Surabhi bharati 52 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Surabhi bharati 12 May 2021 · 1 min read ज़िंदगी से प्यार सपने वो देखो जो साकार हो मानो उसको जो निराकार हो तुम्हारी कभी ना हार हो यही जीवन का सार हो तुम्हारी ज़िंदगी का आधार हो शायद कही ना कही....... Hindi · कविता 377 Share Surabhi bharati 12 May 2021 · 1 min read अधूरापन अधूरापन हमेशा ही सहा स्त्रीजाति ने... बालक से बालिका ने, पति से पत्नी ने, लड़के से लड़की ने, पुल्लिंग से स्त्रीलिंग ने.... Hindi · कविता 1 260 Share Previous Page 2