Sunil Suman Tag: कविता 49 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sunil Suman 14 Apr 2024 · 1 min read बाबा तेरा इस कदर उठाना ... बाबा तेरा इस कदर दुःख उठाना मेरे मन को आहत कर गया, कष्ट सह के भी मुस्काते जाना, मन को चाहत ही चाहत से भर गया बाबा तेरा इस कदर... Hindi · कविता 314 Share Sunil Suman 1 Apr 2024 · 1 min read मजा मुस्कुराने का लेते वही, मजा मुस्कुराने का लेते वही, अश्रु धारा नयन से जिनके बही, श्रेय पाने का पाते हैं फिर फिर वही, गम खोने का जिनको हुआ है कहीं, डूब जाने के डर... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 290 Share Sunil Suman 1 Apr 2024 · 1 min read मजा मुस्कुराने का लेते वही... मजा मुस्कुराने का लेते वही, अश्रु धारा नयन से जिनके बही, श्रेय पाने का पाते हैं फिर फिर वही, गम खोने का जिनको हुआ है कहीं, डूब जाने के डर... Hindi · कविता 282 Share Sunil Suman 30 Jan 2024 · 1 min read आखिर क्यों ... एक दिन बैठा हुआ था, मैं जाने किस सोच में ? चल पड़ा फिर पार पथ पर, जाने किसकी खोज में ? पर न था कुछ भी सिवाय, धुन्ध के... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 395 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read कठिन बुढ़ापा... हाय बुढ़ापे तू क्यों आया जैसे बिन मौसम बरसात, अभी उमंगे जवां थी दिल में अभी वक्त था मेरे साथ, अभी-अभी तो भरी जवानी गई छोड़कर मेरा साथ, अभी तो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 406 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read मधुर जवानी बीता बचपन,आई जवानी ज्यों प्रसून पर छाई बहार, सब कुछ सुंदर लगे धरा पर अंखियों में छा गया खुमार, चले झूमते मस्ती में यूँ जैसे सिंह कोई वन में, घूम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 456 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read नन्हा मुन्ना प्यारा बचपन नन्हा मुन्ना प्यारा बचपन सबसे से सुंदर लगता था, मां की गोद की सबसे बढ़कर, और नहीं कुछ जंचता था, पिछवाड़े खेला करते हम नित उठ आंख मिचोली, मिश्री सी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 409 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read मेरे मन की मृदु अभिलाषा मेरा देश महान बने ... मेरे मन की मृदु अभिलाषा, मेरा देश महान बने, कल तक था सोने की चिड़िया, अब हीरों का हंस बने, गंगा, जमुना और सरस्वती, फिर अमृत जल भर लायें, शस्य... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 283 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read यह देख मेरा मन तड़प उठा ... यह देख मेरा मन तड़प उठा, हालत क्या हुई समाज की ? अब खून की कीमत कुछ न रही ! कीमत बढ़ गई मद्यपान की, यह देख मेरा मन तड़प... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 310 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read ओ मेरे दाता तेरा शुक्रिया ... ओ मेरे दाता तेरा शुक्रिया, तोहफा दिया अभाव का, समझ सका मैं पाकर जिसको, अच्छा क्या ? खराब क्या ?, कैसी होती भूख पेट की ? कैसे तड़पे पय बिन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 216 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read हाय हाय री आधुनिकी ... हाय हाय री आधुनिकी, यह तूने क्या क्या कर डाला, मानव से मानव के प्रेम को तूने बिल्कुल छीन ही डाला, हाय हाय री आधुनिकी, यह तूने क्या क्या कर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 352 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read देश सोने की चिड़िया था यह कभी ... देश सोने की चिड़िया था यह कभी, आज क्या है कोई सोचता ही नहीं, कभी बहतीं थी नदियां यहाँ दूध की, आज पीने को जल भी मयस्सर नहीं, आज जनसंख्या... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 185 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read राजनयिक कुछ राजनीति के... राजनयिक कुछ राजनीति के, आज डरा रहे हैं जनता को, जनता बेचारी भयाक्रांत हो, कोस रही है किस्मत को, किस्मत भी करे, करे तो क्या, उसका भी इन पर जोर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 239 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ा कर चले गए... सारे जग को मानवता का, पाठ पढ़ाकर चले गये, देश प्रेम सच्चे अर्थों में, सबको सिखाकर चले गये… कैसे जीता जाता है दिल, बिना किसी आडम्बर के, विजय चूमती कदम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 389 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read तेरा-मेरा साथ, जीवनभर का ... तेरा-मेरा साथ, जीवनभर का, दो धागे नहीं पहचान इसकी, कुदरत ने किया है एक हमें, सच्चाई यही इस जीवन की, तेरा मेरा साथ जीवन भर का, दो धागे नहीं पहचान... