नाथ सोनांचली 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 2 min read भारत वर्ष (शक्ति छन्द) यह सृजन है नाथ भारतवर्ष के भूगोल का मानचित्रों से इतर निर्जीवता के बोल का सीप में मोती पले औ स्वर्ण सम सब रेत हैं अन्नपूर्णा सी जहाँ सोना उगलते... Poetry Writing Challenge · कविता · शक्ति छन्द 499 Share नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 1 min read बेबसी (शक्ति छन्द) सड़क के किनारे पड़ी बेटियाँ कहीं से उन्हें ना मिले रोटियाँ ग़रीबी विवशता रुलाती उन्हें सदा भूख भी है सताती उन्हें ।। निवाला बने जो पिता काल के ख़ुसी भागती... Poetry Writing Challenge · कविता · शक्ति छंद 1 377 Share नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 1 min read बिल्ली मौसी (बाल कविता) बिल्ली मौसी बड़ी सयानी, छिपकर घर में आती है पा जाए जो दूध कहीं तो झट पट चट कर जाती है आँखे इसकी नीली भूरी, देख सदा मटकाती है धीरे... Poetry Writing Challenge · कविता · ताटंक छन्द · बाल कविता 1 586 Share नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 1 min read वर्तमान परिदृश्य में महाभारत (सरसी) अंधा राजा मौन सभासद, द्यूत सभा तैयार अस्त्र त्याग कर चूड़ी पहने, पाण्डव हैं लाचार भीष्म उचित अनुचित की गणना, आज गए हैं भूल विवश प्रजा के सपने सारे, रहे... Poetry Writing Challenge · कविता · सरसी छंद 1 426 Share नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 1 min read निभाना साथ प्रियतम रे (विधाता छन्द) पड़े जब भी जरूरत तो, निभाना साथ प्रियतम रे सुहानी हो डगर अपनी, मिले मुझको न फिर गम रे बहे सद प्रेम की सरिता, रगों में आपके हरदम नहाता मैं... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · विधाता छन्द 1 401 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read झुग्गियाँ आज सुनो मैं तुमको यारों, सच्ची बात बताता हूँ | झुग्गी में रहने वालों की, इक तस्वीर दिखाता हूँ || दूषित पानी हवा विषैली, जैसी कई निशानी है | ये... Poetry Writing Challenge · कविता 1 184 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read गाँव पर ग़ज़ल था सब आँखों में मर्यादा का पानी याद है हमको पुराने गाँव की अब भी कहानी याद है हमको। भले खपरैल छप्पर बाँस का घर था हमारा पर वहीं पर... Poetry Writing Challenge · Gazal ग़ज़ल 3 5 208 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read विविध विषय आधारित कुंडलियां सब जन हैं आगोश में, धुन्ध धुएँ के आज अतिशय कम है दृश्यता, सभी प्रभावित काज सभी प्रभावित काज, नहीं कुछ अपने कर में जन जीवन बेहाल, छुपे सब अपने... Poetry Writing Challenge · कविता · कुण्डलिया 378 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read भूख किसकी खातिर लोग यहाँ हैं, हरपल जीते मरते? यार बताओ जरा सोच कर, भूख किसे है कहते? राजमहल हो सोने का या, सिर पर मुकुट चमकता आग लगी हो अगर... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 1 255 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read विरह गीत साजन मेरे मुझे बताओ, कैसे दीप जलाऊँ घर आँगन है सूना मेरा, किस विधि सेज सजाऊँ इंतिजार में तेरे साजन, लगा एक युग बीता हाल हमारा वैसा समझो, जैसे विरहन... Poetry Writing Challenge · गीत 2 1 187 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read कोयल (बाल कविता) कोयल वसन्त ऋतु की रानी, सात सुरों की ज्ञाता है गाती है जब अपनी धुन में, मन मधुरस हो जाता है।। दिखने में है काली लेकिन, लगती कितनी भोली है... Poetry Writing Challenge · ताटंक छंद · बाल कविता 336 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read तितली रानी (बाल कविता) तितली रानी तितली रानी। बाग-बगीचों की महरानी।। फूलों पर तुम रहने वाली। चाल तुम्हारी है मतवाली।। दिखती हो तुम रंग बिरंगी। ज्यों पहने चुनरी सतरंगी।। कोमल-कोमल पंख तुम्हारे। नयन-नक्श है... Poetry Writing Challenge · कविता · चौपाई 510 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read पापा जी कभी पेट पर लेकर अपने, हमें सुलाते पापा जी कभी बिठा काँधे पर हमको, खूब घुमाते पापा जी छाया देते घने पेड़ सी, लड़ते वो तूफानों से हो निष्कंटक राह... