एस. कुमार मौर्य 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid एस. कुमार मौर्य 21 Jul 2020 · 1 min read नज़ाकत लेकर आँखो में.. नजाकत लेकर आंखों में, वो उनका देखना!! ए खुदा !! हम उन्हें देखें, या उनका देखना देखें || Hindi · शेर 4 3 327 Share एस. कुमार मौर्य 8 Mar 2020 · 1 min read जज्बात बहुत कम लोग है जो दिल की, सच्ची बात लिखते है । उजाले को तिमिर और, दिन को रात लिखते हैं सही क्या है गलत है क्या, उन्हें मालूम है... Hindi · मुक्तक 2 290 Share एस. कुमार मौर्य 5 Mar 2020 · 1 min read चाहत हमारी चाहते भी चाहकर न हो सकी मेरी मगर हम चाहकर भी चाहतो को न भुला पाए,, बहुत कोशिस करी, पर यार न वो हो सकी मेरी, मगर हम प्यार... Hindi · शेर 2 514 Share एस. कुमार मौर्य 26 Feb 2020 · 1 min read नीर ही जब अपनी नमी से डरता हो, नीर जब अपनी नमी से डरता हो, प्यार जब अपने कमी से डरता हो, ऐसे में ज़िन्दगी वहाँ मुस्कराए कैसे, जब आदमी ही, आदमी से डरता हो. Hindi · कविता 2 462 Share एस. कुमार मौर्य 19 Feb 2020 · 1 min read अत्त दीपो भव ज्योति पर्व सा मन उज्जवल हो, और मिटे तम काला.. अत्त दीपो भव मंत्र सफ़ल हो, मन मंदिर में रहे उजाला.. मिटे अंधेरा पथ उज्जवल हो, सब्बे सत्ता सुखी रहे..... Hindi · मुक्तक 2 402 Share एस. कुमार मौर्य 12 Feb 2020 · 1 min read नोटबंदी प्रिय मित्रों दो चार हजार रुपयों के लिए लाइन में लगकर अपनी जान व समय ना गंवाइये,, लक्ष्मी धन वर्षा यंत्र और कुबेर धनवर्षा यंत्र मंगवाकर अपने घर, दो हजार... Hindi · मुक्तक 4 276 Share एस. कुमार मौर्य 12 Feb 2020 · 1 min read मैं तुमको याद रखने के सिवा कुछ भी नही करता मुहब्बत न रहे तो फिर रहा कुछ नहीं करता.. की इतनी तेज़ आँधी मे बचा कुछ भी नहीं करता.. तू मुझको याद रखना अब गवारा ही नहीं करती.. मैं तुझको... Hindi · कविता 2 283 Share एस. कुमार मौर्य 6 Jan 2020 · 1 min read आज नहीं यदि लिख सकते तुम, कलम उठाओ कल लिख डालो,, आज नहीं यदि लिख सकते तुम, कलम उठाओ कल लिख डालो,, बिखरे हैं जो शब्द पिरो कर, सुंदर एक गजल लिख डालो,, लिखने वालों ने खूब लिखा, पर, सत्य नहीं... Hindi · कविता 2 1 567 Share एस. कुमार मौर्य 3 Jan 2020 · 1 min read हर रोज तुम्हारी गलियों में, हम आते जाते रहते हैं !! सपनोंं की दुनियां में, तुमको, हम रोज़ बुलाते रहते हैं !! हर रोज तुम्हारी गलियो में, हम आते जाते रहते हैं !! शब्दो की संरचना तुम, होठो का मेरे गीत... Hindi · गीत 1 2 595 Share एस. कुमार मौर्य 3 Jan 2020 · 1 min read सब्बे सत्ता सुखी रहे ज्योति पर्व सा मन उज्जवल हो, और मिटे तम काला,, अत्त दीपो भव मंत्र सफ़ल हो, मन मंदिर में रहे उजाला,, मिटे अंधेरा पथ उज्जवल हो, सब्बे सत्ता सुखी रहे,,... Hindi · मुक्तक 1 439 Share एस. कुमार मौर्य 2 Jan 2020 · 1 min read जब मन में आये हर्ष प्रिये.. ऐसा अपना नववर्ष प्रिये जब मन में न हो हर्ष प्रिये,, समझो सब कुछ है व्यर्थ प्रिये,, फिर कैसा यह नव वर्ष प्रिये,, जब दिल में ना हो हर्ष प्रिये,, न फसल नयी, न... Hindi · कविता 2 1 465 Share