल सज गई जब, चाँदनी रात में मुलाक़ातों का सिलसिला... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 233 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 9 Jun 2024 · 1 min read सब गोलमाल है दिल के जज़्बातों का यहाँ चला है कारोबार , इश्क का सजा बाजार ,यहाँ सब गोलमाल है। मक्कारों की महफ़िल में हर लफ़्ज़ है फ़साना, इज्जत का लुटा खजाना ,... Hindi · Gajal · कविता · गजल · गोलमाल 262 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 8 Jun 2024 · 2 min read प्रेम की गहराई तू चाँदनी रातों का सुकोमल आँचल, मैं धरा का अतृप्त सावन। तेरी मुस्कान ज्यों नवपल्लवित पुष्प, मैं भौंरा, मधुमय मनभावन । मैं गुलकंद सुपारी , तू मीठा बनारसी पान ।... Hindi · कविता · प्रेम · प्रेम कविता · प्रेम की गहराई 1 283 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 8 Jun 2024 · 1 min read **"कोई गिला नहीं " ज़िंदगी के सफर में हैं ,मंजिल का पता नहीं, हर मोड़ दे रहा सबक , हमें कोई गिला नहीं। किसी ने फूल से नवाजा ,किसी ने बिछाए कांटे , खाए... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गिला 226 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 7 Jun 2024 · 1 min read वाह भाई वाह वाह भाई वाह - सड़कों पर गड्ढे ,दारु के अड्डे , बैठे निठल्ले ,सन्डे हो या मंडे गली के छोरे ,निरे छिछोरे , मारें सीटी निकले आह जेबें खाली, सपने... Hindi · असीमित · कविता · मध्यमवर्गीय · मुकेश · वाह भई वाह 285 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 7 Jun 2024 · 1 min read **ये गबारा नहीं ‘ग़ज़ल** चंद सिक्कों की खनक की खातिर , चंद सिक्कों की खनक की खातिर , बेच दूँ अपना जमीर 'ये गबारा नहीं '। जानता हु फरेबी सी दुनिया की हकीकत ,... Hindi · Gajal · कविता · गजल 198 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 6 Jun 2024 · 1 min read लोकतंत्र के प्रहरी लोकतंत्र के प्रहरी - झूठे वादों की धुन पर नाचते जनतंत्र के प्रहरी , हर वादा किताबी किस्से की झूठी दास्तान है । दबी सच की आवाज ,सजने लगा राजनीति... Hindi · कविता · ग़ज़ल · लोकतंत्र · सीमा प्रहरी/सिपाही 1 229 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 5 Jun 2024 · 1 min read *पर्यावरण दिवस * * जंगल के दरख्तों को उतार कर आँगन में, हमने एक दिन का मेला सजाया है। 'पर्यावरण दिवस' के नाम पर, बाज़ार ने फिर से नाटक रचाया है। धरती माँ की... Hindi · कविता · गीत · पर्यावरण दिवस · पर्यावरण दिवस विशेष 1 250 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 5 Jun 2024 · 1 min read Jindagi Ke falsafe ज़िंदगी के फ़लसफ़े, कुछ हासिल हुए मुकाम , हर रास्ते पे, मंज़िलों की तलाश अधूरी सी है। आँखों में नमी है, दिल में कुछ कमी सी है, अधरों में हंसी,... Hindi · Falsafe · Jindagi · Kavita · कविता 1 232 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 4 Jun 2024 · 1 min read **पर्यावरण दिवस ** जंगल के दरख्तों को उतार कर आँगन में, हमने एक दिन का मेला सजाया है। 'पर्यावरण दिवस' के नाम पर, बाज़ार ने फिर से नाटक रचाया है। धरती माँ की... Hindi · कविता · पर्यावरण दिवस 1 322 Share Page 1 Next