Suchi Sandeep Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Suchi Sandeep 15 Sep 2021 · 1 min read लावणी छंद "राधा-कृष्ण" लावणी छंद "राधा-कृष्ण" लता, फूल, रज के हर कण में, नभ से झाँक रहे घन में। राधे-कृष्णा की छवि दिखती, वृन्दावन के निधिवन में।। राधा-माधव युगल सलोने, निशदिन वहाँ विचरते... Hindi · कविता 2 2 2k Share Suchi Sandeep 5 Sep 2021 · 1 min read चित्रपदा छन्द "गुरु वंदना" चित्रपदा छन्द "गुरु वंदना" हे गुरुदेव विधाता, ज्ञान सुधा रस दाता। मात,पिता तुम भ्राता, जीवन ज्योत प्रदाता। नित्य करे पर सेवा, युग संचालक देवा। सत्य सदा वरदाता, हे गुरुदेव विधाता।... Hindi · कविता 2 2 467 Share Suchi Sandeep 28 Jun 2021 · 1 min read गोपी छंद,"बनाकर लक्ष्य बढ़ो आगे" "गोपी छंद" तप्त सूरज की किरणें हों। अँधेरे चाहे जितने हों।। सवेरा है तब जब जागे। बनाकर लक्ष्य बढ़ो आगे।। प्रेरणा का दामन पकड़े। हौंसलों की हिम्मत जकड़े।। राह में... Hindi · कविता 2 4 835 Share Suchi Sandeep 28 Jun 2021 · 1 min read चौपई (जयकरी)छन्द,'खेलो कूदो' (बाल कविता) होती सबकी माता गाय, दूध पीओ मत पीना चाय। लम्बी इसकी होती पूँछ, जितनी मुन्ने की है मूँछ। खेलो कूदो गाओ गीत, गरमी जाती आती शीत। मोटे कपड़ों... Hindi · कविता · बाल कविता 1 667 Share Suchi Sandeep 31 Mar 2019 · 1 min read कनक मंजरी छन्द (कृष्ण बाललीला) कनक मंजरी छन्द(कृष्ण बाललीला) लिपट गया सुत आँचल से अरु, मात यशोमति लाड करे। गिरिधर लाल लगे अति चंचल, ओढनिया निज आड़ धरे।। निरखत नागर का मुखमण्डल, जाग उठी ममता... Hindi · कविता 1 760 Share Suchi Sandeep 4 Nov 2018 · 1 min read अमिय स्वरूपा माँ "अमिय स्वरूपा माँ" (राधेश्यामी छन्द) घट भीतर अमृत भरा हुआ, नैनों से गरल उगलती है, मन से मृदु जिह्वा से कड़वी, बातें हरदम वो कहती है, जीवन जीने के गुर... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 31 499 Share