नाथ सोनांचली Tag: बाल कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नाथ सोनांचली 14 Jun 2023 · 1 min read बिल्ली मौसी (बाल कविता) बिल्ली मौसी बड़ी सयानी, छिपकर घर में आती है पा जाए जो दूध कहीं तो झट पट चट कर जाती है आँखे इसकी नीली भूरी, देख सदा मटकाती है धीरे... Poetry Writing Challenge · कविता · ताटंक छन्द · बाल कविता 1 783 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read कोयल (बाल कविता) कोयल वसन्त ऋतु की रानी, सात सुरों की ज्ञाता है गाती है जब अपनी धुन में, मन मधुरस हो जाता है।। दिखने में है काली लेकिन, लगती कितनी भोली है... Poetry Writing Challenge · ताटंक छंद · बाल कविता 572 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read गौरेया (ताटंक छन्द) घर आँगन की राज दुलारी, प्यारी चुनमुन गौरैया कभी अकेले कभी झुंड में करती है ता ता थैया ।। तिनका तिनका चुन-चुन कर यह, अपना नीड़ बनाती है फुदक फुदक... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 1 1 517 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read बाल कविता: लाल भारती माँ के हैं हम लाल भारती माँ के हैं हम, सरहद के रखवाले हैं। बुद्ध-राम की धरती अपनी, अमन चाहने वाले हैं। सरहद पर जो खड़ा हिमालय, ऊँचा भाल हमारा है। नींच शत्रु ने... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 668 Share