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत 553 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read पर्यायवरण (दोहा छन्द) आज प्रदूषण कर गया, हर सीमा को पार। लोग अभी भी मस्त हैं, ये कैसा संसार।।1 शुद्ध हवा मिलती नहीं, जल थल या आकाश। जीवन निस-दिन घट रहा, आया निकट... Poetry Writing Challenge · कविता · दोहा 404 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read राखी (कुण्डलिया) कच्चे धागे से जुड़ा, राखी का त्यौहार मिले बहन जब भ्रात से, बरसे स्नेह अपार बरसे स्नेह अपार, बहन जब बाँधे राखी जगता सात्विक भाव, उड़े मन जैसे पाखी रेशम... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 454 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read प्रार्थना (मधुमालती छन्द) कर जोड़ के, है याचना, मेरी सुनो, प्रभु प्रार्थना बल बुद्धि औ, सदज्ञान दो, परहित जियूँ, वरदान दो निज पाँव पे, होऊं खड़ा, संकल्प लूँ, कुछ तो बड़ा मुझ से... Poetry Writing Challenge · कविता 218 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया) उस देश धरा पर जन्म लिया, मकरंद सुप्रीति जहाँ छलके। वन पेड़ पहाड़ व फूल कली, हर वक़्त जहाँ चमके दमके। वसुधा यह एक कुटुम्ब, जहाँ, सबके मन भाव यही... Poetry Writing Challenge · कविता · दुर्मिल सवैया छन्द 409 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read आधुनिक समाज (पञ्चचामर छन्द) करे विचार आज क्यों समाज खण्ड खण्ड है प्रदेश वेश धर्म जाति वर्ण क्यों प्रचण्ड है दिखे न एकता कहीं सभी यहाँ कटे हुए अबोध बाल वृद्ध या जवान हैं... Poetry Writing Challenge · कविता · नाथ सोनांचली के छन्द 1 379 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read दोहा छन्द भड़की ज्वाला देश में, काप रहे हैं हाथ। कैसे दीपक अब जले, बिना अमन के नाथ।।1 कोई भूखा सो रहा, तन भी पड़ा उघार। माता जिस्म पिला रही, कोसों दूर... Poetry Writing Challenge · दोहा 260 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read गौरेया (ताटंक छन्द) घर आँगन की राज दुलारी, प्यारी चुनमुन गौरैया कभी अकेले कभी झुंड में करती है ता ता थैया ।। तिनका तिनका चुन-चुन कर यह, अपना नीड़ बनाती है फुदक फुदक... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 1 1 388 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read नारी नारी तुम! सुकुमार कुमुदिनी सौम्य स्नेह औ प्रेम प्रदाता || धरती पर हो शक्ति स्वरूपा तुम रण चंडी भाग्य विधाता || संस्कारों की शाला तुम हो तुम लक्ष्मी सावित्री सीता... Poetry Writing Challenge · कविता 281 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 2 min read हास्य व्यंग्य (आल्हा छन्द) क्या दिन थे आनन्द भरे वे, हरपल रहता था उल्लास आगे जीवन ऊबड़ खाबड़, तनिक न था इसका आभास बीबी बच्चों के चक्कर में, स्वप्न हुए अब तो इतिहास आफत... Poetry Writing Challenge 255 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read पेड़ पौधे (ताटंक छन्द) पौधे-पेड़ धरा के गहने, मिलकर धरा सजाते हैं। ये जीवों का पोषण करते, पर्यावरण बचाते हैं। चम्पा, जूही, बेला, गेंदा, उपवन को महकाते हैं। इनका ही रस लेकर भौरे, मस्त... Poetry Writing Challenge · कविता 1 528 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read नवीन वर्ष (पञ्चचामर छन्द) नवीन वर्ष को लिए, नया प्रभात आ गया प्रभा सुनीति की दिखी, विराट हर्ष छा गया विचार रूढ़ त्याग के, जगी नवीन चेतना प्रसार सौख्य का करो, रहे कहीं न... Poetry Writing Challenge · कविता 385 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read बाल कविता: लाल भारती माँ के हैं हम लाल भारती माँ के हैं हम, सरहद के रखवाले हैं। बुद्ध-राम की धरती अपनी, अमन चाहने वाले हैं। सरहद पर जो खड़ा हिमालय, ऊँचा भाल हमारा है। नींच शत्रु ने... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 471 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 2 min read खेत -खलिहान जहाँ बैठ कर रची गयी थी, एक कथा गोदान की चलो करें कुछ बातें यारों, उन्हीं खेत खलिहान की जहाँ खेलती खेल लहरियाँ, खेलें सँग-सँग झरने ताल तलैया सोन चिरैया,... Poetry Writing Challenge · कविता 578 Share