sourabh sharma 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid sourabh sharma 21 Nov 2018 · 1 min read माँ *माँ* माँ जिसे भगवान से भी बढ़कर मानते हैं हम, माँ कितना पवित्र और पावन है ये शब्द, वो कष्ट सभी सह लेती है, पर संतान हो कष्ट नहीं होने... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 54 1k Share sourabh sharma 1 Mar 2017 · 1 min read मुलाकात वो पहली मुलाकात तुमसे, जैसे कोई सपना पूरा हो गया हो मेरा... कब से जाने कब से इंतज़ार था मुझे तुमसे मुलाकात का, मन तो किया गोद में रख कर... Hindi · कविता 725 Share sourabh sharma 8 Feb 2017 · 1 min read मेरे बाद जब तुम पढ़ रही होगी खत मेरा.... तब तक जल चुका होऊँगा मैं, तुम रोना नहीं जानती... पर अपनी आँख का पानी रोक न पाओगी तुम, इसलिए तुमको बताया नहीं... Hindi · कविता 450 Share