सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: कुण्डलिया 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2022 · 1 min read बातें बनी अतीत ****बातें बनी अतीत (छप्पय- छंद)**** ******************************** बातें बनी अतीत , हो जाती बहुत भारी। यादें देती चीर , बन कर बड़ी बीमारी। सीना करती शीत , चढ़ती जैसे खुमारी। मंद... Hindi · कुण्डलिया 169 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jul 2022 · 1 min read नारी ******** नारी (कुंडलियां) ********* ******************************* नारी तुम नारायणी,सहती सारा भार। तू ही जीवनदायिनी,देती जग को तार। देती जग को तार,रहकर आप दुखयारी। पूर्ण करती काज,होती निलय रखवाली। नर करता आघात,सहती... Hindi · कुण्डलिया 344 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jul 2022 · 1 min read मंहगाई ******* मंहगाई (कुंडलियां) ******** ******************************* बुरी नीति सरकार की,भूखे मरते लोग। दाने - दाने को फिरे,लगा भुखमरी रोग। लगा भुखमरी रोग,भयजनक बीमारी। मंहगाई घनी - घोर, जनता गई हारी। पाँच... Hindi · कुण्डलिया 135 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jun 2021 · 1 min read जीत **********जीत (कुंडलियां) *********** *********************************** जिंदगी मे सदा मिले , हार के बाद जीत। हिय में मत चिंता करो , सुन लो मेरे मीत।। मन से हों सब काम, मन हताश... Hindi · कुण्डलिया 1 2 452 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Nov 2020 · 1 min read करवाचैथ अनशन ******* करवाचौथ अनशन *********** **************कुंडलियां************* ********************************** साल बाद है आ गया, करवाचौथ अनशन सुहागिने मिल मना रही,बिन ग्रहण जल अन्न सज कर तैयार हैं ,सुन्दर वस्त्र तन धारे कर जोड़... Hindi · कुण्डलिया 477 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2020 · 1 min read कुंडलियां सावन ********** कुंडलियां ********** 1 सावन महीना आया,बादल छाये घोर नभ में बीजुरी चमके ,बरसेंगे पुर जोर बरसेंगें पुर जोर,लग जाएगी फिर झड़ी ढूंढें चारो ओर ,नजरें जिससे हैं लड़ी बदन... Hindi · कुण्डलिया 2 3 277 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Apr 2020 · 1 min read कोरोना काल ********* कोरोना काल *********** ********** कुण्लियाँ ************ 1 काल समय की बात है,बदलें बात असूल जैसा भी वक्त आए ,करें वैसे कबूल कहते थे सब लोग,सभी को होगा जाना अकेले... Hindi · कुण्डलिया 2 256 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Apr 2020 · 1 min read प्रेम ********प्रेम (कुण्लियाँ)********** ****************************** 1 प्रेम - कटोरा सुधा का,पिएं भाग्यशाली खुदा के बंदे पी गए , रह गए बलशाली तू मत बन नादान, अवसर लाभ उठाइए मिला मान सनमान,पी पी... Hindi · कुण्डलिया 1 1 254 Share