नाथ सोनांचली Tag: दोहा 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read पर्यायवरण (दोहा छन्द) आज प्रदूषण कर गया, हर सीमा को पार। लोग अभी भी मस्त हैं, ये कैसा संसार।।1 शुद्ध हवा मिलती नहीं, जल थल या आकाश। जीवन निस-दिन घट रहा, आया निकट... Poetry Writing Challenge · कविता · दोहा 405 Share नाथ सोनांचली 13 Jun 2023 · 1 min read दोहा छन्द भड़की ज्वाला देश में, काप रहे हैं हाथ। कैसे दीपक अब जले, बिना अमन के नाथ।।1 कोई भूखा सो रहा, तन भी पड़ा उघार। माता जिस्म पिला रही, कोसों दूर... Poetry Writing Challenge · दोहा 261 Share