Suraj Prajapati 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Suraj Prajapati 4 Jan 2019 · 2 min read "डायरी पुरानी" कैसै बताऊं राते थी वो कितनी सुहानी , हम होते थे कमरे मे और , तक कर चली जाती थीं वो चांद-चांदनी । हाथ में कलम और मेज पुरानी ,... Hindi · कविता 278 Share