Dr Mukesh 'Aseemit' Tag: असीमित 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr Mukesh 'Aseemit' 7 Jun 2024 · 1 min read वाह भाई वाह वाह भाई वाह - सड़कों पर गड्ढे ,दारु के अड्डे , बैठे निठल्ले ,सन्डे हो या मंडे गली के छोरे ,निरे छिछोरे , मारें सीटी निकले आह जेबें खाली, सपने... Hindi · असीमित · कविता · मध्यमवर्गीय · मुकेश · वाह भई वाह 88 Share