Shyam Sundar Subramanian Tag: ग़ज़ल/गीतिका 69 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Shyam Sundar Subramanian 24 Oct 2019 · 1 min read नई ऱोशनी ज़िंदगी बेफ़िक्र होकर गुज़ार दी, जो भी मुश्किलें थी हँस कर टाल दी, चोट का ए़हसास भी मुस्कुरा कर भुला दिया, क्या क़ुफ्र क्या सब़ाब यह फर्क ना समझ सके,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 435 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Oct 2019 · 1 min read उम़्मीद मन पंँछियों की तरह उड़ान भरने लगता है। पर दिम़ाग उस उड़ान पर लग़ाम रखता है। दिल तो चाहता है बहुत पर हौसला नही बँधता। कुछ कर गुज़रने की हिम्मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 264 Share Shyam Sundar Subramanian 23 Oct 2019 · 1 min read कोश़िश मुश्किलें आसान हो जाएंगी जरा कोश़िश तो करके देखो। मुसीबतें सब हल हो जाएगी जरा हौसला रख के तो देखो। इज्ज़त के मायने समझो जरा इज्ज़त कमा कर तो देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 208 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read इज़हार माहौल जब संज़ीदा हो तो म़सर्रत कैसी । चोट जब खाई हो दिल में तो म़ोहब्बत कैसी। मिले जब ठोकरें कूचा- ए -यार से जब हबीब । क्यों न करें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 480 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read तव़ारीख़ हर सुबह शुरू होती है मौज़े बहार से। हर रात खत्म होती है इसी इंंतज़ार से । हर दिन गुजरता है रफ़्ताा रफ़्ता दिले बेक़रार से। हरसूँ तव़ारीख़ की कलम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 311 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read आपके आ जाने से तब त़लक भटकता रहा सऱाबों में । जब त़लक तुम नहीं मिले रहे अपने हिजाबों मे। अंधेरे में ग़ुमशुदा था अब तक। एक पुरऩूर ए़हसास लिए तुम मुझे नही मिले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 334 Share Shyam Sundar Subramanian 22 Oct 2019 · 1 min read दिल की आवाज़ दिल की आवाज़ रूह की ज़ुबान होती है । जो दिल पर दस्तक देकर आग़ाह करती है । अज़ाब और सब़ाब के फर्क का इल्म देती है । सोये हुए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read य़ादों का कारवाँ चिराग जो बुझ चुके हैं उन्हें फिर न तुम जलाना । बीते हुए वो लम्हे उन्हें न याद दिलाना। ये सूनी सूनी गलियांँ ये रूख़े रूखे़ मंज़र । मिलता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 254 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read ए़हसास वैसे तो बदलते हैं हर शख़्स वक्त के साथ गुजरते वक्त को थमा लूंँ तो चलूँ । वैसे ही गुजर जाते हैं लोग देकर ठोकरें इन रहगुज़र के पत्थरों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 233 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read क़सक जिस्म पे बने नश्तरौं के ज़ख्म वक्त गुजरते भरते हैं । पर बनते वो ज़ख्म जो दिलों पर गुजरते वक्त गहराते हैं । सर्द हवाओं का जुंबिशे एहसासे असर रफ़्ता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 552 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read ए़हद गिले शिकवों का दौर अब खत्म करो। मान लो अपनी गलती बहस से गुरेज़ करो। कोई छोटा या बड़ा नही बनता सोचने से। बड़प्पन हासिल होता है बड़े काम करने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 222 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read क़ुर्बानी जिंदगी भर उलझता रहा हालातों से पर पेशा़नी पर बल आने न दिया। जज़्ब करता रहा अपनों के ज़ुल्मो को पर दर्द को होंठों तक आने न दिया। खुद पल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 552 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read प़समंज़र हमसफ़र तो बहुत मिले हया़ते सफ़र मे पर हमनव़ा न मिला। यार तो बहुत मिले पर उनमे कोई राज़दार न मिला। पैग़म्बर तो बहुत आये मगर उनमे कोई मसीहा न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 244 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read म़ाँज़ी याद आते हैं वो गुज़रे जमाने मुझको। ज़ब्त हैं जो गुजारे ल़म्हे मुझको । क्यों ख़लिश है हाल़ातों की सीने में अब तक। उठती है क्यों टीस दिल के ग़ुबारो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 360 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read जज़्बा महफिल की शमा न बनो। रोशन रहो जशने चिरागाँ की तरह । ज़माले सुखन न बनो जमाने का सुखन बनो। ना भटको सराबो मे पशेमाँ हो कर हयाते सफर का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 248 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read तेह़रीक़ सारी क़ायनात होगी क़दमो पर जब हालातों से न समझौता होगा। कामयाबी सर चढ़ के बोलेगी गर ख़िलाफे ज़लालत बग़ावते ज़ुनून होगा। वक्त भी बदलेगा ग़र श़िद्दत से वक्त बदलने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 209 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read फ़लसफ़ा -ए- ज़िन्दगी साँसों के तार पर लम्हों के हिस़ाब पर टिकी हुई है ये ज़िन्दगी । मुफ़लिसी में कटे या अमीरी में खाली हाथ जाएगी ये ज़िन्दगी । जुस्तजू में सुक़ून के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 200 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read ज़ीस्त हालातों के सैलाबों में ज़ीस्त एक क़िश्ती है। जिसे हादसों के थपेड़ों से डगमगा कर डूबने से बचाना होगा । साजिशों के भँवर भी आएंगे तेरी राह में बार बार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 197 Share Shyam Sundar Subramanian 21 Oct 2019 · 1 min read रंजिश़ रंजिश़ को रखो दिमाग़ तक दिल तक ना आने दो । दिल तक आ गई तो छूटेगी नहीं दाग़ छोड़ जाएगी। जो न मिटेगी वक्त के साथ ग़हराती जाएगी। ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 205 Share Previous Page 2