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 342 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read “अर्थ” बिना नहीं “अर्थ” है कोई ... “अर्थ” बिना नहीं “अर्थ” है कोई, जीवन और जवानी का, ज्यों उद्देश्य बिन “अर्थ” न कोई, कविता और कहानी का। “अर्थ” बिना रिश्तों से प्रेम भी, उड़ जाता जैसे कपूर,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 352 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read उठो नारियो जागो तुम... उठो नारियो जागो तुम, और न अब इन्तजार करो, जोर-जुल्म अन्याय-नीति का जमकर तुम प्रतिकार करो, उठो नारियो जागो तुम … नहीं किसी से कम हो तुम, कैसे तुम यह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 3 2 298 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read इस देश की हालत क्या होगी ... ? पल पल पर यही सोच सोच, मेरे मन में कसक सी उठती है, सांसों की गति भी रूक रूक कर, अति कातर स्वर में कहती है, कुछ सोच जरा हे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 332 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read किस पर करूं यकीन ... किस पर करूं यकीन, किसे मैं अपना बोलूं, मन भीतर गम की गांठ, सामने किसके खोलूं …? मैंने हर रिश्ते को चाहा, जी भर भर के, पाला पोसा सदां, मुसीबत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 236 Share Sunil Suman 27 Jan 2024 · 1 min read हम सब भारतवासी हैं ... हम सब भारतवासी हैं, भारत को एक बनायेंगे, ऊंच-नीच का भ्रम मिटाकर, सब समान बन जायेंगे। जन्म लिया मानव के रूप में, मानव ही कहलायेंगे, धर्म, जाति के जाल में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 310 Share Sunil Suman 15 Oct 2023 · 1 min read सारे जग को मानवता का पाठ पढ़ाकर चले गए... सारे जग को मानवता का, पाठ पढ़ाकर चले गये, देश प्रेम सच्चे अर्थों में, सबको सिखाकर चले गये... कैसे जीता जाता है दिल, बिना किसी आडम्बर के, विजय चूमती कदम... Hindi · कविता 2 586 Share Sunil Suman 10 Sep 2023 · 1 min read ओ मां के जाये वीर मेरे... ओ मां के जाये वीर मेरे, तू क्यों नहीं सुनता बात मेरी, क्यों मुझे चिढ़ाता रहता है ? तनिक सोच, मैं हूं बहिन तेरी, माना कि कभी कभी बातों से,... Hindi · कविता 482 Share Sunil Suman 12 Jun 2023 · 1 min read आजकल तन्हा हूं मैं .... आजकल तन्हा हूं मैं, एक साथी चाहिए... जो सुन सके, सुना सके, समझ सके समझा सके, अपने मन की कह सके, मेरे मन की सुन सके, बिन वजह बिगड सके... Poetry Writing Challenge · कविता 1 2 375 Share Sunil Suman 19 Mar 2022 · 2 min read होलिका दहन या नारी अपमान ? आज खेलते हैं सब होली, करते हैं सब हंसी ठिठोली, भरके मारते हैं पिचकारी, भीगे चाहे दुनियां सारी। हुरियारों में भी होड मची है, कौन किसे कितना रंग डाले ?... Hindi · कविता 1 426 Share Sunil Suman 6 Mar 2022 · 1 min read "अर्थ" बिना नहीं "अर्थ" है कोई... "अर्थ" बिना नहीं "अर्थ" है कोई, जीवन और जवानी का, ज्यों उद्देश्य बिन "अर्थ" न कोई, कविता और कहानी का। "अर्थ" बिना रिश्तों से प्रेम भी, उड़ जाता जैसे कपूर,... Hindi · कविता 519 Share Sunil Suman 27 Feb 2022 · 1 min read कष्ट मेरे हैं सखा ... कष्ट मेरे हैं सखा भला, कैसे करदूं इनसे कुट्टी, जीवन पथ पर छोड साथ, सुख, जब कर देते छुट्टी दुख ही देते साथ, गवाह मेरी खटिया टुट्टी-टुट्टी कष्ट मेरे हैं... Hindi · कविता 3 1 561 Share Sunil Suman 26 Feb 2022 · 2 min read हाय! मुई मंहगाई तूने, क्या कर दिया कमाल ? हाय! मुई मंहगाई तूने, क्या कर दिया कमाल? तेरी महिमा लिखते लिखते, हम भी हुए फटेहाल। हाय! मुई मंहगाई, क्या कर दिया कमाल ? ... आलू हुआ फूल कर कुप्पा,... Hindi · कविता 2 2 772 Share Sunil Suman 22 Feb 2022 · 1 min read किस पर करूं यकीन...? किस पर करूं यकीन, किसे मैं अपना बोलूं, मन भीतर गम की गांठ, सामने किसके खोलूं ...? मैंने हर रिश्ते को चाहा, जी भर भर के, पाला पोसा सदां, मुसीबत... Hindi · कविता 3 651 Share Sunil Suman 19 Feb 2022 · 1 min read राजनयिक कुछ राजनीति के ... राजनयिक कुछ राजनीति के, आज डरा रहे हैं जनता को, जनता बेचारी भयाक्रांत हो, कोस रही है किस्मत को, किस्मत भी करे, करे तो क्या, उसका भी इन पर जोर... Hindi · कविता 2 780 Share Sunil Suman 28 May 2021 · 1 min read निज कर्तव्य निभाना है ... बीज बोया तंतु निकले, कोपलों के बीच से, लघु लतिका में वृद्धि जगाई, अमृत जल ने सींच के, लगा समीर सरकने सर सर, मन में नव उल्लास लिए, खड़ी रश्मियाँ... Hindi · कविता 6 5 863 Share Page 1 Next