सृजन पाण्डेय 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सृजन पाण्डेय 7 Jan 2018 · 1 min read एक बात हैरान हूँ उनकी गलतफहमियों से जिन्हें लगता है हमे कुछ मालूम नहीं है अपने अतीत को देखोगे तो जानोगे तुम तुमको सवारने में कितने जख्म खायें है हम Hindi · शेर 1 3 279 Share सृजन पाण्डेय 7 Jan 2018 · 1 min read नए दौर के परिंदे ना सुबह चाहिए ना शाम चाहिए हमें तो सारा जहाँ चाहिए हम परिंदे है आज के हमें सिर्फ घोसला नहीं सारा आसमान चाहिए। Hindi · शेर 190 Share