Tara Lamani 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Tara Lamani 4 May 2022 · 1 min read पिता जो नजारें खुद कभी न देख सके, वो कंधों पर बिठाकर हमें दिखा देते हैं, जो सबक गुरुजी न सिखा सके , वह बातों ही बातों में सिखा देते हैं।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 1 103 Share