surender insan 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surender insan 11 Dec 2016 · 1 min read "पत्थर" पत्थर के घर में रह के पत्थर दिल बने है लोग अब। थोड़े से पैसो के लिये क़ातिल बने है लोग अब।। करता न पहले जैसा आदर मान अब कोई... Hindi · मुक्तक 1 523 Share surender insan 12 Dec 2016 · 1 min read दुनिया तब दीवानी होगी। दुनिया तब दीवानी होगी। जब शेर में रवानी होगी।। शाइरी अगर सीखनी तुम्हें। दिल में आग लगानी होगी।। दोस्त अगर कहते हो मुझको। सारी बात बतानी होगी।। वो अपने साथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 528 Share surender insan 12 Dec 2016 · 1 min read आइना सच का दिखाता है मुझे वो बिना कारण रुलाता है मुझे। बाद में खुद ही मनाता है मुझे।। प्यार का इजहार जब से है किया। वो इशारे से बुलाता है मुझे।। बात दिल की वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 247 Share surender insan 11 Dec 2016 · 1 min read "शाइरी लगने लगे" ग़ज़ल दोस्त कहना अब ग़ज़ल कुछ यूँ,सही लगने लगे। सादगी से तुम कहो जो, शाइरी लगने लगे।। क्यों भला ऐसा हुआ करता जहां में दोस्तों। कुछ दिनों पहले मिले जो,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 197 Share