Surya Barman Tag: हिन्दीकविता 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Surya Barman 20 May 2023 · 1 min read शिकायत नही तू शुक्रिया कर वैसे तो मुस्कुराने की वजह बहुत थी , मगर हम शिकायतों पर अड़े रहे। खुद में कमियां बहुत थी मगर हम दूसरों की ढूंढते रह गए। एक उंगली अगर दूसरो... Hindi · कविता · शिकायत-नही · हिन्दीकविता 121 Share Surya Barman 19 Mar 2023 · 2 min read ♤ ⛳ मातृभाषा हिन्दी हो ⛳ ♤ 'सरल' है,'सुलभ' है, मेरे "हिन्द" की भाषा, कटुता से परे है, हमारी "हिंदी" मातृ-भाषा। सम्पूर्ण है,सब 10 रसों का, संगम है समाया, मिलकर सब ने इसे 49 में, राजभाषा है... Hindi · कविता · मातृभाषा-हिन्दी · मातृभाषा-हिन्दी-हो · हिन्दीकविता 261 Share Surya Barman 23 Feb 2023 · 1 min read आखिरी उम्मीद मैं फिर से उठना चाहता हूँ..... मैं गिर गया हूं लेकिन मुझे पकड़ना है। क्या उन सभी खोई हुई वस्तुओं को पुनः प्राप्त करना आवश्यक नहीं है? लेकिन मुझे उन... Hindi · आखिरी-उम्मीद · आखिरीउम्मीद · कविता · कविताहिन्दी · हिन्दीकविता 185 Share Surya Barman 15 Feb 2023 · 1 min read // जिंदगी दो पल की // जिंदगी दो पल की है, कभी भी घमंड नही करना हैं! सत्य के राह पर चलकर, हमेशा अच्छे कर्म करना हैं! जिंदगी में खाली हाथ आये हैं, और खाली हाथ... Hindi · कविता · कविताहिन्दी · जिंदगी-दो-पल-की · हिन्दीकविता 209 Share Surya Barman 11 Feb 2023 · 1 min read माँ की गोद में सुनो अजादी सा दुनिया में, कोई नहीं प्रमोद है। स्वर्ग अगर मानो धरती पर, प्यारी माँ की गोद है। जो सुख माँ के आंचल मिलता, 'सुमन' कहीं क्या और है।... Hindi · कविता · माँ-की-गोद-में · हिन्दीकविता 528 Share Surya Barman 5 Feb 2023 · 1 min read पशु पक्षियों पशु पक्षियों के जीवन से प्रकृति शोभायमान होती है। हर समय हर जगह खुशियों की बहार होती है । उनकी चहचहाहट हर किसी का मन मोह लेती है । उनका... Hindi · Love-animals · कविता · पशु-पक्षी · हिन्दीकविता 386 Share Surya Barman 19 Jan 2023 · 1 min read नैनों की भाषा मेरे नैनो की भाषा को तुम कभी न समझे मैंने तुमको समझाने कि लाख जतन किया मोटी-मोटी ये किताबे को पढ़कर समझ लेते हो पढ़-पढ़ के तुम तो साहब ही... Hindi · कविता · कविताहिन्दी · दिलकीबातशायरी143 · हिन्दीकविता 208 Share Surya Barman 8 Dec 2022 · 1 min read जनरल विपिन रावत जनरल रावत तुम थे महान देश ने तुमको खोया है। धरती माता भी फफक उठी और आसमान भी रोया है।। भारत मां के तुम थे सपूत अन्तिम सांसों तक काम... Hindi · कविता · कविताहिन्दी · मुंशीप्रेमचन्द्रजी · हिन्दीकविता 2 2 146 Share