सुनील कुमार सजल 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुनील कुमार सजल 22 Mar 2018 · 1 min read हायकू चाँद छिपा था तुम्हे देख के नहीं बादलों में था । * गोरा रूप है या पारे का लेपन तेरा चेहरा । * बेरोजगारी रेत में धंसे पाँव किसे पुकारूं... Hindi · हाइकु 1 2 247 Share सुनील कुमार सजल 22 Mar 2018 · 1 min read हायकू चाँद छिपा था तुम्हे देख के नहीं बादलों में था । * गोरा रूप है या पारे का लेपन तेरा चेहरा । * बेरोजगारी रेत में धंसे पाँव किसे पुकारूं... Hindi · हाइकु 1 279 Share सुनील कुमार सजल 10 Mar 2018 · 1 min read हायकू 1 गाँव का गांव डूब गया बाढ़ में गिध्दों का जश्न । 2 सावन आंखें दलदली जीवन धंसते पाँव । 3 वक्त के साथ होते रहे धूमिल रिश्तों के अक्स... Hindi · हाइकु 1 264 Share सुनील कुमार सजल 6 Mar 2018 · 1 min read हायकू 1 धूप हवाएं तेज थी पर सूखी न भींगी आँखे । 2 अपना गाँव तुम्हारी जुल्फों की सी मधुर छाँव । 3 गिरोहबाज धारे मंत्री का ताज देश पे गाज... Hindi · हाइकु 1 1 280 Share