Anand Khatri 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anand Khatri 12 Jun 2016 · 1 min read सादी है नून रोटी सांचे हैं मिटटी के ग़ज़लों में सांस लेते अरमान ज़िन्दगी के सादी है नून रोटी सांचे हैं मिटटी के मिट्टी के फर्श पर है उम्मीद की दीवारें ज़ख़्मी ये बदली है घुस छत में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share Anand Khatri 12 Jun 2016 · 1 min read यादों की छाल रात अपने ख्यालों के जंगल में जाना कभी तो रास्ते किनारे झील पे झुके पेड़ से एक शरारत तोड़ लाना। फ़र्द में अधूरी मिसरों के विलय में उलझी ग़ज़ल की... Hindi · कविता 469 Share Anand Khatri 12 Jun 2016 · 1 min read हमें भी बता दो जहाँ जा रहे हो कभी तो कहो की कहाँ जा रहे हो हमें भी बता दो जहाँ जा रहे हो वफ़ा और मंज़िल इशारा बनी हैं न जाने सफर ले कहाँ जा रहे हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 354 Share Anand Khatri 12 Jun 2016 · 1 min read सागर सूक्ष्म की सतह धरे लहर का विकार है अंतः अलंकार पर रतनों का अम्बार है नौ पर मुझसे मिलना सतही मुलाक़ात है अनगिनित जन्तुओं का कोख में फुलवार है अनसुनी... Hindi · कविता 1 1 476 Share